September 15, 2024देहरादून। सहसपुर क्षेत्र में घर में हुई डकैती की घटना में फरार चल रहे दस हजार के ईनामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके कब्जे से लूटी गयी ज्वैलरी भी बरामद की गयी है। डकैती की इस घटना में पुलिस पूर्व में ही चार बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।जानकारी के अनुसार बीती 6 जून को फुरकान पुत्र स्व. जिन्दा हसन निवासी ग्राम खुशहालपुर द्वारा थाना सहसपुर पर सूचना दी गई कि 5/6 जून की रात अज्ञात बदमाशो के द्वारा उनके घर में घुसकर तमंचे की नोक पर उन्हें बन्धक बनाकर घर से 70 हजार की नगदी व ज्वैलरी तथा स्कूटी लूट ली गयी है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर डकैतों की तलाश शुरू कर दी गयी। पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही से पूर्व में तिमली से धर्मावाला के बीच जंगल में हुई मुठभेड़ में 2 बदमाशो बबलू बादशाह तथा रमजानी को गिरफ्तार किया गया तथा घटना में शामिल 2 अन्य बदमाशों फरीद उर्फ नजीर तथा सलमान उर्फ साहिल उर्फ शाहरुख उर्फ आबिद उर्फ सोनू पुत्र फरीद तेली उर्फ नजीर को कलियर से घटना में लूट गये माल के साथ गिरफ्तार किया गया था। घटना के बाद से ही एक आरोपी नसीम उर्फ छींटा फरार चल रहा था जिसकी तलाश की जा रही थी तथा उस पर दस हजार का ईनाम भी घोषित किया गया था। जिसे पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद बीती रात यमुना पुल बाड़वाला विकासनगर से गिरफ्तार किया गया जिसके पास से डकैती से सम्बंधित ज्वैलरी भी बरामद की गयी है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके गाँव के रहने वाले रमजान उर्फ रमजानी ने उसे बताया था कि देहरादून खुशहालपुर में उसके रिश्तेदार के घर में यदि वह लूट की घटना को अंजाम देते है तो वहाँ काफी माल मिल सकता है, जिस पर उनकें द्वारा अपने अन्य साथियों मुल्ला जी उर्फ फरीद उर्फ नजीर, उसके पुत्र सलमान, साबिर तथा बबलू बादशाह के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक सभी 6 लोग रमजानी की पिकअप से खुशहालपुर पहुंचे थे, फिर वहां से नसीम, साबिर, सलमान तथा बबलू बादशाह के साथ घर के अंदर घुसा तथा मुल्ला जी और रमजानी घर के बाहर से आने जाने वाले लोगो पर नजर रख रहे थे। घर मे सलमान और बबलू बादशाह द्वारा तमंचे के बल पर घर में मौजूद सभी लोगों को एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया, फिर घर में से अलमारी में रखे 70000 रुपये नगद और कुछ जेवरात चोरी कर घर के अंदर खड़ी स्कूटी को साथ लेकर वहाँ से निकल गए थे।
September 15, 2024देहरादून। राजधानी दून की यातायात व्यवस्था का जायजा लेने आज जिलाधिकारी देहरादून व एसएसपी सड़कों पर उतर आये। उन्होने शहर के मुख्य मार्गों का बाइक से भ्रमण कर यातायात के दबाव का जायजा लिया।जिलाधिकारी देहरादून तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा आज नगर के विभिन्न मार्गाे का मोटरसाइकिल से भ्रमण कर यातायात व्यवस्था का जायजा लिया गया। भ्रमण के दौरान डीएम देहरादून तथा एसएसपी देहरादून द्वारा घंटाघर, किशन नगर चौक, बल्लूपुर चौक, बल्लीवाला आदि स्थानों का मोटरसाइकिल से भ्रमण कर यातायात के दबाव वाले स्थानों का जायजा लिया गया साथ ही यातायात के दबाव के कारणों तथा दबाव को कम करने के संभावित उपायों पर चर्चा की। इस दौरान जिलाधिकारी देहरादून द्वारा सभी मुख्य मार्गाे पर पार्किंग स्थलों को चिन्हित कर वाहनों को उक्त स्थान पर पार्क करवाने के निर्देश दिए गए, इसके अतिरिक्त मुख्य मार्ग पर किसी प्रकार का अस्थाई अतिक्रमण न होने देने के संबंध में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। भ्रमण के बीच दोनों आलाधिकारी पलटन बाजार के औचक निरीक्षण पर पहुंचे, औचक निरीक्षण के दौरान बाजार में आने वाली महिलाओं व युवतियों की सुरक्षा की दृष्टि से सीएनआई चौक पर महिला सुरक्षा सहायता केंद्र बनाए जाने तथा महिला सुरक्षा सहायता केंद्र में बाजार खुलने से लेकर बंद होने तक महिला पुलिसकर्मियों तथा महिला गोरा चीता की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान डीएम देहरादून तथा एसएसपी देहरादून द्वारा पलटन बाजार में आयी महिलाओं के संग वार्ता कर सुरक्षा संबंधी पहलुओं पर उनकी राय जानी तथा महिला सुरक्षा की दृष्टि से बाजार में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करते हुए वहां सीसीटीवी कैमरों की संख्या को बढ़ाये जाने के निर्देश दिए गए।
September 15, 2024हरिद्वार। बड़ी गाड़ियों पर हाथ साफ करने वाले शातिर मामा—भांजों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से चोरी की 2 बोलेरो पिकअप व 1 अशोका लीलैंड वाहन बरामद किए हैं। आरोपी चोरी किए गए वाहनों से पशु चोरी की घटनाओं को अंजाम देना चाहते थे। जो पहले भी चोरी व गौकशी के मामले में जेल जा चुके है।बीते माह जनपद हरिद्वार के देहात क्षेत्र में मात्र 17 दिनों के भीतर तीन बड़ी गाड़ियों (बोलेरो, पिकअप लोडर व अशोक लीलैंड) के चोरी हो जाने से सनसनी फैल गई थी। पीड़ितों द्वारा इस संदर्भ में कोतवाली गंगनहर एवं कलियर में मुकदमें दर्ज करवाए गए। पीड़ितों द्वारा लगातार अपनी गाड़ियों के बारे में पुलिस से जानकारी ली जा रही थी।मामलों के खुलासे हेतु आलाधिकारियों ने पुलिस टीमों का गठन किया, जो चोरो की तलाश में जुट गयी। लगातार मेहनत से वाहन चोरों की तलाश में जुटी विभिन्न टीमों द्वारा छोटी बड़ी अनेक जानकारियों को आपस में जोड़ते हुए चैक किया गया तो वाहन चोरों का लिंक पंजाब से ज्यादा होना प्रकाश में आया। जिसके बाद पुलिस ने एक सूचना के बाद तीन लोेगों इरशाद खान, शहजाद व फरियाद खान को ग्राम नागल कलियर से रामपुर की ओर आने वाले रास्ते पर बने पुल के पास से चोरी की बोलेरो पिकअप के साथ दबोचा गया जो गाड़ी में पेंट इत्यादि करवाकर पंजाब से हरिद्वार लेकर आ रहे थे। जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं, शहजाद और इरशाद सगे भाई हैं एवं फरियाद इनका मामा है जो लगभग डेढ़ से 2 साल पहले परिवार सहित कलियर क्षेत्र में रहने आए थे। तीनों ने बेहद शातिर तरीके से एक—एक कर तीनों गाड़ियों को चोरी किया और चोरी कर पंजाब ले गए जहां ओरिजिनल नंबर प्लेट बदलकर, फर्जी नंबर प्लेट लगाई। पहचान छुपाने के लिए पूरी गाड़ी में दूसरा पेंट करवा लिया और चुपके से दो गाड़ियों को वापस हरिद्वार ले आए यहां उनका इरादा इन्हीं चोरी की गाड़ियों से भ्ौंस चोरी कर मुजफ्फरनगर, सहारनपुर इत्यादि इलाकों में बेचने का था। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर थाना गंगनहर से चोरी बोलेरो पिकअप एवं कलियर क्षेत्र से चोरी अशोक लीलैंड वाहन बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार 2022 में कोतवाली जालंधर, पंजाब से गोकशी के अभियोग में इरशाद व फरियाद कई दिन जेल भी रहे हैं।
September 15, 2024देहरादून।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को व्यास मंदिर, भूपतवाला,हरिपुरकलां, देहरादून में संस्कृत भारती द्वारा आयोजित ‘अखिल भारतीय गोष्ठी’ के शुभारंभ सत्र में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने श्री वेद व्यास मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश में सुख शांति की कामना की।मुख्यमंत्री ने संगोष्ठी में देशभर से आए लोगों का देवभूमि उत्तराखंड में स्वागत करते हुए कहा कि संस्कृत भारती का हर सदस्य संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह राज्य का गौरव है कि देववाणी संस्कृत देवभूमि उत्तराखण्ड की द्वितीय राजभाषा है।संस्कृत भाषा अभिव्यक्ति का साधन एवं मनुष्य के संपूर्ण विकास की कुंजी भी है। संस्कृत भाषा से ही मानव सभ्यताएं विकसित हुई हैं। ऋग्वेद को भी संस्कृत में लिखा गया था। आज यह भाषा साहित्य के अन्य क्षेत्रों में भी वृहद स्तर पर अभिव्यक्ति का साधन बन गई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार संस्कृत भाषा के संरक्षण एवं उसे अधिक से अधिक बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रही है। संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा गैरसैंण में आयोजित हुए विधानसभा सत्र के दौरान संस्कृत संभाषण शिविर चलाकर सभी मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को संस्कृत बोलने के लिए प्रेरित किया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्रदेश में कक्षा 1 से 5 तक संस्कृत पाठशालाएं प्रारंभ की जा रही है। सभी बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर स्थित बोर्ड को हिंदी के साथ संस्कृत में लिखा जाए, इस प्रकार के प्रयास जारी हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन संस्कृति के इतिहास और वैदिक काल के समस्त वेद, पुराणों और शास्त्रों की रचना संस्कृत में की गई है। संस्कृत भाषा अनादि और अनंत है। उन्होंने कहा साहित्य से लेकर विज्ञान तक, धर्म से लेकर आध्यात्म तक और खगोलशास्त्र से लेकर शल्य चिकित्सा तक, हर क्षेत्र से जुड़े ग्रंथ संस्कृत में लिखे गए हैं। हजारों साल पहले भारतीयों ने उत्कृष्ट ज्ञान के चलते पंचांग, ग्रहों और नक्षत्रों की जानकारी जुटा ली थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य भाषाओं की तुलना में संस्कृत के स्वर और व्यंजनो की संख्या अधिक है। संस्कृत ही एकमात्र ऐसी भाषा है जिसके शब्दों के आगे – पीछे हो जाने से वाक्य के भाव में कोई अन्तर नहीं आता। उन्होंने कहा संस्कृत भाषा का शब्द भण्डार भी बहुत वृहद है। उन्होंने कहा विष्णु सहस्रनाम में भगवान विष्णु के 1000 नाम लिखे गए हैं, ऐसे ही ललिता सहस्रनाम और शिव सहस्रनाम भी है। यह सिर्फ संस्कृत में ही संभव है कि किसी नाम के एक हजार पर्यायवाची हो।मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेकों यूरोपीय भाषाओं के अनेकों शब्द संस्कृत से ही प्रभावित दिखाई देते हैं। संस्कृत अत्यंत ही समृद्ध, सरल और व्यवहारिक भाषा है। उन्होंने कहा कई सदियों तक विदेशी आक्रांताओं का शासन होने के कारण हम अभी संस्कृत भाषा से दूर होते चले गए। हमें एकजुट होकर अपनी मूलभाषा देववाणी संस्कृत को पुनः मुख्यधारा में लाने का प्रयास करना है। उन्होंने कहा निश्चित रूप यह कार्यक्रम इस दिशा में एक सकारात्मक प्रभाव छोड़ेगा। उन्होंने कहा संस्कृत भारती संस्कृत को पुनः आम बोलचाल की भाषा बनाने के लिए भारत के साथ ही कई अन्य देशों में संस्कृत के प्रचार-प्रसार का कार्य कर रहा है।इस अवसर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज, प्रो. गोपबन्धु , श्री दिनेश कामत, श्री के. श्रीनिवास प्रभु, श्रीमती जानकी त्रिपाठी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
September 14, 2024देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिंदी एक भाषा ही नहीं हमारे राष्ट्र की आत्मा भी है।आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी प्रेक्षागृह, देहरादून में उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा आयोजित ’हिंदी दिवस समारोह—2024’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखण्ड भाषा संस्थान की पुस्तक ट्टट्ट उत्तराखण्ड की लोक कथाएं ’’ का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कविता लेखन, कहानी लेखन, यात्रा वृतान्त लेखन और नाटक लेखन प्रतियोगिता के प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले छात्र—छात्राओं को पुरस्कृत किया और बोर्ड परिक्षाओं में हिन्दी में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाले विघार्थियों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी भाषा के उत्थान और संवर्धन के लिए अहम योगदान देने वाले लोगों का मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिंदी एक भाषा का उत्सव नहीं बल्कि हमारी संस्कृति के गौरव का अवसर है। हिंदी एक भाषा ही नहीं हमारे राष्ट्र की आत्मा भी है। हिंदी ने हमारे समाज को जोड़ा है और हमारी सभ्यता को समृद्ध किया है। विश्व पटल पर हिंदी ने हमें विशेष स्थान दिलाया है। हिंदी केवल हमारे लिए संवाद का माध्यम नहीं है बल्कि हमारी अस्मिता, संस्कृति और भारतीयता का प्रतीक भी है। हिंदी ने विविधता से भरे हमारे समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है। सहजता, सरलता और सामर्थ्य से परिपूर्ण हिंदी में समन्वय की अदभुत क्षमता है। हिंदी की कीर्ति केवल भारत तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में यह संवाद का एक प्रमुख सेतु बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुनिया के विभिन्न देशों में हिंदी का अध्ययन किया जा रहा है। हिंदी ने समाज में जागरूकता लाने में भी अहम भूमिका निभाई है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक हिंदी सामाजिक चेतना का भी प्रमुख माध्यम रही है। स्वतंत्रता संग्राम के समय हिंदी संघर्ष की भाषा बनी और देशवासियों को एक सूत्र में बांधने में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हिंदी के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने हिंदी भाषा के संवर्धन के लिए उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा किये जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा कई सारे नवाचार किये हैं और नवाचार के माध्यम से लोगों को प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। यह प्रयास भाषायी विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भाषाओं और परंपराओं के प्रति समर्पण को प्रोत्साहित करने के लिए ’उत्तराखंड गौरव सम्मान’ के तहत उत्कृष्ट साहित्यकारों को सम्मानित किया जाता है। उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा विभिन्न भाषाओं में ग्रंथ प्रकाशन के लिए वित्तीय सहायता योजना के तहत 17 साहित्यकारों को अनुदान प्रदान किया गया है जो कि हमारे लेखकों के लिए भी प्रेरणा है।
September 14, 2024देहरादून। गढ़वाल रायफल सेकेंड जम्मू कश्मीर में तैनात रुद्रप्रयाग जिले के जवाड़ी भरदार निवासी नायक प्रमोद डबराल शहीद हो गए हैं। उनका पार्थिव शरीर सैन्य जवानों की अगुवाई में आज सुबह जवाड़ी गांव लाया गया। यहां परिवार जनों के साथ ही ग्रामीणों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए।रुद्रप्रयाग शहर से सटे गांव जवाड़ी निवासी प्रमोद डबराल (30 वर्ष) जम्मू कश्मीर में देश के लिए शहीद हो गए हैं। बीती 12 सितंबर को आर्मी बस की छत पर ड्यूटी करते समय करंट लगने से वे झुलस हो गए थे। जिसके बाद उन्हें स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। जहंा चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आर्मी के जवान आज सुबह उनके पार्थिव शरीर को जवाड़ी गांव लाए, जहां पहले से मौजूद सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। परिजनों और ग्रामीणों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद शहीद के शव को गांव से पैदल अलकनंदा—मंदाकिनी के संगम तट पर लाया गया। उनके बड़े भाई राजेन्द्र डबराल ने उन्हें मुखाग्नि दी। छोटी सी उमर में नायक प्रमोद डबराल के शहीद होने से माता शांति देवी, पिता राजेन्द्र डबराल, पत्नी प्रिया सहित बहन किरण और नीतू का रो—रोकर बुरा हाल है। शहीद की शादी तीन साल पहले ही हुई थी और वह अपने पीछे दो साल की बेटी को छोड़ गया हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल ने कहा कि रुद्रप्रयाग शहर से सटे भरदार पटृी का लाल प्रमोद डबराल ड्यूटी के दौरान देश के लिए शहीद हुआ है। उन्होंने आर्मी में 10 वर्ष दो माह की सेवा दी। शहीद की अंतिम शव यात्रा में राज्य सभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटृ, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, विधायक भरत सिंह चौधरी, जिपं उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल सहित कई लोग मौजूद रहे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया शोकदेहरादून। सीएम धामी व गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने जवान की शहादत पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिखा कि “जम्मू—कश्मीर में माँ भारती की रक्षा करते हुए रुद्रप्रयाग के प्रमोद डबराल जी के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। माँ भारती की सेवा करते हुए आपके द्वारा दिया गया सर्वाेच्च बलिदान हम सभी को राष्ट्र रक्षा हेतु सदैव प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।