January 13, 2025हरिद्वार। निकाय चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी ने बागी नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और जिला अध्यक्ष संदीप गोयल की संस्तुति पर हरिद्वार, लक्सर और शिवालिक नगर में भाजपा के 22 कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की गई है। सभी बागी कार्यकर्ताओं को पार्टी ने छह साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया। आरोप है कि सभी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
January 13, 2025मोबाइल की रोशनी में घायलों का इलाज मजबूरी में श्रीनगर रेफर किए गए घायल स्वास्थ्य मंत्री व विधायक को सुनाई खरी—खरी पौड़ी। पौड़ी बस हादसे के घायलों को जिला अस्पताल में इलाज न मिलने और तमाम अव्यवस्थाओं का सामना करने से स्थानीय जनता का आक्रोश फूट पड़ा। लोगों ने जहां अस्पताल प्रशासन को आड़े हाथों लिया, वहीं स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह दावत तथा क्षेत्रीय विधायक पर जनता ने जमकर अपना गुस्सा निकाला।पहरा बीती रात पौड़ी में एक बस 1500 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। जिसमें 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई वहीं दुर्घटना में 22 लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की मदद से दुर्घटना के घायलों को किसी तरह खाई से निकाला और पौड़ी जिला अस्पताल पहुंचाया लेकिन इन घायलों को जिला अस्पताल में समुचित इलाज नहीं मिल सका। अस्पताल में न तो कोई विशेषज्ञ डॉक्टर मिला और न ही इलाज मिल सका।यहां तक कि जब इन घायलों को अस्पताल लाया गया तो अस्पताल में बिजली तक नहीं थी। अस्पताल का जनरेटर भी खराब मिला, ऐसी स्थिति में अस्पताल के सहायक कर्मियों ने मोबाइल फोन की रोशनी में इन घायलों का इलाज शुरू किया और वह घायलों की नसें तलाशने का काम भी मोबाइल की रोशनी में करने लगे। यही नहीं अस्पताल में मरहम पटृी की प्रयाप्त व्यवस्था न होने के कारण लोगों को बाहर मेडिकल स्टोरों से दवायें व पट्टी खरीद कर लानी पड़ी। घायलों को इलाज न मिलता देख लोग भड़क उठे तो इन घायलों को श्रीनगर बेस अस्पताल रेफर किया गया। एक तरफ आपदा के समय कम से कम समय पर सहायता देने की बात कही जाती है वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य सेवाओं की ऐसी जमीनी हकीकत जब देखने को मिलती है तो लोगों का आक्रोश उठना स्वाभाविक है।इस हादसे में 6 लोगों की जान चली गई तथा कुछ जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर क्षेत्र की जनता ने अस्पताल में भारी हंगामा किया तथा स्वास्थ्य मंत्री और क्षेत्रीय विधायक को खूब खरी—खोटी सुनाई। हादसे की खबर मिलने पर सीएम धामी व स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी संवेदनाओं में केदार बाबा से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। ऐसा लगता है कि सूबे की जनता और पर्यटकों की सुरक्षा का पूरा जिम्मा सरकार ने बद्री विशाल और केदार बाबा पर ही छोड़ दिया है। जो मरता है मरे सरकार को कोई सरोकार नहीं है। राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनीं हकीकत क्या है पौड़ी जिला अस्पताल की घटना तो इसकी एक बानगी भर है।
January 13, 2025एक बदमाश गोली लगने से घायल, दूसरा फरार हरिद्वार। बहुचर्चित जैन मंदिर में हुई चोरी प्रकरण में फरार चल रहे बदमाशों की देर रात पुलिस से मुठभेड़ हो गयी। जिसमें 25 हजार का एक ईनामी बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। जबकि उसका साथी फरार होने में सफल रहा। हालांकि पुलिस ने जैन मन्दिर में हुई चोरी मामले का बीते दिनों खुलासा करते हुए एक सुनार सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि अन्य बदमाश फरार चल रहे थे।प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात करीब 11ः30 बजे मंगलौर कोतवाली पुलिस लिब्बरहेड़ी गांव के पास वाहन चेकिंग कर रही थी। इस बीच पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन वह फरार हो गए। पुलिस ने बाइक सवारों का पीछा किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में बाइक सवार एक बदमाश के पैर में गोली लगी और वह बाइक सहित सड़क पर जा गिरा। हालांकि इस दौरान एक बदमाश मौके से फरार होने में सफल रहा। पुलिस ने घायल बदमाश को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल भी सिविल अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। एसएसपी ने बताया कि गोली लगने से घायल हुआ बदमाश और फरार बदमाश दोनों मंगलौर में पिछले दिनों जैन मंदिर में हुई चोरी की घटना में शामिल थे। घायल हुए बदमाश का नाम शेरखान निवासी पुरकाजी, मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश बताया जा रहा है जिसको मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार बदमाश 25 हजार का इनामी भी है। वहीं फरार हुए बदमाश की भी तलाश की जा रही है।
January 13, 2025अभी 2 दिन पहले देश की सर्वाेच्च अदालत ने राजनीतिक दलों द्वारा वोटरों को लुभाने के लिए की जाने वाली मुफ्त की योजनाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि सरकार के पास जजों को देने के लिए वेतन—भत्ते और पेंशन के लिए तो धन है नहीं लेकिन मुफ्त की रेवड़ियंा बांटने के लिए धन कहां से आ रहा है? निश्चित तौर पर देश में जिस तेजी से मुफ्त की रेवड़ियों की राजनीति का प्रचलन बढ़ा है वह चौंकाने वाला है। बात अब मुफ्त की बिजली या मुफ्त पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली जन सुविधाओं तक सीमित नहीं रही है। अब लाभार्थियों के बैंक खातों में डायरेक्ट कैश ट्रांसफर तक मामला जा पहुंचा है। अभी हाल में हुए कुछ राज्यों के चुनाव के दौरान लाडली बहना और लाडली दीदी जैसी योजनाओं के तहत महिलाओं को कहीं 11 सौ तो कहीं 2100 रुपए नगद उनके खातों में डालने की शुरुआत हो चुकी है। पीएम मोदी भले ही अपनी चुनावी जनसभाओं में मुफ्त की रेवड़ियंा बांटने वालों से सतर्क रहने की नसीहतें देते रहे हो लेकिन खास बात यह है कि सत्ता में होने के कारण मुफ्त की रेवड़ियां बांटने में उनकी पार्टी ही सबसे अव्वल नंबर पर है। पीएम खुद बड़े गर्व के साथ यह बताते हैं कि वह देश के गरीबों को जिनकी संख्या 81 करोड़ से भी अधिक है हर महीने मुक्त राशन मोहिया करा रहे हैं। देश के करोड़ों किसानों को किसान सम्मान निधि के नाम पर 500 रूपये महीने उनके खाते में भेज रहे हैं। बात उज्ज्वला योजना की हो या फिर बेघर को पक्के मकान दिए जाने की। लड़कियों की शादियों के लिए अनुदान की हो या विधवा और बेसहारा महिलाओं को पेंशन देने की। देश में आने वाले दिनों में देश के लोगों को सब कुछ बिना कुछ किये ही मुफ्त में मिला करेगा अगर यह मुफ्त की रेवड़ियों की राजनीति इस रफ्तार से जारी रही तो। खास बात यह है कि यह मुफ्त की रेवड़िया जनता को भी खूब भा रही है और उसकी मानसिकता भी यह बन चुकी है कि वह अपना वोट उसी को दे रहे हैं जो उसे सबसे ज्यादा दे रहा है। इन दिनों दिल्ली विधानसभा के चुनाव गतिमान है केजरीवाल जिन्होंने दिल्ली की जनता को मुक्त बिजली पानी देकर अपनी सियासी जमीन तैयार की थी अब वह भी हैरान परेशान है कि जब कांग्रेस व भाजपा जैसे विरोधी दल मुफ्त की रेवड़ियों की रेलगाड़ी लेकर निकल पड़े हैं तो वह क्या करें। हर घर को रोजगार हर बेरोजगार को 8—10 हजार हर माह, बहनो को हर माह 2500 रूपये मुक्त यात्रा, 25 लाख तक का मुफ्त इलाज और न जाने क्या—क्या? सवाल यह है कि मुफ्त की रेवड़ियंा बांटने वाले इन राजनीतिक दलों के पास पैसा कहां से आएगा आज देश पर 200 लाख करोड़ से अधिक का कर्जा है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के अब पसीने छूट रहे हैं कि इन घोषणाओं को कैसे पूरा करें? लेकिन कर्ज लो और घी पियो की नीतियों पर चलने वाली यह राजनीति देश के लोगों को नकारा निकम्मा और भिखारी बनाने पर आमादा है। न मुफ्त की रेवड़ियंा बांटने की राजनीति करने वालों को और न मुफ्त की रेवड़ियंा खाने वालों को यह समझ में आ रहा है कि वह क्या कर रहे हैं तथा इसके दूरगामी परिणाम क्या होने वाले हैं बस मुफ्त के माल की लूट मची है।
January 13, 2025हरिद्वार। नाबालिग का अपहरण करने वाले मनचले को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जिसके कब्जे से नाबालिग को सकुशल बरामद कर उसको परिजनों की सुपुर्दगी में भेज दिया है।जानकारी के अनुसार बीते वर्ष 8 अक्टूबर को खानपुर ब्रहमपुर जनपद हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली लक्सर में तहरीर देकर बताया गया था कि उनकी नाबालिग पुत्री को सचिन पुत्र सुभाष नाम का व्यक्ति बहला फुसलाकर भगा ले गया है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी गयी। महिला व नाबालिग संबंधी मामलों को गंभीरता पूर्वक लेते हेतु एसएसपी हरिद्वार द्वारा दिए गए कड़े दिशा निर्देशों के क्रम में लक्सर पुलिस द्वारा नाबालिग के अपहरणकर्ता सचिन कुमार को बहादराबाद क्षेत्र से दबोच कर नाबालिग अपर्हता को सकुशल बरामद किया गया। जिसे परिजनों की सुपुर्दगी में दिया गया है। वहीं आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
January 13, 2025नई दिल्ली। केंद्र सरकार रोड एक्सीडेंट में घायल होने वालों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने वाले अच्छे लोगों के लिए इनाम राशि बढ़ाकर 25,000 रुपये करेगी। वर्तमान में यह राशि 5,000 रुपये है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान दी। रोड सेफ्टी के मुद्दे पर अभिनेता अनुपम खेर के साथ एक इंटरव्यू सेशन के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने सड़क परिवहन मंत्रालय को इनाम राशि बढ़ाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा इनाम राशि उस व्यक्ति के लिए बहुत कम है जो सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों को अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर ले जाता है। बता दें कि रोड एक्सीडेंट होने के 1 घंटे के अंदर जिसे गोल्डन ऑवर कहते हैं, अगर पीड़ित को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसके जिंदा बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है। केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2021 से इनाम का प्रावधान शुरू किया था, जिससे लोग सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित हों।वर्तमान योजना के तहत रोड एक्सीडेंट के पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को पुरस्कार राशि के साथ मान्यता प्रमाण पत्र दिया जाता है। पुरस्कर राशि वास्तविक व्यक्तियों को मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए कई लेवल का वेरिफिकेशन प्रॉसेस है। इसके अलावा, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की पॉलिसी कहती है कि जो लोग किसी घातक दुर्घटना में पीड़ितों की मदद के लिए आगे आते हैं, वही प्रोत्साहन राशि और प्रमाण पत्र पाने के पात्र हैं। पब्लिक डोमेन में इस बात का कोई डेटा उपलब्ध नहीं है कि अब तक कितने लोगों ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों की जान बचाने में मदद की है और कितने लोगों को पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है।