May 20, 2022बनिहाल/जम्मू । रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन चार लेन की सुरंग का एक हिस्सा गुरुवार रात ढह जाने से 11 लोग उसमें फंस गए, जिनमें से तीन को बचा लिया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खोनी नाले में सुरंग के आगे का एक छोटा हिस्सा जांच के दौरान ढह गया। उन्होंने बताया कि पुलिस और सेना ने संयुक्त बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया।अधिकारियों के मुताबिक, तीन लोगों को बचा लिया गया है और आठ लोग अब भी सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं। रामबन के उपायुक्त मस्सारतुल इस्लाम और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा मौके पर बचाव अभियान की निगरानी कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक खूनी नाला पर बचाव अभियान चल रहा है।अधिकारियों ने बताया कि सुरंग के सामने खड़ी कई मशीनों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है।अधिकारियों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि सुरंग के अंदर फंसे लोग सुरंग के ऑडिट का काम करने वाली कंपनी के हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “कश्मीर के रास्ते रामबन जिले में रामसू के पास मक्गेरकोट में एक निर्माणाधीन सड़क सुरंग ढह गई। इसके अंदर सिर्फ 30 से 40 मीटर की दूरी पर सुरंग का एक हिस्सा गुरुवार रात करीब 11 बजे ढह गया।
May 20, 2022देहरादून। पुलिस ने दो मादा घुरड के शवों के साथ पांच शिकारियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से राइफल्स व दस जिन्दा कारतूस बरामद कर लिये। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार त्यूनी पुलिस ने रात्रि के समय कानून व्यवस्था चेकिंग रात्रि गश्त व्यवस्था में के दौरान सामने से दो सफेद रंग की कार एचपी नम्बर की आई जिस को रोका गया तो ड्राइवर इधर उधर की बाते करने लगा शक होने पर वाहनो को चेक किया गया तो कारो के अंदर अलग अलग कर में पांच व्यक्ति बैठे थे व पीछे डिग्गी में 1—1 घुरल (घुरड़) के शव रखे थे । जिसके संबंध में सख्ती से पूछताछ की गई तो बताया कि रात को वह लोग शिकार पर निकले थे और उन्होंने मोरी क्षेत्र में शिकार कर ये दो घुरड़(घुराल) मारे है। जिनको वह हिमाचल ले जा रहे थे। जब गाड़ियों की तलाशी ली गई तो एक टेलिस्कोप लगी रायफल और दस जिंदा कारतूस बरामद हुए । लाइसेंस तलब करने पर हिमाचल प्रदेश का लाइसेंस बरामद कराया गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम नरेश पुत्र राजेंद्र सिया ग्राम सेकंड थाना रोड जिला शिमला हिमाचल प्रदेश, कुशाल रावत पुत्र जगत सिंह रावत ग्राम मोहरा थाना मोरी जिला उत्तरकाशी, सुनील पुत्र रामेश्वर ग्राम खरोसा पोस्ट ऑफिस रोड थाना रोड जिला शिमला हिमाचल प्रदेश, दिनेश पुत्र रणवीर सिंह सरस्वती नगर राजू पाल जिला शिमला, लेखराज पुत्र जगदीश ग्राम सर्कल थाना रोड जिला शिमला हिमाचल प्रदेश बताये। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
May 20, 2022यात्रियों से दो—तीन दिन बाद आने की अपील2 दिन पूर्व भी सड़क धंसने से फंसे थे यात्री उत्तरकाशी। यमुनोत्री हाईवे एक बार फिर भू स्रराव के कारण बंद हो गया है। मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई। उत्तरकाशी पुलिस प्रशासन का कहना है कि सड़क मार्ग को दुरुस्त करने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है इसलिए यात्री अभी या तो पड़ावो पर विश्राम करें या फिर पहले गंगोत्री धाम जाएं फिर यमुनोत्री धाम आए जिससे उनका समय खराब न हो।दो दिन पूर्व यमुनोत्री हाईवे पर स्यानाचटृी और राना चटृी के बीच सुरक्षा दीवार ढहने से 10—15 मीटर सड़क नीचे धंस गई थी जिसके कारण इस मार्ग पर तीन हजार यात्री फंस गए थे। पीडब्ल्यूडी और बीआरओ ने दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद रोड को आवाजाही के योग्य बना लिया गया जिससे यहां फंसे यात्री तो निकल आए लेकिन एक दिन बाद ही सड़क की का यह हिस्सा फिर टूट गया जिससे यातायात बाधित हो गया है। मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा संभावित खतरे के मद्देनजर फिलहाल यमुनोत्री से आने जाने वाले सभी भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है जबकि छोटे वाहनों को एक साइड से निकाला जा रहा है लेकिन यह भी जोखिम भरा है तथा इसे निर्माण कार्य के कारण कभी भी रोका जा सकता है।उत्तरकाशी के जिला प्रशासन द्वारा यमुनोत्री आने वाले यात्रियों से अपील की गई है कि वह अपना समय बचाने के लिए या तो पहले गंगोत्री धाम जाए और इसके बाद यमुनोत्री धाम आए या फिर यात्रा पड़ावों पर ही सुरक्षित स्थान देखकर ठहर जाएं। पुलिस प्रशासन का कहना है कि मार्ग को ठीक करने में कम से कम दो—तीन दिन का समय लग सकता है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आगामी दो—तीन दिन मौसम भी खराब रहेगा जिसके कारण पुनर्निर्माण कार्य में बाधा आ सकती है क्योंकि राज्य में इस दौरान बारिश का भी अलर्ट जारी किया गया है।
May 20, 2022देहरादून। शादी का झांसा देकर शारीरिक सम्बन्ध बनाने व बाद में अश्लील फोटो वायरल की बात कर ब्लैकमेल करने पर पुलिस ने एक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।प्राप्त जानकारी के अनुसार श्यामपुर निवासी महिला ने प्रेमनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि उसकी मुलाकात मनीष कुमार सोलंकी पुत्र शिव नारायण सोलंकी निवासी साईलोक जीएमएस रोड देहरादून से वर्ष 2015 में हुई थी । मनीष कुमार सोलकी ने उससे विवाह का प्रस्ताव रखा जिस पर वह विवाह के लिए राजी हो गयी । उसके बाद मनीष कुमार सोलंकी ने उसको शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक सम्बन्ध बनाये उसको अपने पिता की कम्पनी हैबसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर मे वर्ष 2017 में डायरेक्टर के पद पर नियुक्त कर दिया। वह मनीष कुमार सोलंकी के झांसे में आ गयी और उसके माता पिता द्वारा जो सम्पत्ति उसके नाम की थी वह भी मनीष कुमार सोलंकी द्वारा उसको झांसा देकर विक्रय करवा दी तथा उसके खाते की काफी धनराशि भी अपने खाते मे अन्तरित करवा दी। उसको पता चला कि मनीष पहले से ही शादीशुदा है तो उसने उससे सम्बन्ध खत्म कर दिये और 2021 में शादी कर ली। लेकिन वर्तमान में भी मनीष सोलंकी उसको फोन कर धमका रहा है कि उसकी अश्लील फोटो वायरल कर देगा तथा उसकी गृहस्थी बर्बाद कर देगा। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
May 20, 2022देहरादून। जमीन के नाम पर पुलिसकर्मी से 20 लाख की धोखाधडी में पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।प्राप्त जानकारी के अनुसार कारगी निवासी शमशीर खान ने प्रेमनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि वह पुलिस विभाग मे कार्यरत है तथा उसकी पहचान जान —पहचान दिलशाद पुत्र शमशाद निवासी—ब्रामणवाल द्वारा शफीक खान पुत्र रफीक खान उर्फ मिन्द्रा एवं कुर्बान पुत्र शफीक खान निवासी कैलाशपुर , पित्थोवाला से वर्ष 2020 में हुई थी । शफीक व कुर्बान द्वारा उसको यह बताया गया कि वह दोनों प्रोपर्टी डीलर है तथा सस्ती व बिना विवाद की प्रोपर्टी का क्रय तथा विक्रय करते हैं । जिसके बाद उसके द्वारा दोनों व्यक्तियों को अपने लिये आवासीय भूमि दिलाने को कहा तो उक्त व्यक्तियों द्वारा उसको एक प्लट आवासी भूमि हेतु सुद्धोवाला , में यह कहते हुए दिखाई गयी कि यह सम्पत्ति उनकी साली की है जो दिल्ली रहते हैं तथा उक्त प्लट भूमि की कीमत उसको तीस लाख रूपये बताई गयी जिसे खरीदने क्रय करने की सहमति उसके द्वारा दी गयी। उक्त प्लट की रजिस्ट्री उसकी पत्नि श्रीमती रूखसाना खातून के नाम पर इस लिये की जायेगी क्योंकि महिला के नाम पर रजिस्ट्री होने से रजिस्ट्री में कम खर्च आयेगा । जिसके बाद एक अनुबंध हुआ और उसने उनको पांच लाख रूपये दे दिये।ं जिसके बाद उन लोगों ने समय समय पर रूपयो की मांग करते हुए उससे बीस लाख रूपये ले लिये और रजिस्ट्री नहीं करायी जब उसने उनपर दबाव बनाया तो उन्होंने उसको चैक दे दिये जो बैंक ने खारिज कर दिये। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
May 20, 2022ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन जारीः जावलकरकल की थी एक सप्ताह बंद रहने की घोषणासरकार के रवैये से यात्री फंसे परेशानी में देहरादून। राज्य में चल रही चार धाम यात्रा में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार इस कदर कंफ्यूज हो चुकी है कि उसे खुद यह समझ नहीं आ रहा है कि उसे क्या करना चाहिए और क्या नहीं। बीते कल चारों धामों में बुकिंग फुल होने के कारण ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण पर एक सप्ताह तक रोक लगाए जाने की घोषणा के बाद आज फिर कहा गया है कि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद नहीं किए जाएंगे। तत्काल यात्रा पर जाने वाले यात्री ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर यात्रा पर जा सकते हैं।पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के हवाले से आज इस आशय की जानकारी देते हुए कहा गया है कि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद नहीं किए गए हैं हरिद्वार ऋषिकेश सहित 20 स्थानों पर यात्री तत्काल ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। पहले से चल रहे इन रजिस्ट्रेशन कार्यालयों को बंद नहीं किया गया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि बीते कल उत्तराखंड विकास परिषद के हवाले से दी गई खबर के अनुसार ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन एक सप्ताह के लिए बंद रखे जाने की जानकारी दी गई थी जो अखबारों की हैडलाइन बनी थी।यह कोई पहला मर्तबा नहीं है यात्रा के पहले दिन से ही यात्रा की नियमावली को लेकर तमाम तरह के कन्फ्यूजन पैदा किए जाते रहे हैं। सरकार ने पहले कहा था कि किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है न कोई कोरोना जांच प्रमाणपत्र या वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट चाहिए आप बिना रोक टोक यात्रा पर आ सकते हैं। लेकिन जब धामों में भीड़ उमड़ने लगी और क्षमता से अधिक यात्री धाम पहुंचने लगे तथा श्रद्धालुओं की मौतों की खबरें आने लगी तो सरकार के हाथ पांव फूल गए। पीएमओ के द्वारा एनडीआरएफ और आईटीबीपी की तैनाती के आदेश हुए तो सरकार के कान खड़े हुए यात्रा शुरू होने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग ने अपनी एडवाइजरी जारी की कि अब सीएम फिजिकली फिट लोगों के ही यात्रा पर आने की बात कर रहे हैं। यही नहीं पर्यटन मंत्री यात्रा की रफ्तार धीमी करने का सुझाव दे रहे है तो कभी महीने भर की बुकिंग फुल होने की बात कहकर ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद करने की बात कही जाती रही है तो कभी बिना रजिस्ट्रेशन नो एंट्री का कानून बनाया जाता है। फिर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद न करने की घोषणा पर्यटन सचिव करते हैं। अगर यह तमाशा नहीं है तो और क्या है। सच यह है कि अव्यवस्थाओं ने शासन—प्रशासन को इतना कंफ्यूज कर दिया है कि किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें? सब अपना अपना राग अलाप रहे हैं और चार धाम यात्रा बस राम भरोसे ही चल रही है। जिसे लेकर विपक्ष भी हमलावर है।