May 8, 2024प्रयागराज । कुछ समय पहले एक शख्स का वीडियो वायरल हुआ था, जिसने एक यूट्यूबर से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को धमकी देने के साथ ही आपत्तिजनक टिप्पणी कर दिया था। प्रयागराज के रहने वाले शख्स ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर एक्शन पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि हमारे यहां बुलडोजर लेकर आ जाएं तो हम बकरा बनाकर काटेंगे। शख्स ने कहा था कि मैं चैलेंज दे रहा हूं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। अब इस शख्स का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें ये शख्स माफी मांगते हुए कह रहा है कि उस दिन वह नशे में था और सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर कुछ ज्यादा ही बोल गया था। जब होश में आया तो उस यूट्यूबर या मीडिया वाले को खोजने लगा, जिसके सवालों के जवाब में सीएम योगी को धमकाया था। शख्स ने कहा कि मैंने उस पत्रकार को खोजा और अपना माफीनामा वाला वीडियो चलाने के लिए कहा लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। योगी जी प्रदेश का विकास कर रहे हैं, अच्छा काम कर रहे हैं, मुझसे गलती हो गई। मुझे माफ कर दें।
May 8, 2024लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान संपन्न होने के साथ ही 543 में से 283 पर जनता अपना फैसला ले चुकी है। अभी चुनाव के भले ही चार चरण शेष बचे हो लेकिन सीटों के दृष्टिकोण से अब आधे से भी कम सीटों पर चुनाव होना शेष बचा है। अभी तक तीन चरण के मतदान में उदासीनता इसके साथ ही मतदाताओं की खामोशी इस चुनाव में सभी दलों के लिए एक चिंतनीय सवाल बनी हुई है। मतदान के पहले चरण में ही मतदाताओं में अपेक्षित उत्साह की कमी और कम मतदान प्रतिशत को राजनीतिक विशेषज्ञों और पार्टियों के द्वारा कराए गए अपने इंटरनल सर्वे के आधार पर तमाम दलों के नेताओं की बॉडी लैंग्वेज और चुनावी भाषणों तथा उनकी भाषा श्ौली तक में जिस तरह का बदलाव देखने को मिला उसका विश्लेषण भी बड़ी बारीकी के साथ विभिन्न माध्यमों से किया गया। जिसके आधार पर इंडिया गठबंधन के नेताओं में थोड़ा अतिरिक्त उत्साह और जोश देखा गया तथा सत्तारूढ़ एनडीए के खेमे में खींचतान और उदासीनता का भाव साफ महसूस किया जा रहा था। सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर तमाम रुझान भी इंडिया गठबंधन की ओर जाते दिखे वहीं तमाम समाचार पत्रों और टीवी चैनलों पर सत्तारूढ़ भाजपा और एनडीए के पक्ष में माहौल बनाया जाता रहा है। जहां तक मतदान प्रतिशत की बात है तो उसमें पांच से सात फीसदी तक की कमी को एनडीए के विपरीत ही माना जा रहा है। जिसके पक्ष में यह तर्क यही दिया जा रहा है कि जिन राज्यों में भाजपा या एनडीए सभी सीटें पिछली बार जीती थी वहां विपक्ष के पास खोने के लिए कुछ नहीं था अपनी पूर्व स्थिति व प्रदर्शन को दोहराने का सारा दबाव सत्ता पक्ष पर ही था। एक हद तक यह तर्क संगत भी लगता है कोई दल हर बार तो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दोहरा नहीं सकता है। अब तक हुए चुनाव में समीक्षकों द्वारा एनडीए को 50 सीटों के नुकसान की बात कही जा रही है। लेकिन 4 जून को मतगणना के बाद ही इसका सच सामने आ सकेगा। ऐसा कोई पैमाना किसी के भी पास नहीं है जो यह बता सके कि किसे कितना नफा या नुकसान होगा या किसे कितनी सीटें मिलेगी। लेकिन इस चुनाव के बीच आए कुछ अदालती फैसलों और पूर्व पीएम देवगौड़ा परिवार के सेक्स कंाडों जैसी घटनाओं ने भी इस चुनाव पर गंभीर प्रभाव डाला है। इस चुनाव में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पहले ही दौर से ड्राइविंग सीट पर रही है। राहुल गांधी की पदयात्राओं के बाद कांग्रेस का जो घोषणा पत्र आया उसे लेकर भाजपा के नेताओं की जुबान में अभी तक इसकी चर्चाएं हैं। उनके चुनावी भाषण भी कांग्रेस के घोषणा पत्र के मुद्दों तक ही सिमट कर रह गए हैं। जो एनडीए और भाजपा के लिए चुनावी मुद्दे थे ही नहीं। वहीं विपक्षी दलों के नेता भी देश की जनता की उस नब्ज पर ही हाथ रखे हुए हैं जो बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई के जरिए उन तक पहुंचने का रास्ता है। अब तक का चुनाव कम से कम यह बताने के लिए काफी है कि इस बार भाजपा के लिए सत्ता की राह पहले जैसी आसान रहने वाली नहीं है। मुकाबला जोरदार होगा जीतेगा कौन यह तो 4 जून को ही तय होगा।
May 8, 2024उत्तरकाशी। अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गंगा व यमुना के मंदिर को रंग रोगन से भव्य रूप से सजाया गया है। गंगोत्री मंदिर 21 क्विंटल व यमुनोत्री मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा। इस बार गंगोत्री धाम में सुंदर प्रवेश द्वार भी बनाए गए हैं।श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि मंदिर की सजावट के लिए फूल—पत्तियां गंगोत्री धाम पहुंच चुकी हैं। आज से मंदिर की फूलों से सजावट का कार्य शुरू हो जाएगा। शुक्रवार 10 मई को अक्षय तृतीय के पर्व पर गंगोत्री धाम में विशेष पूजा—अर्चना होगी। जिसके बाद मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ हेतू खोल दिए जाएंगे।वहीं, यमुनोत्री मंदिर समिति ने यमुनोत्री धाम को रंग रोगन से सजा कर तैयार कर लिया है। मंदिर समिति तथा पंच पंडा समिति ने भी कपाट खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यमुनोत्री मंदिर समित के पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल ने बताया कि अक्षय तृतीय के पर्व पर सुबह यमुना के मायके से शनिदेव की अगुआई में मां यमुना की डोली शीतकालीन निवास खरसाली से रवाना होगी। इस बार होमगार्ड के बैंड भी डोली यात्रा की अगुआई करेंगे।
May 8, 202410 मई को खुल रहे हैं केदारनाथ धाम के कपाट देहरादून। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली द्वारा आज आठ मई को फाटा से तीसरे पड़ाव गौरामाई मंदिर गौरीकुंड को प्रस्थान किया गया। बीते छह मई को देवडोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रवास हेतु पहुंची तथा मंगलवार सात मई को दूसरे पड़ाव फाटा पहुंची थी।विदित हो कि केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 10 मई को खुल रहे हैं। भगवान केदारनाथ की चलविग्रह उत्सव पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को श्री बदरीनाथ—केदारनाथ मंदिर समिति के स्वयं सेवक एवं हक—हकूकधारी पांवों में बिना कुछ पहने पैदल चलकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से श्री केदारनाथ धाम तक पहुंचाते हैं। यह प्रक्रिया हर साल दोहराई जाती है।फाटा से प्रस्थान होते समय आज जगह— जगह श्रद्धालुओं तथा स्कूली बच्चों ने बाबा केदार का जय घोष कर पुष्प वर्षा की। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में देश—विदेश के श्रद्धालू भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे हैं।पंचमुखी डोली के गौरीकुंड प्रस्थान के समय विष्णु प्रसाद कुर्मांचली, केदारनाथ धाम के पुजारी शिवशंकर लिंग, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण एवं यदुवीर पुष्पवान, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, भरत कुर्मांचली,कुलदीप धर्म्वाण,संजय कुकरेती सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
May 8, 2024धामी सरकार ने आवंटित भूमि की रजिस्ट्री अपने नाम करवाई देहरादून। राम जन्मभूमि अयोध्या में उत्तराखण्ड भवन (राज्य अतिथि गृह) के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। भूखण्ड के आवंटन से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए उत्तराखण्ड सरकार ने अयोध्या में आवंटित भूखण्ड की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली है। उत्तराखण्ड पहला राज्य है जिसने अयोध्या में राज्य अतिथिगृह के निर्माण के लिए भूखण्ड की रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी कर ली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि सरकार अपने वायदे के अनुरूप जल्दी से जल्दी रामनगरी अयोध्या में अतिथि गृह का निर्माण करेगी ताकि रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आने वाले उत्तराखण्ड के श्रद्धालुओं को ठहरने के उचित सुविधा मिल सके। यह भूखण्ड राममंदिर से महज 7 किलोमीटर (हवाई दूरी 3 किमी) की दूरी पर स्थित है।अयोध्या में दिव्य और भव्य राममंदिर के निर्माण के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की थी कि उत्त्राखण्ड सरकार अयोध्या में राजय अतिथि गृह का निर्माण करेगी। इस घोषणा के साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने भूमि खरीद के लिए फौरीतौर पर 32 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखण्ड सरकार का आग्रह स्वीकार कर भूखण्ड आवंटन की स्वीकृति प्रदान की थी, जिसके बाद उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने अयोध्या में उत्तराखण्ड भवन के निर्माण के लिए 5253.30 वर्ग मीटर भूखंड आवंटित किया था। अब धामी सरकार ने सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए आवंटित भूखण्ड अपने नाम दर्ज करवा लिया है। मंगलवार को ही भूखण्ड की रजिस्ट्री उत्तराखण्ड सरकार के नाम हुई है। भूखण्ड की रजिस्ट्री होने के साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखण्ड भवन की डीपीआर बनाने का काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
May 8, 2024नई दिल्ली। हैदराबाद में मंगलवार को भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर में कई जगहों पर जलभराव की वजह से यातायात अवरुद्ध रहा। शहर के बाचूपल्ली इलाके में भारी बारिश के कारण एक निर्माणाधीन भवन की दीवार गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में चार साल के एक बच्चे समेत 7 लोगों की मौत हो गई। एक घंटे तक हुई बारिश से कुछ इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं, तेज हवाओं के कारण कुछ स्थानों पर पेड़ गिर गए, जिससे वाहन यातायात बाधित हो गया। आपदा राहत बल (डीआरएफ) के दलों को पानी निकालने और रास्तों पर गिरे हुए पेड़ों को हटाने के काम पर लगाया गया। बाचूपल्ली पुलिस के अनुसार घटना मंगलवार रात की है और इसमें मारे गए लोग ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ के रहने वाले प्रवासी श्रमिक थे। पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह खुदाई करने वाली मशीन की मदद से मलबे से उनके शव निकाले गए। हैदराबाद और तेलंगाना के अनेक हिस्सों में मंगलवार को भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर में कई जगहों पर जलभराव की वजह से यातायात अवरुद्ध रहा। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार आपदा राहत बल (डीआरएफ) के दलों को पानी निकालने और रास्तों पर गिरे हुए पेड़ों को हटाने के काम पर लगाया गया है।