March 29, 2024चम्पावत। होली पर्व के दौरान गला घोटकर हुई युवक की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक शराब तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त मफलर भी बरामद किया गया है। हत्या का कारण शराब तस्करी का विरोध करना बताया जा रहा है।जानकारी के अनुसार बीती 27 मार्च को थाना पाटी पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम मंगललेख में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच की तो उस शव की पहचान ग्राम मंगललेख निवासी पान सिंह बिष्ट पुत्र कैलाश सिंह बिष्ट, उम्र लगभग 25 वर्ष के रूप में हुई। जिसके गले पर कुछ निशान पाये गये थे। मामले में कुन्दन सिंह पुत्र गंगा सिह निवासी ग्राम मंगललेख ने थाना पाटी में मुकदमा दर्ज कराया कि उनके भतीजे मृतक पान सिंह की हत्या 26 मार्च की रात भगवान सिंह पुत्र मदन सिह तथा कृष्ण सिंह पुत्र मदन सिंह, निवासी ग्राम मंगललेख, थाना पाटी द्वारा की गयी है। मामले में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने बीती रात संदिग्ध भगवान सिंह पुत्र मदन सिंह निवासी ग्राम मंगललेख से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि उसने ही मृतक पान सिंह की 26 मार्च की रात मफलर से गला घोटकर हत्या की गयी है। जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त मफलर उसके घर से बरामद कर लिया। हत्या किये जाने का कारण पूछने पर आरोपी भगवान सिंह ने बताया कि वह ग्राम मंगललेख में अवैध शराब का कारोबार करता है। जिसके खिलाफ पूर्व में भी कई मुकदमें दर्ज है। जिसका विरोध मृतक पान सिंह व उसका भाई प्रमोद पूर्व से ही करते रहते थे। जिस कारण मैं उनसे रंजिश रखने लगा जिस कारण उनमें रंजिश रहने लगी। घटना के दिन भी मृतक पान सिंह व हत्यारोपी भगवान सिंह द्वारा देर रात तक साथ में शराब पी गयी । इसी दौरान इनका शराब बेचने को लेकर बहस शुरू हो गयी । धीरे—धीरे बहस इतनी बड़ गयी की भगवान सिंह द्वारा मृतक पान सिंह को गला घोटकर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
March 29, 2024श्री नानकमत्ता गुरूद्वारे के कार सेवा प्रमुख की हत्या प्रकरण उधमसिंहनगर। श्री नानकमत्ता गुरूद्वारे के कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि हत्यारों की पहचान हो चुकी है, शीघ्र खुलासा किया जायेगा।आज यहंा श्री नानकमत्ता गुरूद्वारे में पहुंचे डीजीपी अभिनव कुमार ने गुरूद्वारा प्रबन्धक समिति व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें सभी पहलुओं पर चर्चा के बाद उन्होने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये। बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होने कहा कि गत दिवस हुई घटना काफी दुखद है। उन्होने कहा कि हत्यारों की पहचान हो चुकी है तथा उसके खुलासे के लिए एसटीएफ, एसओजी, स्थानीय पुलिस के चुनिंदा व अनुभवी अधिकारियों व कर्मचारियों को लगाया गया है। उन्होने बताया कि इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब के पुलिस अधिकारियो का भी उन्हे सहयोग मिल रहा है और वह भी अपने स्तर पर हत्यारों की तलाश में जुुटे हुए है। उन्होने कहा कि इस घटना में हत्यारोपियों के अलावा अगर किसी अन्य का भी हाथ सामने आया तो उसे भी बख्शा नहीं जायेगा। डीजीपी ने कहा कि इस घटना का खुलासा इस प्रकार से किया जायेगा कि दोबारा कोई ऐसा दुस्साहिसक कदम न उठा सके।घटना के खुलासे की समय सीमा बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा कि समय सीमा तय करना सही नहीं होगा लेकिन उनकी कोशिश यही होगी कि शीघ्र अतिशीघ्र हत्यारों को गिरफ्तार किये जाने की होगी।
March 29, 2024देहरादून। चोरों ने मंदिर का ताला तोडकर वहां से दानपात्र, मूर्ति छत्र व सामान चोरी कर लिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।प्राप्त जानकारी के अनुसार शिव मंदिर व ग्राम कल्याण समिति सुन्दरवाला के महासचिव रवि सिंह ने रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि आज प्रातः जब वह शितला माता मंदिर पूजा के लिए गये तो उन्होंने देखा कि मंदिर का ताला टूटा हुआ था। अन्दर से मंदिर का दानपात्र, मूर्ति का छत्र व अन्य सामान गायब था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
March 29, 2024देहरादून। पुलिस ने नशे के कैप्सूलों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।प्राप्त जानकारी के अनुसार क्लेमनटाउन थाना पुलिस ने चैकिंग के दौरान आशा रोहडी बैरियर पर एक स्वीफ्ट कार को रूकने का इशारा किया तो कार चालक कार को तेजी से भगा ले गया। पुलिस ने पीछा कर उसको थोडी दूरी पर ही रोककर उसमें सवार तीन लोगों को हिरासत में ले कार की तलाशी ली तो कार से पुलिस ने 774 नशीले कैप्सूल बरामद कर लिये। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम अकरम अली पुत्र अख्तर वाहिद निवासी आरकेडिया ग्रांंट बनियावाला, आमिर खान पुत्र अब्दुल कयूम निवासी मारखम ग्रांट तेलीवाला, शौकीन पुत्र फकीर निवासी टी स्टेट आरकेडिया ग्रांंट बनियावाला बताया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
March 29, 2024देश के वरिष्ठ अधिवक्ताओं के एक समूह द्वारा देश के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर न सिर्फ इस बात पर चिंता जताई गई है कि देश के कुछ शक्तिशाली समूहाेें द्वारा न्यायिक प्रक्रिया में हेर फेर कर अदालती फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है बल्कि न्यायपालिका की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इन अधिवक्ताओं ने प्रधान न्यायाधीश को सलाह दी है कि वह किसी के दबाव में आकर फैसला न ले। अधिवक्ताओं के इस पत्र को इसलिए भी गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है क्योंकि वह सीधे तौर पर देश की सर्वाेच्च अदालत पर और प्रधान न्यायाधीश पर यह आरोप लगा रहे हैं कि उनके फैसले दबावों में लिए जा रहे हैं जिससे न्यायपालिका के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है। इस देश की इसे विडंबना ही कहा जा सकता है कि यहां अब देश के लोकतंत्र और संविधान से लेकर देश की एकता और अखंडता पर खतरे से कम शब्दों का इस्तेमाल के बिना किसी भी बात में वजन पैदा ही नहीं होता है। लोकतंत्र और संविधान का अस्तित्व खतरे में है और अब न्यायपालिका का अस्तित्व भी खतरे में बताया जा रहा है। हास्यास्पद बात यह है कि अधिवक्ताओं द्वारा प्रधान न्यायाधीश को लिखे गये खत में विभिन्न शक्तिशाली समूहों की सक्रियता की बात तो की गई है लेकिन वह शक्तिशाली समूह कौन—कौन से हैं इसका कोई भी उल्लेख नहीं किया गया है। क्या देश के नेताओं का कोई समूह है या फिर वह समूह खुद अधिवक्ताओं का समूह है। पत्र में कही गई एक लाइन जिसमें कहा गया है कि इन समूहों द्वारा दिन में आरोपी नेताओं को बचाने के लिए बहस की जाती है और रात में न्यायाधीशों को प्रभावित करने की कोशिश की जाती है। अधिवक्ताओं के बीच परस्पर प्रतिद्वंतिता का होना स्वाभाविक है लेकिन जिस तरह से अधिवक्ताओं ने अपने इस सामूहिक पत्र के जरिए न्यायपालिका को भी राजनीति में घसीटने का प्रयास किया गया है उसे किसी भी स्तर पर उचित नहीं ठहराया जा सकता है। बात राजनीति की हो या देश की कानून व्यवस्था अथवा सामाजिक सुरक्षा और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की एकमात्र न्यायपालिका ही तो है जिस पर देश का विश्वास टिका हुआ है, कि उन्हें न्याय मिलेगा। पीड़ित अगर कोई नेता या राजनीतिक दल भी है तो न्याय के लिए वह न्यायपालिका के पास ही जाएगा न्यायपालिका जो फैसला सुनाती है वह संवैधानिक नियम कानून के दायरे में ही होता है। फिर इन अधिवक्ताओं को अगर यह लगता है कि न्यायालय ने कोई फैसला किसी दबाव या प्रभाव में लिया है तो वह बड़ी अदालत में अपील कर सकते हैं जैसे राहुल गांधी ने अपनी संसद सदस्यता समाप्त किए जाने व मानहानि मामले में हुई सजा के खिलाफ अपील की थी। अधिवक्ताओं के इस पत्र को लेकर अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जो आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं वह स्वाभाविक ही है। चुनावी दौर में सभी बातें चुनावी मुद्दा बना दी जाती हैं। न्यायपालिका पर अधिवक्ताओं द्वारा अगर किसी तरह का अविश्वास जताया जाता है तो यह अत्यंत ही चिंताजनक है। न्यायपालिका की गरिमा और उसकी महत्वता एवं आम आदमी की उसमें निष्ठा बनाए रखने की जिम्मेदारी भी इन अधिवक्ताओं के ऊपर है जो इस तरह के सवाल उठा रहे हैं। ऐसे समय में जब देश की राजनीति और मीडिया दिशा भ्रम की स्थिति से गुजर रहा हो तथा झूठ को देश के लोगों के सामने ऐसे परोसा जा रहा हो कि इससे बड़ा सच कुछ हो ही नहीं सकता है। न्यायाधीश और अधिवक्ताओं की जिम्मेवारी और भी बड़ी हो जाती है।
March 29, 2024नई दिल्ली। बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी का गुरुवार देर रात निधन हो गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इधर फिरोजाबाद में भी सुरक्षा कड़ी की गई है। मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत के बाद पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। इस बीच बांदा जिले में भी पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। डीएम, एसपी समेत फोर्स को मेडिकल कॉलेज बुलाया गया है। डीजीपी मुख्यालय ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम फिलहाल जारी है। 2 डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम कर रहा है, जिसकी वीडियोग्राफी भी की जा रही है। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा कि पिता को आज ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।