September 21, 2023वन मंत्री सुबोध ने बैठाई जांच क्या कृषि मंत्री जोशी भी करेंगे कार्रवई? देहरादून। वन विभाग और कृषि विभाग में उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों ने राज्य की प्रतिबंधित जड़ी किल्मोड़ा का अवैध दोहन कराकर करोड़ों का खेला कर दिया गया। मामले का खुलासा होने पर अब वन मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा इस पर जांच बैठा दी गई लेकिन मामला कृषि विभाग सहित अन्य कई विभागों से जुड़ा हुआ है इसलिए यह कह पाना कठिन है कि जांच कहां तक पहुंचेगी।जानकारी के अनुसार प्रतिबन्धित और बेश कीमती जड़ी किल्मोड़ा के 25—30 हजार टन अवैध दोहन का मामला सामने आया है। राज्य में कई क्षेत्रों में पाई जाने वाली इस बेश कीमती जड़ी किल्मोड़ा से आंखों की दवा से लेकर डायबिटीज जैसी अनेक गंभीर बीमारियों की दवाये बनाई जाती है। यह जड़ी किसानों के खेतों से लेकर जंगल तक पैदा होती हैं इसके उत्पादन की निगरानी का जिम्मा कई विभागों पर होता है। पता चला है कि जिन किसानों के खेतों में जड़ी उत्पन्न होने का रवन्ना वन व कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा काट कर हेरा फेरी की गई उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं है। खैर 25 से 30 हजार टन किल्मोड़ा के अवैध पातन के जरिए विभागीय अधिकारियों द्वारा करोड़ों कमा लिए गए। वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं तथा दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा। देखना यह है कि क्या कृषि मंत्री गणेश जोशी भी इस पर कोई एक्शन लेंगे या नहीं। इसकी जांच कहां तक पहुंच पाती है यह आने वाला समय ही बताएगा लेकिन किल्मोड़ा में करोड़ों का खेला होने के इस मामले के उजागर होने से सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति जरूर सवालों के घेरे में आ गई है।
September 21, 2023देहरादून। हिन्दूवादी संगठनों के विरोध के बाद एमडीडीए ने विवादित मस्जिद को सील कर वहां पर पुलिस फोर्स तैनात करा दी।उल्लेखनीय है कि काफी समय से हिन्दूवादी संगठनों के द्वारा डालनवाला एमडीडीए कालोनी में एक मकान को मस्जिद बनाये जाने का विरोध किया जा रहा है जिसके लिए हिन्दू जागरण मंच सहित विभिन्न हिन्दूवादी संगठनों ने एमडीडीए सचिव का पुतला फूंका तथा उनके निलम्बन की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास भी कूच किया था। इतने विरोध के चलते आज एमडीडीए की टीम वहां पर पहुंची और उन्होंने विवादित मस्जिद को सील कर दिया। जिसके बाद क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
September 21, 2023देहरादून। अंकिता भण्डारी को न्याय दिलाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री कूच के दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला सहित दो महिलाओं ने अपने सिर मुडवाये। जिसके बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाईन पहुंचाया।आज यहां प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में राज्य व केन्द्र सरकार के नीतियों के खिलाफ सैकडों महिला कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया। इस असवर पर रौतेला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग लगातार राज्य व केन्द्र सरकार से करती आ रही है परन्तु आज तक उनके परिवार को न्याय नही मिल पाया है। उन्होंने कहा मणीपुर में जिस तरह से महिलाओं को सरकार के नाक के नीचे निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया गया यह देश को शर्मशार करने वाला काण्ड था, परन्तु आज तक उन महिलाओं को न्याय नही मिल पाया है। भाजपा नेता के रिजार्ट में राज्य की बेटी अंकिता भण्डारी के साथ हुई जघन्य अपराध की घटना के उपरान्त सरकार द्वारा रातोंरात सबूत नष्ट करने का काम किया गया उससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा रिसॉर्ट पर बुल्डोजर फिराने के आदेशों से इनकार किया जा रहा है तथा भाजपा सरकार सबूत नष्ट करने के बाद अपनी पीठ थपथपा रही है। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था नाम चीज नही है जहॉ तहॉ आये दिन महिलाओं के साथ अत्याचार किये जा रहे हैं और उन्हें न्याय दिये जाने के बजाय उनका और अधिक उत्पीड़न किया जा रहा है। राज्य सरकार विकास के नाम पर डुगडुगी पीट रही है परन्तु विकास कहीं दिख नही रहा है। उन्होंने कहा सरकार के नाक के नीचे राजधानी देहरादून के सड़कों पर एक—एक फीट के गड्डे देखे जा सकते हैं। भाजपा सरकार के नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला एवं महामंत्री शिवानी थपलियाल मिश्रा ने अंकिता भण्डारी को न्याया दिये जाने हेतु अपना सिर मुडवाकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। तत्पश्चात पुलिस द्वारा सभी महिला प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाईन ले जाया गया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री विजय सारस्वत, पूर्व विधायक संजीव आर्य, मुख्य प्रवत्तQा गरिमा माहरा दसौनी, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर ंिसह गोगी, मीना रावत, नजमा खान, आशा मनोरमा डोबरियाल, प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल उर्मिला थापा, दर्शन लाल, मोहित उनियाल, सुशीला बेलवाल, उषा रावत, अनुराधा तिवाड़ी, कमजीत कौर, पूनम कैन्यूरा, रेनू नेगी, इन्दू पंवार आदि सैकड़ों महिलायें उपस्थित थे।
September 21, 2023देहरादून। चाकू की नोंक पर हुई लूट के मामले में एसएसपी देहरादून के सख्त रूख को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर मात्र 12 घंटो के भीतर ही लूट का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस लूट में तीन शातिरों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट का माल, घटना में प्रयुक्त स्कूटी व एक चाकू भी बरामद किया है।बता दें कि बीती शाम रायपुर क्षेत्रान्तर्गत सोमनाथ नगर के पास तीन अज्ञात व्यक्तियो द्वारा चाकू की नोक पर सुहैल पुत्र मुन्ना अहमद निवासी आजाद नगर कॉलोनी, रायपुर के साथ पर्स लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। घटना की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस फोर्स के मौके पर पँहुचे तथा पीडित से जानकारी करने पर पता चला कि लुटेरों द्वारा पीड़ित का पर्स जिसमें 4800 रुपये नगद, 2 आधार कार्ड व एक आई कार्ड था लूट लिया गया था। पीड़ित ने बताया कि लुटेरो ने इस घटना को अंजाम देने के लिए एक सफेद रंग की स्कूटी का इस्तेमाल किया था।लूट की इस घटना को गम्भीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह द्वारा द्वारा थानाध्यक्ष रायपुर को 24 घंटे के अन्दर घटना का अनावरण करने के सख्त निर्देश दिये गये थे। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने लुटेरो की तलाश शुरू कर दी गयी। मामले में पुलिस को पता चला कि लूट में प्रयुक्त स्कूटी प्रियंका पुत्री अशोक कुमार निवासी ऋषिनगर देहरादून के नाम पंजीकृत है। साथ ही सीसी कैमरों से पता चला कि एक लुटेरा प्रियंका का भाई आशु है। जिस पर पुलिस द्वारा देर रात से उसकी तलाश शुरू कर दी गयी। जिसे आज सुबह लगभग चार बजे ऋषिनगर के पास से गिरफ्तार किया गया। जिसके द्वारा बताया गया कि इस घटना में उसके साथ उसके साथी रोहित व सौरभ भी थे। जिस पर पुलिस द्वारा रोहित व सौरभ को 4.15 बजे डीएल रोड़ पुल के पास से गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से घटना में लूटी धनराशी 4800 रुपये नगद, दो आधार कार्ड, पेन कार्ड, चाकू व स्कूटी बरामद की गयी। पूछताछ में आशु द्वारा बताया गया कि वह नगर निगम में सफाई कर्मचारी है तथा उसने नशे की पूर्ति के लिये अपने दोस्तो के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। बहरहाल पुलिस ने उन्हे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
September 21, 20232016 से पूर्व की नियुक्तियों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं? सरकार ने कुछ कर्मियों को बर्खास्त कर क्यों की लीपा पोती देहरादून/लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच द्वारा उत्तर प्रदेश की विधानसभा और परिषद में हुई बैकडोर भारतीयों पर सख्ती दिखाते हुए इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दे दिए गए हैं। जिसके बाद यूपी की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है। 2020 से 2023 के बीच हुई 200 के लगभग भर्तियों के जरिए नेताओं और अफसरों के सगे संबंधियों को दी गई नौकरी के खिलाफ एक जनहित याचिका पर चल रही सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट की बेंच ने इसकी जांच सीबीआई को सौंपने के आदेश दिए हैं। इसकी जद में आए कई नेता व अधिकारी तो बेनकाब होंगे ही साथ ही अवैध तरीके से नौकरी पाने वालों की नौकरी भी जाएगी।उत्तराखंड में अभी बीते दिनों जब विधानसभा व सचिवालय में बैकडोर भर्तियों का मामला सामने आया था तब ऐसी ही स्थिति देखी गई थी। फर्क यह था कि अपनी साख बचाने के लिए धामी सरकार ने इस पर खुद ही कार्रवाई शुरू कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने आनन—फानन में पत्रकार वार्ता बुलाकर इसकी जांच कराने व कार्रवाई की बात की। वहीं जांच के आधार पर उन्होंने एक सप्ताह के अंदर ही 228 तदर्थ नियुक्तियों को अवैध बताते हुए इन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया था। अपने खिलाफ हुई इस कार्यवाही को लेकर यह कर्मचारी हाईकोर्ट भी गए तथा सुप्रीम कोर्ट भी गए, उन्होंने आंदोलन कर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश भी की लेकिन उन्हें कहीं से भी राहत नहीं मिली। लेकिन यह सवाल आज भी सवाल ही बना हुआ है कि राज्य की सरकार ने 2016 से पूर्व हुई बैक डोर भर्तियों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? क्यों इस अति संवेदनशील मामले की जांच सीबीआई को या किसी उच्च स्तरीय जांच एजेंसी को नहीं सौंपी गई क्यों इस मामले में लीपापोती की गई? क्या 2016 से पूर्व की भर्तियों को इसलिए वैध माना जा सकता है कि सरकार उन्हें स्थाई नियुक्ति पत्र दे चुकी थी? सच यह है कि इन्हें स्थाई करने का सरकार का फैसला भी अवैध था।बात सिर्फ विधानसभा व सचिवालय में हुई बैकडोर भर्तियोंं तक ही सीमित नहीं है राज्य गठन से लेकर अब तक उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा आयोग व लोक सेवा आयोग द्वारा की गई तमाम भर्तियों में हुई व्यापक धांधली की जांच सीबीआई से कराने का साहस सरकार कभी नहीं जुटा सकी है क्योंकि ऐसा हुआ तो राज्य के कई सफेद पोश और अधिकारियों के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे?
September 21, 2023देहरादून। स्पा सेंटर के नाम पर देह व्यापार का धंधा करने पर एक महिला सहित दो लोग गिरफ्तार, सेंटर का मालिक पुलिस के हाथ नहीं लगा। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।प्राप्त जानकारी के अनुसार एएचटीयू के प्रभारी मनमोहन सिंह नेगी ने कैण्ट कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि उनको सूचना मिली थी कि यमुना कालोनी के पास स्थित व्रQाउन टावर में स्थित स्पा सेंटर में देह व्यापार का धंधा चल रहा हैं। जिसके बाद उन्होंने टीम के साथ स्पा सेंटर में छापा मारा तो वहां पर एक युवती व युवती नग्न अवस्था में पडे मिले। जिनसे पूछताछ की गयी तो युवती ने बताया कि वह गरीब परिवार से है तथा स्पा सेंटर के मालिक मनोज कुमार ने उसको 15 हजार रूपये महीने पर रखा है। मनोज कुमार ने उससे कहा कि कोई भी स्पा कराने नहीं आता अगर उसको सैक्स करने दिया जाये तो बहुत लोग आयेंगे। मजबूरी वंश वह यह काम करने को तैयार हो गयी। इसके साथ ही दो अन्य युवतियां भी पुलिस को वहां पर मिली। उन्होंने ने भी पुलिस को वही बात बतायी तथा बताया कि ग्राहक से वह 20 हजार रूपये से 3500 हजार रूपये लेती हैं जिनमें से आधा उनका होता है। पुलिस ने तीनों को वहां से मुक्त कराकर स्पा सेंटर की मैनेजर को गिरफ्तार कर मालिक व मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।