स्मार्ट सिटी पर सरकार सवालों से घिरी

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परेड ग्राउंड की शक्ल सूरत बिगाड़ कर रख दीः काऊ खजान दास ने अधिकारियों के सिर फोड़ा ठीकरा धामी की अधिकारियों को फटकार, कड़े दिशा निर्देश

संवाददाता देहरादून। सात साल पहले देहरादून को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किए जाने के बाद राजधानी दून का कायाकल्प होने का जो सपना देखा गया था अब वह सरकार के लिए सबसे बड़ा सरदर्द बन चुका है। विपक्ष द्वारा स्मार्ट सिटी के कामों पर सवाल उठाए जाने के बाद खुद भाजपा के मंत्री और विधायकों द्वारा स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर सरकार और अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। जिससे परेशान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज अधिकारियों की समीक्षा बैठक में उन्हें फटकार लगाते हुए समय पर कामों को पूरा करने और धन का अपव्यय रोकने के निर्देश दिए हैं।


यहां यह उल्लेखनीय है कि बीते 7 साल से राजधानी में स्मार्ट सिटी के काम चल रहे हैं जो 5 साल में पूरे किए जाने थे लेकिन 7 सालों में आठ सीईओ बदलने और निर्माणदाई संस्थाओं से काम छीनने व दूसरी संस्थाओं को काम सौंपने का क्रम जारी है। भाजपा विधायक खजान दास का कहना है कि स्मार्ट सिटी के कामों के समय पर पूरा न होने और स्मार्ट सिटी के कामों के कारण शहर की दुर्दशा होने के पीछे अधिकारी जिम्मेदार हैं। उनका साफ कहना है कि जिन अधिकारियों को सरकार ने काम का जिम्मा सौंपा, उन्हें इसके कामों का कोई प्रैक्टिकल अनुभव नहीं था और काम खराब होने पर अधिकारी दर अधिकारी बदले जाते रहे जिसके कारण न तो काम की गुणवत्ता बनी रह सके और न काम समय पर पूरा हो सका है। उनका कहना है कि जब वह जनता के बीच जाते हैं तो उनसे जनता सवाल पूछती है ऐसी स्थिति में वह क्या जवाब दें। उधर भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि स्मार्ट सिटी के कामों ने परेड ग्राउंड की शक्ल और सूरत को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया है। यहां अनियोजित तरीके से जो काम किए गए हैं उन्हें किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने न्यायालय की डबल बेंच के उस फैसले का जिक्र करते हुए कहा जिसमें अदालत द्वारा परेड ग्राउंड का मूल स्वरूप बनाए रखने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि अब परेउ ग्रांउड है कहां? उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के कामों ने परेड ग्राउंड व रेंजर्स कालेज के स्वरूप को ही बिगाड़ कर रख दिया है। यहां जो मंच बना है वह अब किसी उपयोग का नहीं रह गया है। मुख्यमंत्री धामी खुद इसे तोड़ने के आदेश दे चुके हैं। स्मार्ट सिटी के कामों और उन्हें लेकर फैली अव्यवस्थाओं पर सरकार कटघरे में है। मुख्यमंत्री धामी की समीक्षा बैठकों व दिशा—निर्देशों से स्थिति में सुधार होगा इसकी किसी को भी उम्मीद नहीं है।

मेयर बोले तीन साल में सब कुछ उल्टा हुआ देहरादून। स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर मेयर सुनील उनियाल गामा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर जनता को बड़ी उम्मीदें थी लेकिन बीते तीन सालों में गैर तजुर्बेकार ठेकेदारों के कारण सब कुछ उल्टा हो गया है जिसे लेकर उनका मन बहुत दुखी है। उनका कहना है कि दून को बेहतर बनाने की इस योजना के कारण जो अव्यस्थाएं उत्पन्न हो चुकी हैं उन्हें लेकर जनता परेशान हैं लेकिन उनके निराकरण का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इसे गंभीरता से लेने का अनुरोध किया है।

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