उत्तरकाशी में बादल फटने से तीन की मौत, एसडीआरएफ ने निकाले शव
देहरादून। उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश ने कहर ढा रखा है। शनिवार से हो रही बारिश के चलते उत्तरकाशी और टिहरी में कुदरत का कहर बरपा है।
शनिवार से शुरू हुई बारिश का कहर सोमवार को भी जारी रहा। रविवार को उत्तरकाशी के निकटवर्ती गांव निराकोट और कंकराड़ी में बादल फटने के बरसाती गदेरों में उफान आ गया। जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार कंकराड़ी गांव में दो मकान ध्वस्त हो गए। सबसे ज्यादा नुकसान मांडो गांव में हुआ है। जहां पर 15 से 20 घरों में मलबा घुस गया। वहीं, करीब चार से पांच मकान जमींदोज को हो गए हैं। मांडो गांव में देवानन्द भट्ट के परिवार की दो महिलाएं और एक बच्ची मलबे में दब गए। रेस्क्यू टीम ने सोमवार सुबह तीनों के शव निकाले। मृतकों में माधरी देवी (42), रीतू (38) और कुमारी ईशु (6) हैं। एक व्यत्तिQ गदेरे में बह गया जिसका कुछ पता नहीं चल पाया।
वहीं, बारिश और भूस्खलन से प्रदेश में मलबा आने से 50 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे भारी गुजर सकते हैं। इस दौरान देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और नैनीताल में भारी बारिश हो सकती है।
टिहरी के मेढ़ गांव में फटा बादल
टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र के मेढ़ गांव में तड़के बादल फटने की सूचना है। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं आई है। घटना सुबह तड़के चार बजे की बताई जा रही है। कुछ लोगों के घर मलबे में दबे हैं। गांव के ही रहने वाले भगवान सिंह ने बताया कि सुबह बेहद तेज आवाज आने पर उन्होंने ग्रामीणों को जगाया। इससे लोगों की जान बच गई। नुकसान का आंकलन को प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई।
वहीं मौसम विभाग ने प्रदेश में आज आरेंज अलर्ट जारी किया है। मैदानी क्षेत्र में जलभराव की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 19 जुलाई को उत्तराखंड में ओरेंज अलर्ट है। 19 जुलाई को देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी जिले में कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। निचले इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है। 20 जुलाई का यलो अलर्ट है।