20 मार्च को होगा नई सरकार का शपथ ग्रहण
चर्चाओं के दबाव में नहीं होगा सीएम पर फैसला
नई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड का नया मुखिया कौन होगा? भले ही चर्चाओं के केंद्र में आधा दर्जन से अधिक नाम हो और पुष्कर सिंह धामी के पक्ष में उनकी टीम खुलकर बैटिंग कर रही हो लेकिन अब इसका फैसला दिल्ली दरबार से ही होगा। आगामी 19 मार्च को आने वाली पर्यवेक्षक टीम औपचारिक तौर पर विधानमंडल दल से उनकी राय जानेगी जिसके आधार पर हाईकमान के फैसला लेने की बात कही जा रही है। वहीं 19 मार्च को ही नेता विधानमंडल दल के नाम का ऐलान और सरकार गठन का दावा पेश किया जाएगा तथा 20 मार्च को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने उत्तराखंड में होली के बाद ही नई सरकार का शपथ ग्रहण होने की बात कही। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम पर पत्ते नहीं खोले और 19 मार्च को विधानमंडल दल की बैठक में सीएम के नाम की घोषणा की बात कही। उल्लेखनीय है कि 19 मार्च को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व पीयूष गोयल दून आ रहे हैं।
19 मार्च को होने वाली विधानमंडल दल की बैठक में सीएम के चयन का फैसला हाईकमान पर छोड़ने के साथ ही इस सरकार का नेतृत्व कौन करेगा इसकी औपचारिक घोषणा किए जाने की संभावना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में इस मुद्दे पर विचार मंथन का दौर जारी है तथा 19 से पहले ही इस पर फैसला ले लिया जाएगा। जानकारी यह भी मिली है कि सीएम को लेकर जिन विधायकों द्वारा अपने नाम उछाले जा रहे हैं उस कवायद का उन्हें कोई फायदा होने वाला नहीं है। हाईकमान द्वारा फिर सीएम के लिए कोई ऐसा नाम भी घोषित किया जा सकता है जो चर्चाओं से परे हो। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाईकमान किसी के दबाव में फैसला करने नहीं जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस चर्चा में अब तक पुष्कर सिंह धामी से लेकर सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, अनिल बलूनी, रितु खंडूरी तथा मदन कौशिक के नाम उछाले जाते रहे हैं। कई नेता अपने समर्थकों और रसूखों के जरिए अपना नाम आगे बढ़ाने में लगे हैं लेकिन हाईकमान द्वारा सीएम का चेहरा चौंकाने वाला भी हो सकता है। जिसका पता 19 मार्च को ही चल सकेगा।