बीजिंग। चीन में तख्तापलट की अफवाह ने सोशल मीडिया पर तहलका मचाया हुआ है। लोग दावा कर रहे हैं कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग को नजरबंद कर दिया गया है। हालांकि, चीन के मीडिया या आधिकारिक तौर चीन तख्तापलट की जानकारी नहीं है। ये खबर ठीक तब आई है, जब Bloomberg ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि चीन की एक अदालत ने एक पूर्व शीर्ष सुरक्षा अधिकारी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस अधिकारी ने कम्युनिस्ट पार्टी के एक अहम फेरबदल से कुछ हफ्ते पहले शी जिनपिंग के खिलाफ एक राजनीतिक गुट खड़ा करने की कोशिश की थी। उसी के जवाब में ये कार्रवाई की गई है।
दून वैली मेल चीन में कथित सैन्य तख्तापलट और जिनपिंग को नजरबंद किए जाने की इन खबरों की पुष्टि नहीं करता है। सोशल मीडिया दावे के अनुसार ये सब तब शुरू हुआ, जब चीन की एक मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर ज़ेंग ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि पीएलए बीजिंग की ओर बढ़ रही है। ज़ेंग अभी अमेरिका में रहती हैं। ज़ैंग ने अपने ट्वीट में लिखा, पीएलए सैन्य वाहन 22 सितंबर को बीजिंग की ओर जा रहे हैं। बीजिंग के पास हुआनलाई काउंटी से शुरू होकर हेबेई प्रांत के झांगजियाकौ शहर में ये काफिला खत्मा हुआ। सोशल मीडिया दावे के अनुसार चीन में लगभग 60% उड़ानें शुक्रवार को बिना किसी स्पष्टीकरण के रोक दी गईं। चीन के लेखक गॉर्डन चांग ने ज़ेंग के वीडियो को रिट्वीट किया और लिखा, “बीजिंग में जाने वाले सैन्य वाहनों का यह वीडियो देश में 59% उड़ानों के ग्राउंडिंग और वरिष्ठ अधिकारियों की जेलों में बंद किए जाने के तुरंत बाद आया है।
रूसी न्यूज एजेंसी स्पुतनिक ने दावा किया है कि बीजिंग में तनाव के कोई संकेत नहीं हैं। हर जगह लोग अपने दैनिक जीवन के बारे में जा रहे हैं। तियानमेन स्क्वायर पर भी लोग रोजमर्रा के काम में लगे हुए हैं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने पर लोगों को बीजिंग में एक जगह से दूसरी जगह आने-जाने दिया जा रहा है। हवाई जहाज और ट्रेन की टिकट ऑनलाइन उपलब्ध हैं। हालांकि, छुट्टियों के कारण टिकटों की कीमतें काफी ज्यादा बढ़ गई हैं। कोई इंटरनेट या सोशल मीडिया ब्लैकआउट या टीवी शेड्यूल में बदलाव नहीं है। बीजिंग के हवाई अड्डे से आने-जाने वाली सैकड़ों उड़ानों को रद्द किया गया है। चीन का दावा है कि ऐसा कोरोना प्रतिबंधों के कारण किया गया ह