देहरादून। राज्य में हर वर्ष औसतन 200 लोगों की हत्या होती है लेकिन इससे पांच गुना ज्यादा यानि 1000 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो जाती है। यह राज्य के लिए बड़ी चिंता का विषय है। यह बात सहस्त्रधारा रोड स्थित एक कैफे में पीएचडी चेम्बर आफ कामर्स और एसडीसी फाउंडेशन की ओर से आयोजित चौथे वाव पालिसी डायलाग में उत्तराखण्ड में सड़क दुर्घटना विषय पर अपनी बात रखते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा कही गयी। उन्होने कहा कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर एक बड़ा कारण सड़कों पर बढ़ता टै्रफिक दबाव है। राज्य गठन के समय जहंा राज्य में वाहनों की संख्या 4 लाख थी वहीं अब आठ गुना ज्यादा यानि 32 लाख के करीब हो गयी है। उन्होने ड्रंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीड और ओवर लोडिंग को सड़क दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बताया।