देहरादून। उत्तराखंड राजभवन में आज से दो दिवसीय बसंतोत्सव की शुरुआत हुई। बसंतोत्सव में प्रदेशभर से तकरीबन 350 कैटेगरी के फूल आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इसका उद्घाटन किया। 9 मार्च तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के फूलों की प्रजातियों की प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें प्रदेशभर से तकरीबन 350 कैटेगरी के फूल आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसके साथ ही उद्यान विभाग द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार के साजो सामान के स्टाल भी लगाए गए हैं।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड गुरमीत सिंह ने बसंत उत्सव का फीता काटकर शुभारंभ किया। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए फूलों के काश्तकारों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने किसानों की हौसला अफजाई भी की और कहा कि उद्यान विभाग द्वारा आयोजित ये कार्यक्रम फूलों के काश्तकारों के लिए संजीवनी साबित होगा। उत्तराखंड में प्राकृतिक सौंदर्य भरपूर मात्रा में है। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के फूल और पौधों से औषधियों का भी निर्माण किया जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड दुनिया में फूलों के उत्पादन में सबसे अग्रणी भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड को फूलों का प्रदेश घोषित करने का एलान किया। राजभवन में आयोजित बसंत उत्सव को लेकर किसान भी काफी खुश नजर आए। किसानों ने कहा कि हम पिछले कई सालों से उत्तराखंड राजभवन में बसंतोत्सव में शिरकत कर रहे हैं। उद्यान विभाग द्वारा उन्हें पुरस्कृत भी किया जाता है। इससे किसानों की हौसला अफजाई भी होती है। और इंटरनेशनल मार्केट में उत्तराखंड के फूलों की पहचान बन पाती है। इस मौके पर राजभवन में बड़ी संख्या में लोग फूलों की प्रदर्शनी को देखने के लिए आए। यहां आए पर्यटकों ने विभिन्न प्रकार के फूलों का लुफ्त उठाया। इस मौके पर स्कूली बच्चों द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया ।