सरकार पर तानाशाही का आरोप
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने भी आज अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार महंगाई व बेरोजगारी तथा जीएसटी के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को राजभवन व सीएम आवास जाने से पुलिस द्वारा रोका गया तो उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई। हाथीबड़कला में यह कांग्रेसी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए जहां से पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता विपक्ष यशपाल आर्य तथा प्रीतम सिंह आदि तमाम बड़े नेताओं के साथ हजारों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने आज कांग्रेस भवन से महंगाई व बेरोजगारी के विरुद्ध विरोध मार्च निकाला। जब यह कार्यकर्ता राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने के लिए राजभवन की ओर कूच कर रहे थे तो पुलिस ने हाथीबड़कला में बनाई गई बैरिकेडिंग पर इन्हें रोक दिया गया। कांग्रेसी कार्यकर्ता और नेताओं ने यहां कई बार बैरिकेडिंग को तोड़ने का प्रयास किया इस दौरान पुलिस के साथ उनकी धक्का—मुक्की और तीखी नोकझोंक भी हुई। आगे न बढ़ पाने के कारण यह कार्यकर्ता यही सड़क पर धरने पर बैठ गए और केंद्र सरकार की तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि कांग्रेस आम आदमी की समस्याओं को लेकर संघर्ष करती रहेगी उन्होंने कहा कि जब आम आदमी महंगाई से परेशान हैं केंद्रीय सत्ता में बैठे नेता यह मानने को भी तैयार नहीं है कि महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा भी करना चाहे तो सत्ता पक्ष चर्चा के लिए भी तैयार नहीं है ऐसे में कांग्रेस के पास सड़कों पर उतरने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। उधर यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार काग्रेस को डरा धमका कर चुप बैठ जाने पर विवश कर रही है लेकिन कांग्रेसी नेता चुप बैठने वाले नहीं हैं। भले ही उन्हें जेल में डाल दिया जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र का इस्तेमाल राजतंत्र की तरह कर रही है आम आदमी की आवाज को कोई सुनने को तैयार नहीं है।
पुलिस द्वारा इन प्रदर्शनकारी कांग्रेसी नेताओं को जबरन उठाकर बसों में भरकर पुलिस लाइन ले जाया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेशभर से इस प्रदर्शन में भाग लेने के लिए नेतागण पहुंचे थे तथा इस विरोध प्रदर्शन में भारी भीड़ देखी गई।