लखवाड़ व्यासी परियोजना के तहत लोहरी गांव के विस्थापन का मामला
देहरादून। लखवाड़—व्यासी परियोजना के विस्थापन के मुद्दे को लेकर आज कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव एसएस संधू से मिलकर उन्हें विस्थापित किए जाने वाले गांव लोहरी के लोगों की समस्याओं से अवगत कराया गया और घर छोड़ने के लिए उन्हें और अधिक समय देने की मांग की गई।
मुख्य सचिव को दिए गए ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि गांव लोहरी के लोग विस्थापन के लिए तैयार हैं। वह विस्थापन या सरकार के किसी काम का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन पुलिस प्रशासन जिस तरह लाठी के दम पर उनसे अपना घर—बार छोड़ने पर मजबूर कर रहा है वह गलत है। प्रीतम सिंह का कहना है कि जो लोग इतने सालों से गांव व घरों में रह रहे हैं वह रातों—रात अपने सामान और ढोर—डंगरों के साथ कहां जाएं यह आसान नहीं है। प्रशासन द्वारा उन्हें 24 घंटे में घर छोड़ने का फरमान दे दिया गया और घर न छोड़ने पर उनके साथ मारपीट की जाए यह उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन को उन्हें घर छोड़ने के लिए हफ्ते—दस दिन का समय तो दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन—शासन उन्हें तीन हजार रूपये किराया देने की बात कह रहा है। सवाल यह है कि क्या तीन हजार रूपये के किराए में उन्हें कहीं भी रहने का ठिकाना मिल सकता है जहां वह अपना सामान व परिवार के साथ रह सके उन्होने ने कहा कि यह कतई भी व्यावहारिक नहीं है। मुख्य सचिव ने उन्हें इस मुद्दे पर विचार करने की बात कही गई है।