हरिद्वार। उत्तराखंड पुलिस की मुहिम, `ऑपरेशन स्माइल’ के तहत पुलिस ने एक लापता हुए नाबालिग भाई को उसकी बड़ी बहन से मिलवा दिया है। पुलिस की इस कार्यवाही का बहन द्वारा धन्यवाद किया गया है।
पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड, अशोक कुमार की पहल पर 1 सितम्बर से दो माह के लिए पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे ऑपरेशन इस्माइल आभियान के तहत दिनांक 14 सितम्बर को बहन ज्योति पुत्री स्वः प्रमोद निवासी रेलवे स्टेशन के सामने पार्किंग हरिद्वार ने जीआरपी थाना हरिद्वार पर तहरीर देकर बताया गया कि उसका छोटा भाई बालक सन्नी पुत्र स्वः प्रमोद उम्र 13 वर्ष दिनाक 10 जून को घर से बिना बताए कहीं चला गया है। दी गई तहरीर पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर बालक की तलाश शुरू कर दी गयी। पुलिस अधीक्षक रेलवेज, अजय गणपति कुंभार के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक, अरुणा भारती के पर्यवेक्षण में थाना अध्यक्ष द्वारा बालक सन्नी की तलाश हेतु टीम गठित की गई। जिसमें ऑपरेशन स्माइल टीम (एएचटीयू व जीआरपी हरिद्वार संयुक्त) द्वारा लगन और कड़ी मेहनत से बालक सन्नी की तलाश राज्य एवं गैर राज्य के रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, होटल ढाबे एवं सेल्टर होमो में की गई। परिणाम स्वरूप टीम को उस समय सफलता हासिल हुई जब टीम नई दिल्ली के साथी आश्रय गृहमें पहुंची वहां पर बालक सन्नी मिल गया। जिसको संस्था द्वारा रेलवे स्टेशन नई दिल्ली से रेस्क्यू किया गया था।
बालक का नाम पता तस्दीक होने पर बालक को बाल कल्याण समिति नई दिल्ली (तृतीय) के समक्ष प्रस्तुत कर बाद आवश्यक कार्यवाही कर बालक को टीम द्वारा हरिद्वार लाकर सीडब्ल्यूसी हरिद्वार के समक्ष पेश कर परिजनो (बालक सन्नी की सगी बहन ज्योति) के सकुशल सुपुर्द किया गया। बालक सन्नी को देखते ही उसकी बहन ज्योति की आंखों में खुशी के आंसू आ गए और वह अपने भाई को गले लगाकर रोने लगीं और रोते रोते उत्तराखंड पुलिस की ऑपरेशन स्माइल टीम का धन्यवाद किया। इस प्रकार ऑपरेशन स्माइल टीम एक बहन के आंसू पोंछने में सफल रही।