नई दिल्ली । केन्या में एक स्कूल में आग लगने से 17 छात्रों की मौत हो गई और 13 अन्य गंभीर रूप से झुलस गए है। पुलिस ने शुक्रवार को ये जानकारी दी है। पुलिस ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। पुलिस प्रवक्ता रेसिला ओनयांगो ने हादसे की पुष्टि की। हॉस्टल में लगी आग को बुझा लिया गया है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी नैरोबी में न्येरी काउंटी शहर के हिलसाइड एंडाराशा प्राइमरी में गुरुवार देररात भीषण आग भड़क गई। आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया, लेकिन हॉस्टल में रह रहे छात्र खुद को बचा नहीं पाए। वे जान बचाने के लिए कूदे, लेकिन आग की लपटों से घिरे थे, इसलिए नीचे गिरते ही उनकी मौत हो गई। घायलों को लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचा गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस प्रवक्ता रेसिला ओनयांगो ने दावा किया है कि आग लगने के कारणों का पता लगाकर रहेंगे। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट कहा जा रहा है, लेकिन अगर मामले में स्कूल प्रशासन या हॉस्टल स्टाफ की लापरवाही सामने आई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। केन्या सरकार ने हादसे की जांच रिपोर्ट तलब की है और हादसे की गहन जांच के आदेश दिए हैं। दरअसल, केन्या के किसी बोर्डिंग स्कूलों में इतनी भीषण आग लगना सामान्य नहीं है। बोर्डिंग स्कूल में स्टूडेंट्स कई सालों तक रुकते हैं और इस तरह के हादसे स्कूलों की मान्यता और इमेज के लिए खतरा बन सकते हैं। साल 2017 में भी नैरोबी के ही एक हाई स्कूल में ऐसा ही अग्निकांड हुआ था, जिसमें जलकर 10 छात्र मारे गए थे। बीती रात हुए हादसे में लोगों के जेहन में उस हादसे की यादें ताजा कर दी हैं।