चण्डीगढ़। भ्रष्टाचार के मामलों में बचाने के लिए पंजाब विजिलेंस ब्यूरो को एक करोड़ रुपये रिश्वत ऑफर करने के आरोप में पंजाब के पूर्व मंत्री सुन्दर श्याम अरोड़ा को गिरफ़्तार कर लिया गया है। पंजाब के पूर्व मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा को विजिलेंस ब्यूरो ने देर रात पकड़ा। अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर जांच चल रही थी। सुंदर श्याम अरोड़ा कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री थे। छ: महीने में कांग्रेस के तीसरे पूर्व मंत्री की गिरफ़्तारी हुई है।इससे पहले कैप्टन सरकार में मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत और भरतभूषण आशु को गिरफ़्तार किया गया था। इससे पहले राज्य विजीलैंस ब्यूरो ने अरोड़ा को नोटिस दी थी। नोटिस के बाद पूर्व उद्योग मंत्री और बीजेपी नेता सुंदर शाम अरोड़ा बुधवार को विजिलेंस ऑफिस पहुंचे और उनसे पूछताछ हुई थी.।अधिकारियों ने उनसे उनकी आय से अधिक संपत्ति बनाने के बारे में सवाल पूछे। करीब दो घंटे तक उससे पूछताछ की गई थी। विजिलेंस ऑफिस से बाहर आने के बाद उन्होंने मीडिया को बताया था कि उनसे उनकी संपत्ति के बारे में पूछताछ की गई है। उन्होंने अपना चुनावी हलफनामा एजेंसी को दे दिया है। इसके अलावा किसी और के बारे में कोई पूछताछ नहीं की गई। अरोड़ा ने कहा था कि जांच एजेंसी ने उन्हें तलब किया था, इसलिए वह उनके सामने पेश हुए। भविष्य में भी अगर जांच एजेंसी उसे बुलाती है तो वह पेश होगा। जांच में भी सहयोग करेंगे। दीगर है कि इसी साल जून में अरोड़ा अपने कई सहयोगियों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। उनके साथ राज कुमार वेरका, बलबीर सिंह सिद्धू और गुरप्रीत सिंह कांगड़ भी बीजेपी में शामिल हुए थे।