महिला जज ने एसपी को किया कोर्ट अरेस्ट

0
171


जयपुर। हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरशद अली को कोर्ट की अवमानना करना भारी पड़ गया। जयपुर महानगर (प्रथम) कोर्ट की जज कल्पना पारीक ने पहले उन्हें सख्त लहजे में फटकार लगाई, फिर कोर्टरूम में ही गार्ड बुलाकर दो घंटे के लिए हिरासत में लेने का आदेश दिया। यह मामला ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट और पशु क्रूरता अधिनियम से जुड़ा है, जिसमें गवाही के लिए कोर्ट ने एसपी अरशद अली को गिरफ्तारी वारंट जारी कर तलब किया था। गुरुवार को जब एसपी कोर्ट में पेश हुए, तो उन्होंने जज से कुर्सी पर बैठे-बैठे ही वारंट जारी करने का कारण पूछ लिया। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी पेश हो सकते थे। एसपी के इस व्यवहार पर जज कल्पना पारीक ने उन्हें फौरन टोका, लेकिन उन्होंने अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया। इससे नाराज होकर जज ने कोर्टरूम में चालानी गार्ड बुलाकर उन्हें हिरासत में लेने का आदेश दे दिया। कोर्ट के आदेश के बाद एसपी को लगभग दो घंटे तक पुलिस हिरासत में रखा गया। इसके बाद कोर्ट की कार्यवाही पूरी होने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, अदालत की अवमानना को गंभीर अपराध माना जाता है। सरकारी अधिकारियों को न्यायपालिका के प्रति मर्यादित व्यवहार रखना अनिवार्य होता है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि न्यायपालिका की अवमानना किसी के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here