लखीमपुर हिंसा कांड को मैनेज करने में जुटी केंद्र व यूपी सरकार : नेताओं को लखीमपुर जाने की इजाजत मिली

0
687

हर दल के पांच नेता जा सकेंगे लखीमपुर
न्यायिक जांच कमेटी का गठन किया
इस्तीफा नहीं देंगे मंत्री अजय मिश्रा
प्रियंका को हिरासत से मिली रिहाई
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगाः एडीजी

नई दिल्ली/लखनऊ। लखीमपुर खीरी हिंसा कांड को लेकर देश की राजनीति में आए उबाल को थामने के हर संभव प्रयास केंद्र और उत्तर प्रदेश शासन—प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं। आज इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी के सीएम योगी से फोन पर पूरी जानकारी ली तथा मोदी सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। वही आरोपी मंत्री अजय मिश्रा ने भी दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। समझा जा रहा है कि अजय मिश्रा इस्तीफा नहीं देंगे लेकिन उनके बेटे की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
उधर यूपी सरकार द्वारा आज सभी विपक्षी दलों के पांच—पांच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी गई है। हाई लेवल मीटिंग के बाद यूपी सरकार ने यह फैसला लिया है। केंद्र और यूपी सरकार ने इस मामले की संवेदनशीलता को भापंते हुए पहले किसानों के साथ समझौता किया और उनकी सभी मांगों को मान लिया। मृतकों के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार तथा मुआवजा देने तक किसी भी दल के नेता को खीरी लखीमपुर नहीं पहुंचने दिया गया।
पुलिस हिरासत में लिए गए तथा गिरफ्तार किए गए तमाम नेताओं के जिद पर अड़े रहने व देश भर में धरने प्रदर्शनों को देखते हुए आज यूपी सरकार ने इन्हें लखीमपुर जाने की इजाजत दे दी गई है। राहुल गांधी जिन्हे आज सुबह लखीमपुर जाने की इजाजत नहीं दी गई थी उन्हें लखनऊ पहुंचने से पहले ही पांच लोगों के साथ लखीमपुर जाने की इजाजत दे दी गई है तथा प्रियंका के साथ वह लखीमपुर जा रहे हैं। उनके साथ छत्तीसगढ़ व पंजाब के सीएम भूपेश बघेल व चरणजीत सिंह चन्नी भी लखीमपुर जा रहे हैं।
इस बीच उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नेताओं को लखीमपुर जाने से रोकने का कारण कानून व्यवस्था को बनाए रखना था। उन्होंने कहा कि अब स्थिति सामान्य है पीड़ितों के साथ समझौते के बाद मृतकों का पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार भी हो चुका है। उन्होंने कहा कि नेता पीड़ित परिवारों से मिल सकते हैं लेकिन किसी को भी कानून व्यवस्था खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने जांच के लिए न्यायिक जांच कमेटी बना दी है दोनों पक्षों ने मुकदमा दर्ज करा दिए हैं घटना के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सीतापुर तथा लखीमपुर क्षेत्र की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं तथा भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here