पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया गया राज्य स्थापना दिवस
- बिना रूके और बिना थके काम करते रहेंगें?
- उत्तराखण्ड को आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य बनायेगें
देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य में हो रहे ढांचागत विकास और आपदा प्रबन्धन के सशक्त प्रयासों की सराहना करते हुए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि को देवभूमि कहे जाने की परम्परा गर्व का विषय है।
राष्टपति द्रोपदी मुर्मू आज यहंा राज्य के 24वें स्थापना दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड तेज गति से प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहा है। 9 नवम्बर 2000 को तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में उत्तराखण्ड को 27वें राज्य के तौर पर मान्यता दी गयी थी। बीते 23 वर्षो में उत्तराखण्ड में तेजी से ढांचागत विकास के कार्य हुए है। उन्होने आपदा प्रबन्धन में प्रगति को सराहनीय बताते हुए कहा कि उन्हे अभी राज्य में बड़े स्तर पर होने वाले निवेश और ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की जानकारी दी गयी है। जिसमें समिट से पहले ही एक लाख 21 हजार करोड़ रूपये एमओयू साइन किये जा चुके है। जिन्हे धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है। उन्होने कहा कि इससे युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर खुलेंगें।
राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहंा एक तरफ राज्य में मातृशक्ति के सशक्तिकरण के लिए नयी योजना शुरू करने की बात कही वहीं उन्होने कहा कि उनके कार्यकाल में उन्होने बहुत सारे काम ऐसे किये है जो पहली बार किये गये है। उन्होने कहा कि भर्ती घोटालों पर कार्यवाही के जरिए भ्रष्टाचार को रोकने के कड़े कदम उठाये गये है। नकल विरोधी कानून और धर्मान्तरण पर सख्ती से रोक लगाने, लैंड जेहाद और लव जेहाद के खिलाफ कड़ी कार्यवाही, सामान नागरिक कानून लाने और महिलाओं को 30 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था तथा राजस्व पुलिस व्यवस्था को समाप्त कर उसकी जगह रेग्यूलर पुलिस व्यवस्था करने सहित अनेक ऐसे काम है जो पहले किसी भी सरकार के समय में नहीं किये गये।
उन्होने कहा कि आगे भी हम बिना थके और बिना रूके राज्य के विकास और जनहित के काम करते रहेगें। उन्होने कहा कि हम उत्तराखण्ड राज्य को आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य बनाने के लिए निरन्तर काम करते रहेगें। इस अवसर पर पुलिस लाइन में सांस्कृतिक झांकियंा और लोकनृत्य की झलक भी देखने को मिली। मुख्यमंत्री आज गैरसैंण में आयोजित राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे जहंा उनके साथ काबीना मंत्री धन सिंह रावत भी रहे। पूरे राज्य में जिला मुख्यालयों से लेकर ब्लाक व तहसील स्तर तक अनेक कार्यक्रमों की धूम रही। पूरे राज्य में जोश व उत्साह के साथ मनाया गया स्थापना दिवस।