आरोपी वन कर्मी का दूसरी रेंज में तबादला
बाघिन को भगाने के लिए चलाई तीन गोली
रामनगर। अल्मोड़ा के मरचूला बाजार में घूम रही बाघिन की मौत कैसे हुई इसका खुलासा हो गया है। बाघिन की मौत वनकर्मी द्वारा की गई फायरिंग से ही हुई है। जिम कार्बेट पार्क प्रशासन की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि रात्रि गश्त के समय बाजार क्षेत्र में बाघिन देखे जाने पर फॉरेस्ट गार्ड जिसका नाम तीरथ सिंह बताया गया है। जिसका अधिकारियों ने अब दूसरी रेंज में तबादला कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार रात नौ बजे बाघिन के बाजार में आने की सूचना पर वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे। बाघिन को भगाने के लिए फॉरेस्ट गार्ड द्वारा जमीन पर तीन फायर किए गए लेकिन फॉरेस्ट गार्ड की बंदूक से लगी एक गोली बाघिन की जांघ में लगी और दूसरी गोली भी बाघिन के शरीर में जा लगी जिससे वह लहूलुहान होकर थोड़ी देर इधर—उधर घूमती रही और फिर वही गिर गई। पोस्टमार्टम में बाघिन के शरीर से मिले छर्रे भी इस बात की पुष्टि करते हैं। वही वायरल वीडियो में भी एक व्यक्ति कार से बाघिन पर बंदूक तानते दिख रहा है।
गौरतलब बात यह है कि पार्क प्रशासन द्वारा शुरू में इस घटना को यह कहकर दबाने का प्रयास किया गया था कि बाघिन की मौत किसकी गोली से हुई इसका जांच के बाद ही पता चल सकेगा। लेकिन बाघिन की हत्या के मामले में वनकर्मी को अब उसका स्थानांतरण कर बचाने का प्रयास किया जा रहा है।