हरिद्वार। बिना पासपोर्ट भारत में रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को पुलिस और एलआईयू की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी गयी है। बताया जा रहा है कि यह बांग्लादेशी नागरिक पिछले कई वर्षों से देश के अलग—अलग हिस्सों में रहकर व भीख मांग कर अपना गुजारा किया करता था।
जानकारी के अनुसार बीते रोज एनआईयू व पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति जिसकी भाषा श्ौली भारत की प्रतीत नहीं हो रही है, वह निर्माणाधीन अस्पताल में बैठा हुआ है। सूचना पर एलआईयू और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें देखकर एक व्यक्ति जो कि एक पैर से लंगड़ा था वह वहां से नजरे चुराता हुआ जाने लगा। जिस पर पुलिस द्वारा उसे रोक कर पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना नाम शेख अब्दुल रफीक पुत्र शेख अबिदुल अजीज निवासी बादशाही मस्जिद के पास जिला भरुच (गुजरात) उम्र लगभग 48 वर्ष बताया। उसकी तलाशी लेने पर कुछ कपड़े और 210 रुपए बरामद हुये। पकडे गये व्यक्ति का दाहिना पैर घूटने के नीचे से कटा हुआ है। पैर कटे होने के कारण उसने प्लास्टिक का पैर लगा रखा है। उससे जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने आपको फकीर बताते हुए बताया कि वह बांग्लादेश का निवासी है और वर्ष 1998 में बांग्लादेश से पैंसे कमाने के लिये बैनापुर बोर्डर को चोरी से पार करके कोलकाता (भारत) आया था। इसके उपरान्त वह वर्ष 2012 के बाद बादशाही मस्जिद के पास जिला भरुच (गुजरात) में रह रहा था। बताया कि 24 सितंबर को वह गुजरात से ट्रेन के द्वारा रुडकी आया। रुडकी आकर उसे उर्स की जानकारी मिली तो वह ई—रिक्शा से कलियर आया था। उसका भारत में प्रवेश सम्बन्धित वीजा/पासपोर्ट मांगा गया तो वह दिखा नही पाया। बिना पासपोर्ट के देश में चोरी से आना व बिना वीजा के भारत देश में रहना तथा अवैध रूप से निवास करने पर उसके खिलाफ विदेशी अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।