छापेमारी में 162 पेटी शराब बरामद
एक साल से चल रहा था धंधा, एक गिरफ्तार
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भले ही 2025 तक सूबे को नशा तस्करों से मुक्त कराने का सपना संजोए बैठे हो और नशा तस्करों की धरपकड़ के लिए तमाम विभागों की संयुक्त टास्क फोर्स गठन के आदेश दे चुके हैं लेकिन सूबे में नशा तस्करी कितने व्यापक स्तर पर हो रही है इसका एक उदाहरण आज आबकारी विभाग की छापेमारी में राजधानी दून में पकड़ा गया अवैध शराब का गोदाम है। जिसमें 162 पेटी अवैध शराब पकड़ी गई है जिसे आपकारी अधिकारी नकली शराब होने की बात कह रहे हैं।
आबकारी विभाग की प्रवर्तन टीम को सूचना मिली थी कि मोहकमपुर माजरी माफी में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सूचना पर की गई छापेमारी में प्रवर्तन विभाग को भारी मात्रा में शराब बरामद हुई है। खास बात यह है कि जिस कोठी में यह छापेमारी की गई वह पाश इलाका माना जाता है जहां एक साल से यह अवैध धंधा धड़ल्ले से चल रहा था। यह हैरान करने वाली बात है कि एक साल से चल रहे इस बड़े धंधे से क्षेत्र की पुलिस अनभिज्ञ बनी हुई है।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम द्वारा छापेमारी में 162 पेटी शराब पकड़ी गई है जो तमाम नामी ब्रांड की बोतलों में है। छापे में कुछ नामी ब्रांडों के लेबल भी पकड़े गए हैं तथा प्लास्टिक की बोतले भी पकड़ी गई है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में उत्तराखंड में प्लास्टिक की बोतलों में शराब नहीं बेची जा रही है। आबकारी प्रवर्तन टीम द्वारा मौके से एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है जिससे पूछताछ की जा रही है। पता चला है कि अभियुक्तों द्वारा यह शराब मेरठ से लाई जाती थी और यहां उसकी वोटलिंग और लेबलिंग कर क्षेत्र में सप्लाई की जाती थी। छापेमारी की सूचना और भारी मात्रा में अवैध शराब की बरामदगी पर संयुक्त आबकारी आयुक्त गढ़वाल मंडल रमेश चौहान भी मौके पर पहुंच गए है। उनका कहना है कि पकड़ी गई शराब के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं तथा शराब तस्कर गैंग में कौन—कौन शामिल है उनका पता लगाया जा रहा है। प्रवर्तन टीम में आबकारी निरीक्षक रीना उप निरीक्षक उमराव राठौर व कांस्टेबल राकेश आदि शामिल थे।
हरिद्वार में जहरीली शराब कांड में अभी हुई 10—11 लोगों की मौत के बीच राजधानी में भारी मात्रा में अवैध शराब के पकड़े जाने का मामला अत्यंत ही गंभीर है क्योंकि दून में पूर्व समय में जहरीली शराब से मौतों के मामले होते रहे हैं।