सूबे में कल निकाय चुनाव के लिए हुआ मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया यह प्रशासन के लिए बहुत ही संतोषजनक बात है। निकाय और पंचायत चुनाव या यह कहे कि लोकल वार्ड के इन चुनावों में सबसे ज्यादा अशांति झगड़े और संघर्ष की स्थितियां बनी रहती हैं। लेकिन उत्तराखंड अभी भी इस मामले में अन्य तमाम राज्यों से बेहतर है। हालांकि दोपहर बाद कुछ ऐसी खबरें भी आई कि जहां पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी लोगों का मतदाता सूची से नाम गायब होने की खबरें भी कई जगह से आई वहीं कुछ स्थानों पर वोट डालने से रोकने और 5 बजे से पूर्व लाइन में खड़े होने के बाद भी वोट से रोकने के कारण बवाल हुआ लेकिन इस सबके बीच भी कहीं किसी तरह का बड़ा नुकसान या जान—माल की बड़ी क्षति की कोई खबर नहीं है यह अत्यंत ही सुखद स्थिति है। निकाय चुनाव में दूसरी बड़ी संतोषजनक बात है इस चुनाव में मतदाताओं के अच्छे रुझान की। किसी भी चुनाव में अगर 60 फीसदी से अधिक मतदान होता है तो उसे अच्छे मतदान की श्रेणी में ही रखा जाता है। पिछले निकाय चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में मतदान प्रतिशत में भी थोड़ी बहुत बढ़ोतरी ही आई है। इस बार मतदाता सूची में 5 लाख नये मतदाताओं के नाम जोड़े गए थे ऐसे में मतदान प्रतिशत का बढ़ना भी तय था। चुनाव के संपन्न होने के बाद एक बात बहुत जोर—जोर से चर्चाओं के केंद्र में है। विपक्ष का आरोप है कि मतदाता सूची से बड़ी संख्या में नाम काटे गए हैं। इसे लेकर उत्तरकाशी से देहरादून तक काफी हंगामें की स्थिति देखी गई है जहां तक मतदाता सूचियां में जानबूझकर गड़बड़ी किए जाने के आरोप की बात है तो यह बहुत आसान काम नहीं है भले ही इस तरह के आरोप राज्यों के विधानसभा चुनावों तक में लगाये जाते रहे हो लेकिन विपक्षी दलों के इन आरोपों पर अधिक भरोसा किया जाना इसलिए भी संभव नहीं है क्योंकि यह जानना किसी के लिए भी आसान होता है कि कौन किस पार्टी या प्रत्याशी का वोटर है। फिर उत्तराखंड के इन निकाय चुनावों में भी यह मामला बहुत ही गंभीरता से उठाया जा रहा है तथा यहां तक कहा जा रहा है कि इसकी शिकायत हाईकोर्ट में करेगें और कल होने वाली मतगणना पर रोक लगाने की मांग भी की जाएगी। इस मुद्दे को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। हालांकि इस बात की संभावनाएं बहुत ही कम है कि इससे अब चुनाव और मतगणना पर कोई प्रभाव पड़ सकता है। मतदान संपन्न हो चुका है और कल सुबह 8 बजे से मतगणना भी शुरू हो जाएगी। चुनाव वैलिड पेपर पर हुआ इसलिए मतगणना में थोड़ा अधिक समय जरूर लग सकता है। लेकिन कल देर शाम तक सभी निकायों के चुनावी नतीजे भी आ जाएंगे। देखना होगा कि भाजपा जो पहले से ही राज्य में कांग्रेस पर भारी पड़ती रही है वह इस बार भी अपनी बढ़त बनाए रखने में सफल रहती है या फिर कांग्रेस अपनी पुरानी जमीन को हासिल कर पाती है। बीते चुनाव में नगर निगम पालिका व पंचायत का दायरा भी कम था जो इस बार बढ़ गया है। 100 निकायों के लिए संपन्न हुए इस चुनाव में भारी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों की मौजूदगी और उसका प्रभाव क्या रहता है इस पर भाजपा और कांग्रेस की नजरें लगी हुई है। सभी को अब बस चुनाव के परिणामों की प्रतीक्षा है।





