पहली सूची में 10 सिटिंग विधायकों का पत्ता साफ
59 प्रत्याशियों में 15 ब्राह्मण 3 वैश्य, 5 महिलाएं
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली 59 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी गई है। नई दिल्ली में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए कहा गया है कि इस बार भाजपा लक्ष्य 60 पार के साथ चुनाव मैदान में जा रही है।
कांग्रेस की सूची आने से पहले भाजपा ने आज अपनी पहली सूची जारी करते हुए सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा सीट से अपना प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की गई। एक अति हैरान करने वाली बात जो देखने में आई वह यह थी कि आज ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले दुर्गेश्वर लाल को भाजपा ने पुरोला से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वही एक दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ कर आई सरिता आर्य को भी भाजपा ने नैनीताल सीट से प्रत्याशी बनाया है। जो इस बात का सबूत है कि दलबदल करने वाले नेता बहुत पहले से भाजपा के पाले में जा चुके थे। एक अन्य हैरान करने वाली बात यह है कि जिन सेटिंग विधायकों के टिकट काटे गए हैं उनमें पूर्व सीएम बीसी खंडूरी की पुत्री रितु खंडूरी का भी नाम शामिल है।
देहरादून की जिस कैंट विधानसभा सीट पर टिकट पाने के लिए कई प्रत्याशी खम ठोक रहे थे वहीं भाजपा ने अपना संपूर्ण जीवन निष्ठावान के साथ पार्टी के लिए समर्पित रहे स्वर्गीय हरबंस कपूर के परिवार पर विश्वास व्यक्त करते हुए उनकी पत्नी सविता कपूर को कैंट विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया जाना एक स्वागत योग्य फैसला है। सविता कपूर को कैंट से प्रत्याशी बनाकर भाजपा ने हरबंस कपूर की निष्ठा का इनाम कपूर परिवार को दिया गया है। भाजपा ने अपनी इस सूची में एक परिवार से एक ही सदस्य को टिकट देने के अपने फार्मूले का पालन किया है। भले ही पार्टी के फैसले से ऐसे कुछ लोगों को निराशा जरूर ही होगी जो अपने परिजनों के लिए टिकट चाहते थे।
भाजपा ने अपनी पहली सूची में जिताऊ प्रत्याशियों को ही प्राथमिकता के आधार पर टिकट दिया गया है। भाजपा द्वारा जो इंटरनल सर्वे कराया गया था उसमें जिन विधायकों की रिपोर्ट सकारात्मक नहीं थी पार्टी ने उनकी जगह नए चेहरे चुनाव मैदान में उतारे हैं। खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चौंपियन जो अपने पूरे कार्यकाल में विवादों में घिरे रहे उन्हें भाजपा ने इस बार टिकट नहीं दिया है उनकी जगह उनकी पत्नी देवयानी रानी को टिकट दिया गया है। ठीक वैसे ही पौड़ी में विधायक मुकेश कोली को टिकट न देकर राजकुमार कोली को टिकट दिया गया है। कर्णप्रयाग और थराली विधायकों के टिकट भी इस बार काट दिए गए हैं। कर्णप्रयाग से सुरेंद्र सिंह की जगह अनिल नौटियाल को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
पार्टी ने अपने भरोसेमंद और कद्दावर नेताओं को टिकट ही नहीं दिए बल्कि उनके चुनावी क्षेत्र भी उनकी पसंद के साथ ही रखे गए हैं। मदन कौशिक का हरिद्वार और गणेश जोशी को मसूरी तथा प्रेमचंद अग्रवाल को ऋषिकेश, सुबोध उनियाल को नरेंद्र नगर तथा विशन सिंह चुफाल, बंशीधर भगत आदि तमाम नेताओं को उनकी पुरानी सीटों से प्रत्याशी बनाया गया है।