May 13, 2024पुलिस अधीक्षक ने संभाली व्यवस्थापन की कमान चमोली। श्री बद्रीनाथ धाम के कपाटोद्घाटन के शुभ अवसर पर देश—विदेश से हजारों की संख्या में दर्शनार्थी श्री बद्रीनाथ धाम में पहुंच गए हैं।दर्शनार्थियों की सुगम एवं सुरक्षित यात्रा हेतु जहाँ एक ओर पुलिस अधीक्षक चमोली, सर्वेश पंवार द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से सम्पूर्ण बद्रीनाथ धाम का निरीक्षण कर यात्रा ड्यूटी में नियुक्त पुलिस बल के साथ स्वयं ड्यूटी पर खड़े रहकर भीड़ प्रबंधन की सम्पूर्ण कमान संभालते हुए दर्शनार्थियों को कतारबद्ध कराया गया साथ ही दर्शनार्थियों से संयम बनाये रखने की अपील की गयी वहीं दूसरी ओर चमोली पुलिस कर्तव्य निर्वहन के साथ—साथ मानवता की मिसाल पेश करते हुए जरुरतमंदों, बुजुर्गों एवं बच्चों का सहारा बन श्री हरि दर्शन में मदद कर रही है।
May 13, 2024रुद्रप्रयाग। सचिव गृह उत्तराखण्ड दिलीप जावलकर आज पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग पहुंचे। जहंा उन्होने सलामी लेने के बाद पुलिस कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों के फीड की जानकारी ली गयी।पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने उन्हे अवगत कराया कि 16 कैमरों से केदारनाथ धाम के अलग—अलग क्षेत्रों का फीड कार्यालय में प्राप्त हो रहा है, इनके अतिरिक्त 65 सीसीटीवी कैमरों से जनपद की यातायात व्यवस्था का फीड प्राप्त हो रहा है, जिसकी मॉनीटरिंग उनके द्वारा अपने कार्यालय कक्ष व पुलिस कन्ट्रोल रूम से की जाती है।जिसके बाद सचिव गृह ने पुलिस कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण कर यात्रा के विषय में जानकारी ली। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने अवगत कराया कि केदारनाथ यात्रा अवधि में पुलिस कन्ट्रोल रूम यात्रा कन्ट्रोल रूम का भी कार्य करता है। यह भी अवगत कराया गया कि जनपद में स्मार्ट कमाण्ड एवं कन्ट्रोल रूम का कार्य गतिमान है, अगले माह से यह कन्ट्रोल रूम पूरी तरह से शुरू हो जायेगा।पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने श्री केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियों एवं अब तक चली केदारनाथ धाम यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में यात्रा के संचालन हेतु पुलिस कन्ट्रोल रूम ही यात्रा कन्ट्रोल रूम के तौर पर कार्य कर रहा है। कन्ट्रोल रूम के पास यात्रियों की संख्या, वाहनों की संख्या, यातायात की समस्या व यात्रियों की समस्या से सम्बन्धित कॉल्स आते हैं। डीसीसी एवं डायल 112 का सैटअप भी कन्ट्रोल रूम में होने के बारे मे बताया गया। पुलिस बल के व्यवस्थापन की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद को 3 सुपर जोन, 8 जोन व 26 सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जनपद में 4 राजपत्रित अधिकारी यात्रा ड्यूटी पर लगे हैं व जनपद के सम्पूर्ण पुलिस बल के व्यवस्थापन की जानकारी दी गयी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस बार की यात्रा में ड्रोन से भी मॉनीटरिंग की जा रही है।आपात स्थिति एवं आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी बिन्दु पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला आपदा प्रबन्धन, फायर सर्विस का व्यवस्थापन है व आपसी समन्वय से कार्य किया जाता है। बताया गया कि आईजी गढ़वाल व पुलिस अधीक्षक के स्तर से पुलिस बल की ब्रीफिंग कर उनको ड्यूटी प्वाइन्टों पर भेजा गया है। बाहरी जनपदों से ड्यूटी पर आये पुलिस कार्मिकों हेतु मार्गदर्शिका व यात्रियों के लिए ब्रॉशर दिये जाने के बारे मे बताया। सचिव गृह ने केदारनाथ धाम यात्रा को सुरक्षित, सुगम बनाये जाने हेतु उचित उपाय, भीड़ नियंत्रण व प्रभावी यातायात व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये गये। तत्पश्चात गृह सचिव ने जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की गयी।
May 13, 20241 बजे तक 38 से 40 फीसदी तक मतदान अब तक 379 सीटों के लिए मतदान, 163 सीटें शेष नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में आज 10 राज्यों की 96 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पहले 2 घंटे में औसत 9 फीसदी तथा 4 घंटे में यानी 11 बजे तक 27 फीसदी तथा 1 बजे तक 38 से 40 फीसदी के आसपास मतदान होने की खबरें हैं। हालांकि हर एक राज्य में मतदान का प्रतिशत कहीं थोड़ा कम तो कहीं थोड़ा अधिक है। चौथे चरण के लिए आज हो रहे मतदान का प्रतिशत क्या रहता है पिछले दो चरणों की तुलना में यह तो बाद में ही पता चल सकेगा लेकिन मतदाताओं में कोई खास उत्साह इस चरण में भी नहीं दिखाई दे रहा है।इस चौथे चरण के मतदान के संपन्न होने के साथ लोकसभा की कुल 543 सीटों के सापेक्ष 379 सीटों पर मतदान संपन्न हो जाएगा। शेष बचे तीन चरणों में 163 सीटों पर मतदान होना शेष बचेगा जिसमें सबसे ज्यादा 41 सीटें उत्तर प्रदेश की होगी। आज जिन 96 सीटों पर मतदान हो रहा है उसमें उत्तर प्रदेश की 13 सीटें हैं जबकि आंध्र प्रदेश की सभी 25 और तेलंगाना की सभी 17 सीटें शामिल है। चौथे चरण में आज महाराष्ट्र की 11 तथा मध्य प्रदेश व पश्चिम बंगाल की 8—8 सीटें शामिल है। इसके अलावा बिहार की 5 व उड़ीसा तथा झारखंड की चार—चार व जम्मू कश्मीर की एक सीट शामिल है।चौथे चरण के इस मतदान के संपन्न होने के साथ ही 70 फीसदी चुनाव संपन्न हो जाएगा। हालांकि चुनाव के पहले चरण के साथ सभी राजनीतिक दल और विश्लेषज्ञों द्वारा कम मतदान प्रतिशत को लेकर तथा मतदाताओं के मन की तरह लेने के आधार पर किसे कितनी सीटें मिलेगी तथा 2014 और 2019 की तुलना में किसे कितना नुकसान या फायदा होने की संभावना है इसे लेकर अपने—अपने कयास लगाने शुरू कर दिए गए थे। लेकिन अब चार चरण के मतदान और 70 फीसदी सीटों के लिए वोटिंग होने के बाद स्थितियां काफी हद तक साफ हो चुकी है। अब तक सत्ता पक्ष के 400 पार और विपक्ष का सुपड़ा साफ जैसे दावे हवा हवाई हो चुके हैं। चार चरण के बाद अब कोई दल या नेता भले ही जुबानी तौर पर कुछ भी कहे या दावा कर रहा हो कि सरकार उसी की बनेगी लेकिन यकीनी तौर पर यह कोई नहीं कह सकता कि 2024 में सत्ता किसे मिलेगी? इसके लिए 4 जून का इंतजार सभी को करना ही होगा। 2014 व 2019 की तरह इस बार यह साफ नहीं है कि दिल्ली पर किसका कब्जा होगा यही कारण है कि बाकी बचे तीन चरण और 163 सीटों के चुनाव में बढ़त के लिए सभी दल अपनी पूरी ताकत झोंकें हुए हैं।
May 13, 2024चम्पावत। टनकपुर रेलवे स्टेशन पर खो गयी एक बच्ची को आप्रेशन स्माइल टीम जीआरपी द्वारा खोज कर उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है। जिससे बच्ची के साथ ही उसके परिजनों के चेहरों में मुस्कान खिल उठी।प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते रोज आप्रेशन स्माइल जीआरपी के कांस्टेबल नसीम खान टनकपुर रेलवे स्टेशन में तैनात थे। इस दौरान पीलीभीत निवासी एक महिला द्वारा जीआरपी चौकी में पहुंच कर बताया गया कि मेरी बेटी उम्र—10 वर्ष रेलवे स्टेशन टनकपुर के आसपास कहीं खो गयी है। तत्पश्चात उच्च अधिकारियों के आदेश निर्देशानुसार ऑपरेशन स्माइल टीम मे नियुक्त कांस्टेबल नसीम खान द्वारा तत्परता दिखाते हुए काफी प्रयास कर एक बच्ची जो लवारिस हालत मे रोते हुए घूम रही थी। उक्त बच्ची को बरामद कर उसे उसके परिजनों के सुपुर्दगी मे दिया गया है। अपनी बच्ची को सुरक्षित पाकर परिजन बहुत खुश हुए और ऑपरेशन स्माईल टीम जी.आर.पी उत्तराखंड हरिद्वार का बहुत —बहुत आभार प्रकट किया।
May 13, 2024नैनीताल। हल्द्वानी क्षेत्र में हो रही पाकेटमारी की वारदातों का खुलासा करते हुए पुलिस ने अंतर्राज्यीय जेबकतरा गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से आठ हजार की नगदी व जेबतराशी कर निकाला गया बटुआ तथा अन्य सामान बरामद किया गया है। आरोपी पहले यूपी में वारदातों को अंजाम दे चुके है अब उन्होने उत्तराखण्ड का रूख किया था।जानकारी के अनुसार बीते रोज मुकेश कुमार सक्सेना पुत्र मुन्ना लाल निवासी आदर्शनगर तल्ली बमौरी हल्द्वानी द्वारा कोतवाली हल्द्वानी में तहरीर देकर बताया गया था कि वह मुरादाबाद से हल्द्वानी बस से आये थे, कालूशाही मन्दिर के पास बस से उतरते समय किसी अज्ञात चोर ने उनकी जेब काटकर पर्स चोरी कर लिया है। मामले में पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर जेबकतरों की तलाश शुरू कर दी गयी। जेबकतरों की तलाश में जुटी पुलिस टीम द्वारा जब घटनास्थल के पास के सीसी कैमरों को देखा गया तो चार संदिग्ध दिखायी दिये। जिन्हे पुलिस टीम द्वारा एक सूचना के बाद एफटीआई बाइपास के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। जिनके कब्जे से चोरी किया गया पर्स, 8 हजार की नगदी, आधार कार्ड , पैन कार्ड तथा अन्य सामान बरामद किया गया है। पूछताछ में उन्होने अपना नाम अरशद पुत्र जमील अहमद निवासी मोहल्ला कल्याण सिंह निवासी अटौडा रोड थाना मवाना मेरठ, फैजल अहमद पुत्र मुन्ना निवासी साउथ खालापार निकट मदीना मस्जिद दरोगा कोठी थाना खालापार मुजफ्फरनगर, अरशद पुत्र बाबू निवासी मोहल्ला कल्याण सिंह अटौडा रोड थाना मवाना मेरठ व शकील पुत्र रहीस अहमद निवासी मुमताज नगर गुलईस्ता गार्डन गली नम्बर 5 थाना लीसाड़ी गेट जिला मेरठ बताया। बताया कि उनके द्वारा पूर्व में मेरठ—मुज्जफरनगर के आस—पास बसों में व भीड—भाड़ वाले स्थानों पर पॉकेटमारी की घटनाओं को अन्जाम दिया जाता था, इसके बाद उन्होने उत्तराखण्ड का रूख किया। बताया कि वह घटना से पूर्व रूद्रपुर आदि क्षेत्र में रूकते हैं तथा वहाँ से पहाड को आने वाली बसों में यात्री बनकर अलग— अलग सीटों पर बैठ जाते हैं इसके बाद बस में किसी यात्री को चिन्हित कर यात्री के बस से उतरने पर चारों आरोपी उसके आगे पीछे खड़े होकर उसको उलझा देते हैं इस दौरान गिरोह का मुखिया अरशद पुत्र जमील अहमद यात्री की जेब से पर्स पार कर लेता है और उसके बाद जेब कतरी से मिले रूपयों का आपस में बंटवारा कर लिया जाता है। बहरहाल पुलिस ने उन्हे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
May 13, 2024देश की 18वीं लोकसभा के लिए आज चौथे चरण की 96 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इससे पूर्व तीन चरण के मतदान में 283 सीटों के लिए मतदान हो चुका है। इसके बाद अंतिम तीन चरण में 163 सीटों के लिए चुनाव ही शेष बचेगा। इसमें कोई संदेह नहीं है कि लोकसभा का यह वर्तमान चुनाव कई मामलों में अब तक हुए तमाम चुनावों से अलग तरह का चुनाव है। इस चुनाव में मंडल—कमंडल जैसे दौर वाली कोई लहर नहीं है। और न ही किसी राजनीतिक चेहरे पर यह चुनाव लड़ा जा रहा है। भले ही भाजपा ने पिछले दो चुनाव मोदी के चेहरे पर बखूबी लड़े और जीते हो लेकिन इस चुनाव में मोदी के मैजिक जैसी कोई बात नहीं दिख रही है। यह कहना भी अनुचित नहीं होगा कि मोदी और मोदी का मैजिक एक मजाक बन चुका है। इस चुनाव के दौरान लोग उनकी बातों को गंभीरता से सुनना तो दूर बल्कि सोशल मीडिया पर वह जूम कर ट्रोल कर रहे हैं। हमें याद है कि 2014 के चुनाव में जब अच्छे दिन आने और काले धन को वापस लाने तथा गरीबों के खातों में पैसे डालने की बात कही जा रही थी तब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी को फेंकू कहा था। दिग्विजय सिंह की यह बात उस समय भले ही देश के लोगों को अच्छी न लगी हो लेकिन उनके 10 साल के कार्यकाल में उनकी कथनी और करनी ने खुद ही यह साबित कर दिया है कि दिग्विजय सिंह की सोच कितनी ठीक थी। भाजपा और उनकी सरकार द्वारा अपने 10 साल के कार्यकाल में आम जनता से जो वायदे किए गए थे उन्हें कितना पूरा किया गया। बात महंगाई की या बेरोजगारी कम करने की हो या फिर किसानों की आर्थिक हालात बदलने की सरकार सभी मुद्दों पर नाकाम रही है। वही सरकार द्वारा अपने नीतिगत फैसलों से देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक व्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है। सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी का फैसला क्या देश से काला धन समाप्त करने के लिए लिया गया था? अब इस सवाल का जवाब सामने आ चुका है। काले धन को सफेद करने के लिए इस खेल से अर्थव्यवस्था को क्या नुकसान हुआ और लोगों को कितनी समस्याएं हुई यह सभी जानते हैं। सरकार द्वारा इलेक्टोरल बांड के जरिए कैसे धन बटोरने का काम किया गया इसका सच भी देश के सामने आ चुका है और देश के धनपतियों और उघोगपतियों को ऋण माफी से लेकर अन्य तमाम जरिए से कैसे देश की संपत्ति को लूटकर लाभ कमाया गया इसके लिए अब किसी भी प्रमाण की जरूरत नहीं रह गई है। पिछले 10 सालों में देश को जो सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है वह सत्ता के चीर हरण की संस्कृति से हुआ है। निर्वाचित राज्य सरकारों को गिराने और सत्ता हड़पने के खेल ने लोकतंत्र का जो तमाशा बनाया गया है तथा अब निर्विरोध सांसदों के चुनाव का जो रास्ता तलाशा है और उनके जरिए आम आदमी से उनके वोट के संवैधानिक अधिकार को छीनने की कोशिश की जा रही है वह अत्यंत चिंतनीय सवाल है। विपक्ष ने वर्तमान चुनाव में लोकतंत्र और संविधान बचाव के मुद्दों को लेकर जिस तरह सबसे अहम मुद्दा बना दिया है वह अब सत्ता धारी दल के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है मंदिर—मस्जिद, हिंदू—मुस्लिम और हिंदुस्तान—पाकिस्तान तथा आरक्षण जैसे मुद्दों को हवा देकर आसानी से चुनाव जीतने का सपना देखने वालों के लिए यह चुनाव पहले दौर के मतदान से ही लगातार कठिन होता जा रहा है। इस चुनाव का नतीजा क्या होगा 4 जून को तय हो जाएगा। लेकिन यह तय है कि नतीजा आर या पार ले जाने वाला ही होगा। या तो देश का लोकतंत्र और अधिक सशक्त व मजबूत बनकर उबरेगा या फिर देश के लोकतंत्र व संविधान का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।