स्थानीय लोगों ने किया ध्वस्तीकरण का विरोध
उत्तरकाशी। भर्ती घोटाले के आरोपी जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेता हाकम सिंह का सांकरी स्थित अवैध रिजार्ट पर आखिरकार आज प्रशासन का बुलडोजर चल ही गया। जिला प्रशासन और पुलिस तथा वन विभाग की टीम जब बुलडोजर लेकर रिजार्ट पर पहुंची तो स्थानीय लोगों द्वारा इस कार्रवाई का विरोध किया गया लेकिन प्रशासन की सख्ती के आगे उनकी नहीं चल सकी।
ब्लॉक मोरी के सांकरी में हाकम द्वारा बनाया गया यह आलीशान रिजार्ट सरकार और वन विभाग की जांच में अवैध पाया गया था इसका 90 फीसदी हिस्सा वन भूमि क्षेत्र में आता था जिसके कारण इसको ध्वस्त करने के आदेश दिए गए थे। लेकिन हाकम सिंह जो फिलहाल जेल में बंद है, की पत्नी इसके खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची थी लेकिन हाईकोर्ट द्वारा ध्वस्तीकरण पर रोक लगाने से इंकार कर दिया गया था। वादी को इस संपत्ति के मालिकाना जमीनी कागजात लाने को कहा गया था।
वन विभाग के कर्मचारियों ने जब इस रिजार्ट को ध्वस्त करने की कार्यवाही करनी चाही तो वन विभाग को कोई भी अपनी जेसीबी देने को तैयार नहीं हुआ। जिसके बाद डीएम उत्तरकाशी अभिषेक रोहिल्ला द्वारा इसके लिए जेसीबी का बंदोबस्त किया गया। हाकम का क्षेत्र में इतना दबदबा है कि कोई उससे पंगा लेने को तैयार नहीं होता। आज भी जब जिला प्रशासन की टीम पुलिस व वन विभाग के कर्मियों के साथ मौके पर गई तो स्थानीय लोगों के विरोध का उन्हें सामना करना पड़ा। लेकिन वह ध्वस्तीकरण की कारवाई को नहीं रोक सके। हाकम की पत्नी बिसौली देवी भी इसका विरोध करती रही उनका कहना था कि यह जमीन उनके पिता की है। जिसको उनके पिता ने उन्हें दिया है। लेकिन हाकम का यह रिजार्ट आखिरकार आज ध्वस्त कर दिया गया। हाकम के पास अन्य कई परिसंपत्तियों और भी हैं जिनके खिलाफ कार्यवाही अभी होना बाकी है और जिनमें सेब के कुछ बाग भी है जो वन भूमि क्षेत्र में है।
रिजार्ट तोड़ा, मलवा सुरक्षित छोड़ा
उत्तरकाशी। हाकम का आलीशान रिजार्ट भले ही प्रशासन व वन विभाग की टीम ने तोड़ दिया हो लेकिन इसके ध्वस्तीकरण में बरती गई एहतियात भी हाकम के रुतबे की धमक को दिखाने के लिए काफी है। जो कर्मचारी बुलडोजर लेकर पहुंचे थे उन्होंने रिजार्ट की छत में लगी टीन को पहले सुरक्षित निकाला तब उसके निर्माण को तोड़ा। इस आलीशान रिजार्ट को बनाने में देवदार की कीमती लकड़ी लगाई गई थी। जिसको तोड़े जाने के बाद भी मलवा सुरक्षित है।