- बनबसा में जांच के दौरान एसएसबी ने पकड़ा
- विधायक प्रमोद नैनवाल बोले अलग रहते हैं भाई
- करन माहरा ने कहा यही भाजपाइयों का असली चेहरा
देहरादून। बीती रात बनबसा की सीमान्त चौकी पर एसएसबी ने संदिग्धों की जांच के दौरान दो लोगों को अवैध सामान और 40 जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया और उन्हें मय सामान पुलिस के हवाले कर दिया गया।
एसएसबी के कमांडेट मनोहर लाल द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर संदिग्ध स्थिति में जांच के दौरान दो लोगों को रोका गया, जिनकी तलाशी में अवैध सामान के साथ 40 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार लोगों की पहचान सतीश नैनवाल पुत्र चंद्र दत्त निवासी नैनीताल और दिनेश चंद्र पुत्र शेर राम निवासी अल्मोड़ा के रूप में की गई है। दोनों आरोपियों को बरामद सामान सहित बनबसा पुलिस के हवाले कर दिया गया जो उनके खिलाफ अग्रिम कार्रवाई कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सतीश नैनवाल भाजपा के रानीखेत से विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई हैं। इस बाबत जब विधायक नैनवाल से पूछा गया तो उन्होंने इस बात को स्वीकार किया है कि उनके भाई की गलती है तथा कानूनी तौर पर उनके खिलाफ कार्यवाही हो रही है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने अपना बचाव करते हुए कहा है कि उनका भाई उनसे अलग रहता है तथा उनके पास लाइसेंसी बंदूक भी है। हो सकता है कि यह कारतूस उनके साथ भूलवश चले गए हो।
एक भाजपा के विधायक के भाई की अवैध सामान और 7.65 एमएम के जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तारी की खबर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने तीखी प्रक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह भाजपा की चादर का एक और छेद है। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके नेताओं का चित्र व चरित्र जिस तरह से लोगों के सामने आ रहा है उससे लोग समझ चुके हैं कि भाजपा व उसके नेता किस—किस तरह के कामों में संलिप्त है। हालांकि अभी इस घटना पर भाजपा की ओर से कोई अधिकृत बयान नहीं आया है लेकिन सतीश नैनवाल जो भाजपा के विधायक के भाई हैं उनकी इस गिरफ्तारी से विपक्ष को एक और नया विरोध का मुद्दा जरूर मिल गया है।