- मंगलौर में तीन बजे तक 50 फीसदी के पार रहा मतदान
- बद्रीनाथ सीट पर धीमी रही मतदान की रफ्तार
देहरादून। राज्य की दो विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उप चुनाव के लिए आज हो रहे मतदान के दौरान मतदाताओं में भारी उत्साह देखा गया। बद्रीनाथ सीट पर जहां मतदान की गति धीमी रही वहीं मंगलौर सीट पर मतदाताओं में खाता उत्साह देखा गया। सुबह से ही मतदान केंद्रो पर लंबी—लंबी कतारे देखी गई। वही मंगलौर के लिब्बरहेड़ी में मतदान के दौरान भाजपा व कांग्रेस के समर्थकों के बीच झड़पों में कई लोग घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा।
चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मतदान आज सुबह 8 बजे शुरू और 11 बजे तक मंगलौर सीट पर 27.45 फीसदी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे जबकि बद्रीनाथ सीट पर 11 तक 23 फीसदी मतदान हुआ था। दोपहर 1 बजे तक मंगलोर सीट पर 44 फीसदी मतदान हो चुका था जबकि बद्रीनाथ सीट पर 34.40 फीसदी मतदान की खबर थी। समाचार लिखे जाने (3बजे) तक मंगलौर सीट पर 53.15 फीसदी और बद्रीनाथ सीट पर 45 फीसदी के आसपास मतदान होने की खबर है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ ने आज बद्रीनाथ सीट के लिए यहां अपने गांव में अपना वोट डाला और कहां कि भाजपा दोनों सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
उल्लेखनीय है कि मंगलौर सीट पर भाजपा—कांग्रेस और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन ने आरोप लगाया है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस के वोटरों को वोट डालने से रोका गया और उनके साथ मारपीट की गई है। लिब्बरहेड़ी में हुए संघर्ष में कई लोगों को गंभीर चोटे आई है, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है। मंगलौर चुनाव में हुई हिंसा पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा है कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा है उधर सांसद त्रिवेंद्र रावत ने इस तरह की घटनाओं को लोकतंत्र के लिए निंदनीय बताया है। लिब्बरहेड़ी में हुई हिंसा के बारे में पहले ही संभावनाएं जताई जा रही थी लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। यह सीट भाजपा विधायक सरवत करीम के निधन से खाली हुई है तथा यहां बसपा उम्मीदवार अंसारी के चुनाव मैदान में होने के कारण मुकाबला त्रिकोणीय है।