July 4, 2024मथुरा। हाथरस में भगदड़ के दौरान 121 लोगों की मौत हो गई। इसी बीच मथुरा में प्रेमानंद महाराज ने भक्तों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है । रोजाना तड़के निकलने वाली पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिये बंद कर दी है। इसके बारे में पत्र जारी कर अपने भक्तों को सूचना दी है। एक चिट्ठी में कहा गया कि हाथरस में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बहुत ही हृदयविदारक व अत्यंत दुखद है जिसमें हम सबकी गहन संवेदनाएं परिजनों के साथ हैं। भविष्य में ऐसी कोई भी घटना न घटे ।प्रेमानन्द महाराज रोजाना रात करीब 2:15 बजे छटीकरा मार्ग स्थित अपने आवास से पदयात्रा करते हुए परिक्रमा मार्ग स्थित अपने आश्रम श्रीहित राधा केली कुंज पहुंचते हैं। यहां उनके प्रवचन और एकांतिक वार्ता का कार्यक्रम होता है। संत के दर्शन करने के लिये उनके आवास से आश्रम तक करीब 2 किलोमीटर तक भक्तों की भीड़ जुट जाती है। दर्शन पाने को ललियत भक्तों को संत के परिकरों द्वारा नियंत्रित किया जाता है। भीड़ के मद्देनजर पदयात्रा पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है।कोई भी भक्त रात्रि में दर्शन हेतु खड़े न हों इस सम्बन्ध में श्रीहित राधा केली कुंज की ओर से अपने सोशल मीडिया पेज भजन मार्ग पर अपील भी की गई है। साथ ही यह भी आग्रह किया गया है कि कोई भी भक्त रात्रि में दर्शन हेतु खड़े न हों, न ही रास्ते में किसी प्रकार की भीड़ लगाएं।
July 4, 2024कहा जाता है कि समय ही सबसे बलवान होता है। 2014 के लोकसभा चुनाव जिसके चुनावी दौर में देश भर में अच्छे दिन आने वाले हैं हम मोदी जी को लाने वाले हैं कि अनुगूंज ने नरेंद्र मोदी को 2019 के चुनाव होने तक इतनी बुलंदियों पर पहुंचा दिया कि भाजपा के नेता मोदी है तो मुमकिन है के नारे के साथ मोदी को जीत की गारंटी मानने लगे। 2019 के प्रचार के दौरान चौकीदार चोर है का नारा देने वाले राहुल गांधी जिन्हें अब तक भाजपा पप्पू साबित कर चुकी थी और नेता राहुल व प्रियंका को बंटी बबली की जोड़ी बताने लगे थे को ऐसा जवाब दिया कि देशभर के लोग भी मैं भी चौकीदार हूूं की हुंकार के साथ मोदी के साथ खड़े हो गए। और भाजपा को 300 के पार पहुंचा दिया। तथा राहुल गांधी को राजनीति के अखाड़े से ही बाहर करने का पुख्ता इंतजाम कर दिया। विपक्ष विहीन संसद का मंसूबा और अबकी बार 400 पार के नारे के साथ पूरे लाव लश्कर के साथ 2024 के चुनाव में जाने वाली भाजपा ने कदाचित भी यह नहीं सोचा होगा कि समय के गर्भ में ऐसा कुछ भी पल रहा होगा जो उसकी तीसरी बार जीत कर सत्ता में आने की खुशियों पर कोई बड़ा ग्रहण भी लगा सकता है। कौन राहुल और कैसा राहुल कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के सामने नेता विपक्ष के रूप में खड़े राहुल गांधी अपने पहले ही भाषण में ऐसा कुछ कर गुजरेंगे कि प्रधानमंत्री से लेकर उनके तमाम दिग्गज मंत्री उनके सामने सफाईयंा पेस करते दिखेंगे और गृहमंत्री शाह स्पीकर से प्रोटेक्शन की गुहार लगाते हुए यह कहते दिखेंगे की यह कैसा सदन चला रहे हैं आप? यह सब कुछ उस समय का ही कमाल है जिसका जिक्र हमने शुरुआत में किया है। कल प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के सवालों का जवाब जिस अंदाज में अपने 2 घंटे के भाषण में दिया गया अब टीवी चैनलों पर इस पर बहस हो रही है कि किसमें है कितना दम? संसद में राहुल गांधी द्वारा दिए गए उस पहले नेता प्रतिपक्ष के भाषण को 6 लाख से अधिक लोगों ने सुना वही अखिलेश के भाषण को सुनने वालों की संख्या भी 3 लाख से ऊपर रही जबकि प्रधानमंत्री के भाषण सुनने वालों की संख्या हजारों तक ही सीमित रह गई। वह टीवी चैनल जो राहुल को कवर नहीं करते थे वह पत्रकार जो उनकी खबरों को कोई तवज्जो नहीं देते थे आज सभी उनकी तारीफों के पुल बांधने में जुटे हैं। संसद में भाजपा आरएसएस और प्रधानमंत्री को यह कहने वाले राहुल का सिर्फ वही अकेले हिंदू नहीं है और न ही वह हिंदुओं के ठेकेदार है उनके भाषण का 9 सेकंड की क्लिप को आधार बनाकर भाजपा ने जिस तरह हिंदू विरोधी और हिंदुओं का अपमान करने के आरोप लगाकर अभियान छेड़ने की कोशिश की गई उसे मीडिया और देश की जनता ने फुस्स कर दिया है क्योंकि जिसने भी उनका भाषण पूरा सुना है उसमें ऐसा कुछ है ही नहीं। भाजपा के इस कृत्य पर प्रियंका गांधी ने यहां तक कहा है कि भाजपा ऐसा करके खुद यह सिद्ध कर रही है कि वह वैसा ही कर रहे है जैसा राहुल कह रहे हैं। कुल मिलाकर आज स्थिति यह है कि देश का सोशल मीडिया मोदी के वर्तमान भाषण को देश के प्रधानमंत्री के तौर पर अब तक का सबसे घटिया भाषण बताया जा रहा है। भले ही मोदी अभी अगले 20 साल सत्ता में बने रहने का दावा कर रहे हैं लेकिन विपक्ष अब संसद में उन्हें गुजरात में भी हराने की चुनौती दे रहा है क्या यह बदलते वक्त की ताकत है या कुछ और यह समय ही बताएगा।
July 4, 2024उधमसिंहनगर। सड़क हादसे में देर रात एक तेज रफ्तार कार के सड़क किनारे में खड़े वाहन से टकरा जाने पर जहंा दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी वही एक गम्भीर रूप से घायल हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस ने शवों को कब्जे मेें लेकर घायल को अस्पताल पहुंचाया जहंा उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।जानकारी के अनुसार बीती रात करीब एक बजे तीन युवक रुद्रपुर से कार से घर लौट रहे थे। इसी दौरान मटकोटा मोड़ के पास कार पहले से खड़ी गाड़ी से जा टकराई। इस हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस हादसे में 28 वर्षीय गोपाल मल्लिक पुत्र केशव मल्लिक निवासी वार्ड 5 दुर्गा मंदिर और 26 वर्षीय सोनू सरकार पुत्र धरम चंद्र सरकार निवासी वार्ड चार सतसंग बिहार की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 26 वर्षीय दीपू ढाली पुत्र बाबु ढाली निवासी वार्ड 5 दिनेशपुर घायल है। इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। वहीं पुलिस ने दोनो शवों को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
July 4, 2024करनाल। करनाल के घरौंडा इलाके के कुटैल गांव में बाइक सवार दो बदमाशों ने क्राइम ब्रांच के एक एएसआई की गोली मारकर हत्या कर दी. शाम को एएसआई अपने घर के सामने टहल रहे थे, तभी अचानक बाइक सवार बदमाश आए और गोली मारकर भाग गए। घायल एएसआई को करनाल के एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मौके पर दो कारतूस के खोखे भी मिले हैं। बताया जाता है कि कुटैल गांव निवासी 40 वर्षीय संजीव यमुनानगर की क्राइम ब्रांच में एएसआई के पद पर तैनात थे। मंगलवार को वह अपने घर पर था। शाम को वह अपने घर के सामने टहल रहे थे तभी पल्सर बाइक पर दो बदमाश आये और उन पर फायरिंग कर दी। उसे करनाल के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या की वजह अभी सामने नहीं आई है. घरौंडा थाना प्रभारी मनीष ने बताया कि एएसआई संजीव को गोली लगी है। पुलिस हमलावरों तक पहुंचने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
July 3, 2024देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहरों के मास्टर ड्रेनेज प्लान तथा फ्लड प्लैन जोनिंग के कार्यों में तेजी लाई जाए। जल स्तर बढ़ाने के लिए बांधों से सिल्ट निकालने और ड्रेजिंग सिस्टम के लिए 02 माह के अन्दर ठोस प्लान बनाकर प्रस्तुत किये जाने के साथ पिंडर और कोसी नदी को आपस में जोड़ने के लिए राज्य स्तर पर की जाने वाली सभी कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गंगा और उसकी सहायक नदियों में शुद्ध पानी जाए, इसके लिए ऐसे नाले भी चिन्हित किये जाए जहां एसटीपी नहीं लगे हैं। घाटों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ सुरक्षा के कार्यों में तेजी लाई जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा बढाने तथा नहरों के अनुरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए।मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिये कि जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना और सौंग बांध पेयजल परियोजना पर कार्य जल्द शुरू हो, इसके लिए सितम्बर तक सभी कार्यवाही पूर्ण की जाए। जमरानी बांध परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 710 करोड़ रूपये के बजट का प्राविधान किया गया है। इस परियोजना से हल्द्वानी शहर एवं उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में 117 एम.एल.डी पैयजल की उपलब्धता, लगभग 57 हजार हैक्टैयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन किया जायेगा जबकि सौंग बांध परियोजना से देहरादून शहर एवं उपनगरीय क्षेत्रों के लिए 2053 तक की अनुमानित आबादी के लिए 150 एम.एल.डी. ग्रविटी से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी। वित्तीय वर्ष 2024-25 में सौंग बांध के लिए 300 करोड़ के बजट का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि नैनीताल जनपद के बलियानाला भूस्खलन क्षेत्र का उपचार कार्य, चमोली जनपद के हल्दापानी लॉ कॉलेज के निकट भूधसांव और भूस्खलन की रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक कार्य और पिथौरागढ़ के धारचूला विकासखण्ड में ग्वालगांव भूस्खलन उपचार के कार्य जल्द पूर्ण किये जाएं। बैठक में जानकारी दी गई कि स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने, पर्यटन विकास मत्स्य पालन एवं भू जल संवंर्द्धन लिए पिथौरागढ़ में थरकोट झील, चम्पावत में कोलीढ़ेक झाल अल्मोड़ा में गगास नदी पर जलाशय का निर्माण किया गया है। धारचूला में काली नदी पर स्थित घटगाढ़ नाले से भारत-नेपाल पुल तक तटबन्ध सुदृढ़ीकरण का कार्य किया गया है। राज्य के 14 महत्वपूर्ण शहरों में ड्रेनेज प्लान पर कार्य किया जा रहा है, देहरादून का सर्वे पूरा कर लिया गया है। बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. आर. राजेश कुमार, विशेष सचिव डा. पराग मधुकर धकाते एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
July 3, 2024अब तक 72 की शिनाख्त, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी योगी बोले दोषियों को छोड़ेंगे नहीं घटनास्थल से साक्ष्य की तलाश जारी पीड़ितों में आक्रोश, थम नहीं रहे हैं आंसूहाथरस। बीते कल जनपद हाथरस के गांव फुलरई में आयोजित बाबा नारायण सरकार हरी और भोले बाबा जैसे नामों से जाने जाने वाले प्रवचनकर्ता के सत्संग में भगदड़ के कारण भोले भाले 121 लोगों की मौत हो गई तथा 60—70 लोग घायल हों गये, जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है।मन और आत्मा को झकझोर देने वाली इस घटना के बाद हरकत में आए शासन—प्रशासन द्वारा अब बाबा की तलाश की जा रही है वही उसके कई चेले चपाटों को पुलिस हिरासत में लिया जा चुका है। आयोजको व बाबा सहित तमाम लोगों के खिलाफ अब तक सात एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। बाबा व उसके 17 गुर्गो के फोन बंद है। उधर सीएम ने दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन के निर्देश दिए हैं। हाथरस जिला प्रशासन आज घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र से साक्ष्य व मृतकों का सामान तलाशने तथा मृतकों की शिनाख्त और पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुटा हुआ है अब तक 72 मृतकों की पहचान हो गई है। वही आगरा, हाथरस और एटा के अस्पतालों में मृतकों का पोस्टमार्टम चल रहा है जिसके लिए डॉक्टरों की अतिरिक्त टीमें भेजी गई है। कल योगी भी घटनास्थल व अस्पतालों का दौरा करने वाले हैं।उधर खबर यह भी है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी जनहित याचिका दायर की गई है। सवाल यह है कि इस आयोजन में सवा लाख लोगों को प्रशासन ने क्यों इकट्ठा होने दिया इसकी अनुमति किसने दी। दुर्घटना स्थल पर प्रशासन ने इंतजामों का जायजा क्यों नहीं लिया अस्पतालों में घायलों को इलाज क्यों नहीं मिल सका। जिस बाबा के द्वारा क्षेत्र में अपनी आडंबरों की दुकान और धंधा चलाने की बात अब सामने आ रही है उस पर पुलिस प्रशासन ने पूर्व में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी शिकंजा क्यों नहीं कसा गया?कथा—प्रवचन और सत्संगों जैसे धार्मिक आयोजनों को अगर रोका नहीं जा सकता है तो इनके आयोजनों में आने वालों की संख्या पर तो सख्ती से रोक लगाई ही जा सकती है? इस आयोजन में सवा लाख लोगों की भीड़ जुटी तो क्या यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही नहीं है? ऐसे ढोंगी और व्यवहाचारी बाबाओ से कैसे बचाया और इन अंध भक्तों की दौड़ को कैसे रोका जाए यह भी एक बड़ा सवाल है। ऐसे तमाम उदाहरण है कि यह बाबा अकूत संपत्ति के स्वामी चंद दिनों में बन जाते हैं और व्यवहाचार का धंधा करने लगते हैं ऐसे बाबाओं पर क्या पुलिस प्रशासन की नजर रखने की जिम्मेदारी नहीं है? पीड़ित अब अपनो के लिए आंसू बहा रहे हैं, प्रशासन जांच में जुटा है और बाबा फरार है।