प्रतिबंधित कांजल—काठ की लकड़ी की तस्करी में दो गिरफ्तार

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उत्तरकाशी। फिल्म `पुष्पा’ की तर्ज पर लाखों रूपये की प्रतिबधिंत काजल—काठ की लकडी की तस्करी में लिप्त दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से तस्करी में प्रयुक्त कार और उसमें रखे 308 नग कांजल—काठ की लकड़ी भी बरामद की गयी है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह कोतवाली उत्तरकाशी क्षेत्रांर्तग्त चौकी डूण्डा पुलिस द्वारा क्षेत्र में चैकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान डूण्डा बैरियर पर एक संदिग्ध इनोवा कार आती हुई दिखायी दी। पुलिस ने जब उसे रोकना चाहा तो कार सवार दो लोग भागने लगे। इस पर उन्हे घेर कर दबोचा गया। कार की तलाशी के दौरान पुलिस ने उसमें रखी गयी 308 नग प्रतिबंधित कांजल—काठ की लकड़ी बरामद की। पूछताछ में उन्होन अपना नाम साजिद पुत्र रासु राव निवासी खाताखेड़ी थाना मंडी जनपद सहारनपुर व पृथ्वी रावल पुत्र कोयलू रावल निवासी अचल कनाली जिला हुमला नेपाल, हाल निवास नाला पटरी घण्टाघर के पास सहारनपुर बताया। बताया कि वह बरामद लकड़ी को कामर गांव के ऊपर जंगलों से काटकर लाये थे, जिसे वह बेचने के लिए सहारनपुर ले जा रहे थे। पुलिस ने दोनो आरोपियों को अग्रिम विधिक कार्यवाही हेतु प्रतिबंधित कांजल की लकड़ी के साथ वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कांजल की लकड़ी उच्च हिमालय के आरक्षित वन क्षेत्र में पाई जाती है, कांजल औषधीय दृष्टिकोण से सर्वाेत्तम मानी जाती है। यह एक प्रतिबंधित वन सम्पदा है। इसकी तस्करी कर लोग उच्च कीमतों में इसे बेचते हैं। बरामद लकड़ी की कीमत करीब दस लाख रूपये बतायी जा रही है।

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