राहुल रिटर्न, कांग्रेस का जोश हाई

0
158

उत्तराखंड की पैदल पदयात्रा करेंगे राहुल

प्रदेश प्रभारी यादव दून में 2024 की रणनीति बनाने में जुटे

देहरादून। मोदी सरनेम अवमानना मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से मिली सुपर सहायता के बाद उनकी संसद में पुनः वापसी हो गई है। अपनी इस बड़ी सफलता को लेकर जहां कांग्रेस का जोश हाई—फाई है वहीं भाजपा के मंसूबों पर पानी फिरने के साथ उसे रणनीतिक विफलता के कारण राजनीतिक आघात भी पहुंचा है। कांग्रेस के नेताओं को भाजपा ने एक ऐसा मुद्दा थमा दिया है जिसे भुनाने में अब कांग्रेसी नेता अपनी ताकत झोंक देना चाहते हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव का आज दून पहुंचना और कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं के साथ बैठक करना इसी चुनावी रणनीति का हिस्सा है। 2014 से लगातार अवनति और पराजय की मार झेल रही कांग्रेस भले ही अब तक बैकफुट पर दिखाई दे रही थी। कांग्रेस के नेताओं द्वारा समय—समय पर कुछ स्थानीय मुद्दों पर धरनो को छोड़कर पार्टी का कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन या कार्यक्रम नहीं देखा गया। बीते दिनों राहुल गांधी का उत्तराखंड यात्रा का कार्यक्रम बना था लेकिन उसकी तारीख तय नहीं हो पा रही थी। क्योंकि राहुल गांधी खुद जिस बड़े केस में फंसे थे उसे लेकर उनका पूरा राजनीतिक कैरियर ही दांव पर लगा हुआ था। लेकिन अब वह उस बड़ी मुसीबत से बाहर निकल चुके हैं उनके मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी या उनकी संसद सदस्यता बहाल हो गई यह कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है बल्कि सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनको सुनाई गई 2 साल की सजा को विद्वेष की राजनीति करार दे दिया गया। बड़ी बात यह है कि राहुल गांधी ने अपना पूरा राजनीतिक कैरियर दांव पर लगने के बाद भी माफी मांगना और झुकना स्वीकार नहीं किया। अब कांग्रेस इस विद्वेष की राजनीति को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहती है राहुल गांधी ने तो कर्नाटक चुनाव से पूर्व ही पूरे देश की पदयात्रा कर देशभर में यह प्रचार कर दिया है कि भाजपा विद्वेष व बदले की भावना तथा अहंकार और घृणा फैलाने की राजनीति करती है। राहुल गांधी ने इस यात्रा से जो मुहब्बत की दुकान खोलने की बात कही थी उसे अब कांग्रेस कर्नाटक की जीत से आगे ले जाना चाहती है। राहुल गांधी अब उत्तराखंड की पैदल पदयात्रा करने वाले हैं, इस पदयात्रा का खाका देवेंद्र यादव तैयार करने आए हैं। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम हरीश रावत से लेकर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा सहित वह तमाम बड़े नेताओं व कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श कर 2024 की रणनीति तैयार कर रहे हैं। बीते 2 लोकसभा चुनाव में एक भी सीट न जीत पाने वाली काग्रेस क्या अपने पुराने तेवर व कलेर में आ पाएगी समय ही बताएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here