एलआईसी पॉलिसी के नाम पर देते थे धोखा
देहरादून। आईआईसी पालिसी के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।
आज यहां इसकी जानकारी देते एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया 3 मई 2023 को अनसुया प्रसाद थपलियाल पुत्र स्व. आरपी थपलियाल निवासी कौलागढ रोड राजेन्द्र नगर ने साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर तहरीरी सूचना अंकित कराई, जिसमें पीडित के साथ अज्ञात लोगो द्वारा स्वंय को आईआरडीए विभाग का कर्मचारी बताते हुए शिकायतकर्ता के अनुरोध पर पॉलिसी को केन्सल कराने हेतु प्रोसेसिंग चार्ज की माँग करना तत्पश्चात अन्य अज्ञात व्यक्तियो द्वारा विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर स्वंय को एनपीसीआई इंश्योरेन्स कम्पनी, इनकम टैक्स आदि के कर्मचारी बताकर फन्ड वापस दिलाने की बात करते हुये विभिन्न चार्ज के नाम पर 43,23,351 रुपये की धनराशि धोखाधडी से प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत अंकित की गई। जिस पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी । जांच में पीड़ित के साथ 43,23,351 रुपये की धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई है। एसटीएफ द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा ठगो द्वारा पीडित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि पीडित की धनराशि दिल्ली में स्थानान्तरित हुयी है, के आधार पर टीम को दिल्ली भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से ठगो द्वारा पीडित को जिस नम्बर से कॉल की गयी उक्त मोबाईल नम्बर की जानकारी करते हुए व धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि जिस खाते में स्थानान्तरित हुयी उसके खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी जिसे एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार कर मुकदमें से सम्बन्धित 6 मोबाईल फोन, आधा दर्जन से अधिक सिम कार्ड, चैक बुक, 2 रजिस्टर जिसमें अपराध में प्रयोग किये जाने वाले खातों का विवरण अंकित है एवं 47,000 रुपये नगद बरामद किये गये। साईबर ठगो द्वारा विभिन्न इश्योरन्स के पालिसी नम्बर एवं व्यक्तिगत जानकारी बताकर पीडित का विश्वास जीता और विभिन्न कारण जैसे पॉलिसी प्रीमियम ,मेचोरटी रिबेट आदि। लाईफ एश्योरेंस के नाम पर साईबर पीड़ित द्वारा अपने प्रथम सूचना विवरण के माध्यम से अवगत कराया कि उनके द्वारा बन्द पडी बीमा पॉलिसी चालू कराने व धनराशि वापस कराने हेतु ऑनलाईन सर्च किया था, जिस पर शिकायतकर्ता के साथ अज्ञात अभियुक्तो द्वारा स्वंय को आईआरडीए तथा आईबीएमएस विभाग का कर्मचारी बताते हुए शिकायतकर्ता के अनुरोध पर पॉलिसी को केन्सल कराने हेतु प्रोसेसिंग चार्ज की माँग करना तत्पश्चात अन्य अज्ञात व्यक्तियो द्वारा विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर स्वंय को एनपीसीआई इंश्योरेन्स कम्पनी, इनकम टैक्स आदि के कर्मचारी बताकर फन्ड वापस दिलाने की बात करते हुये विभिन्न चार्ज के नाम पर 43,23,351 रुपये की धनराशि धोखाधडी से हड़प ली गई। पूछताछ में उसने अपना नाम अजीत कुमार पुत्र बृजनन्दन शर्मा निवासी भडाना मौहल्ला दल्लूपुरा गाँव ईस्ट दिल्ली, दिल्ली बताया। पूर्व में अजीत कुमार को अम्बाला कैण्ट पुलिस, हरियाणा द्वारा 5 करोड़ के इंश्योरेंस ठगी में गिरफ्तार किया गया था।