नई दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गोवा में एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह का भंड़ाफोड़ करते हुए ओलंपिक पदक विजेता रूसी तैराक, रूस के एक पूर्व पुलिस कर्मी और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार (29 अप्रैल) को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से विभिन्न मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में शामिल महिला तैराक ने 1980 के ओलंपिक में रजत पदक जीता था। अधिकारी ने बताया कि एनसीबी की गोवा इकाई ने पिछले दो हफ्ते में यह अभियान चलाया है।
एनसीबी के अधिकारी ने बताया, सूचना मिली थी कि अराम्बोल और गोवा में उसके आसपास के इलाके में मादक पदार्थ का रूसी गिरोह काम कर रहा है, जिसके बाद जांच शुरू की गई। खुफिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विदेशी नागरिकों को मादक पदार्थों की आपूर्ति करने में एक रूसी महिला एस वार्गानोवा शामिल है। जांच के दौरान हमें मिली सूचनाओं के आधार पर स्थानीय व्यक्ति आकाश की संलिप्तता उजागर हुई। एनसीबी ने बताया कि विस्तृत जांच के बाद रूसी व्यक्ति आंद्रे का नाम सामने आया और उसके पास से एलएसडी बरामद हुई। जांच में पता चला कि वह अपने स्थानीय आवास पर ‘हाइड्रोफोनिक’ (जलीय) तरीके से गांजा उपजा रहा था।
अधिकारी ने बताया कि पूरे अभियान के दौरान एनसीबी ने एलएसडी के 88 ब्लॉट, 8।8 ग्राम कोकीन, 242।5 ग्राम चरस, 1।440 किलोग्राम हाइड्रोफोनिक गांजा, 16।49 ग्राम हैश तेल, 410 ग्राम हैश केक और 4।88 लाख रुपये नकद जब्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि एनसीबी ने उनके पास से भारतीय और विदेशी मुद्रा, फर्जी दस्तावेज, पहचानपत्र और हाइड्रोफोनिक गांजा उगाने से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं। एनसीबी ने बताया, ‘‘गिरफ्तार महिला की पहचान 1980 ओलंपिक में तैराकी में रजत पदक विजेता एस वार्गानोवा और एक व्यक्ति की पहचान रूस के पूर्व पुलिसकर्मी आंद्रे के रूप में हुई है। आंद्रे लंबे समय से गोवा में मादक पदार्थ का कारोबार कर रहा है। अपना नेटवर्क फैलाने के लिए वह कई शहरों में भी गया और मादक पदार्थ बेचने वालों का नेटवर्क चला रहा था।’’ अधिकारी ने बताया कि रूसी नागरिकों के साथ-साथ स्थानीय नागरिक आकाश को भी गिरफ्तार किया गया है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।