May 8, 2024इनके लिए आंतरिक क्षेत्र में 16 रूटों का किया गया निर्धारण हरिद्वार। ई रिक्शा व ई ऑटो को लेकर उच्च न्यायालय नैनीताल के महत्वपूूर्ण आदेश के बाद एसपी यातायात ने ई रिक्शा यूनियन के साथ बैठक कर निर्देश दिये कि अब हाईवे पर ई रिक्शा व ई ऑटो नहीं चलेंगे और अगर ऐसा करते पाया गया तो ई रिक्शा सीज कर दिया जायेगा।आज यहां पुलिस अधीक्षक यातायात पंकज गैरोला जनपद हरिद्वार द्वारा अपने कार्यालय स्थित सीसीआर में उच्च न्यायालय नैनीताल, उत्तराखण्ड के विचाराधीन याचिका (पीआईएल)/2024 अभिमन्यु भारद्वाज बनाम उत्तराखण्ड राज्य व अन्य योजित याचिका के क्रम में जनपद में संचालित ई—रिक्शा/ ई—कार्ट को हाईवे एवं मुख्य मार्गाे पर प्रतिबन्धित करने एवं शहरों के आन्तरिक सड़को में संचालन हेतु मार्ग निर्धारित करने सम्बन्धी अनुतोष मांगे जाने के क्रम में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा ई—रिक्शा यूनियन के पदाधिकारियों के साथ एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने के उद्देश्य से ई रिक्शा के संचालन हेतु निम्न बिन्दुओ पर निर्णय लिये गये। उन्होंने कहा कि यदि कोई ई—रिक्शा हाईवे पर चलता है तो ई—रिक्शा को सीज किया जायेगा। सभी ई—रिक्शा चालको के पास सम्पूर्ण कागजात होने चाहिए जिसके लिए सभी ई—रिक्शा यूनियन के प्रधान को निर्देशित किया गया कि वह सभी अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझते हुये यूनियन के सभी ई—रिक्शा चालको निर्देशित करे कि उनके पास ई—रिक्शा सम्बन्धी सभी कागजात जैसे —फिटनेस, डी एल, टैक्स व इन्श्योरेन्स पर्ू्ण होने चाहिए जिन ई—रिक्शा चालको के पास उक्त सभी दस्तावेज पूर्ण नही होगें उनके ई—रिक्शा को सम्बन्धित धाराओं में सीज किया जायेगा जिसकी जिम्मेदारी ई—रिक्शा चालक व ई—रिक्शा यूनियन की होगी। उन्होंने कहा कि यदि जीरो जोन जैसे अपर रोड़ में अपने ई—रिक्शा चैकिंग के दौरान बिना पास के पाया जाता है तो उनके विरुद्ध कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। सभी ई—रिक्शा पर रुट चार्ट व रेट लिस्ट चस्पा की जाए जिससे जनपद में आने वाले यात्री से किसी ई—रिक्शा चालक द्वारा मनमाना किराया न वसूला जाए। सभी ई—रिक्शा वर्तमान में लागू वन—वे प्लान के अनुरुप ही चलाए जायेगे। यदि कोई ई—रिक्शा वन वे प्लान का पालन नही करता है तो उसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।यूनियन के साथ सहमति से शहर के आन्तरिक क्षेत्र में 16 रुटों का निर्धारण किया गया।
May 8, 2024नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तेलंगाना राज्य में रैली कर रहे हैं। करीमनगर के बाद वारंगल में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सैम पित्रोदा के नस्लीय बयान को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि शहजादे के एक अंकल अमेरिका में रहते हैं। उन्होंने कहा कि काली चमड़ी वाले अफ्रीकी हैं, तो क्या कांग्रेस चमड़ी का रंग देखकर बात करती है? उन्होंने कहा कि चमड़ी का रंग कोई भी हो, हम कृष्ण के पुजारी हैं। पीएम ने कहा कि मुझे गाली दें सहन कर लूंगा, लेकिन देश के लोगों का अपमान सहन नहीं कर सकता। पीएम ने कहा कि क्या चमड़ी के रंग के आधार पर योग्यता तय होती है। क्या हमारी राष्ट्रपति अफ्रीकी हैं। शहजादे को इसका जवाब देना होगा। उन्होंने कहा, मैं बहुत सोच रहा था कि द्रौपदी मुर्मू जिनका बहुत सम्मान है और वह आदिवासी परिवार की बेटी हैं, तो फिर कांग्रेस उन्हें हराने के लिए इतनी कोशिश क्यों कर रही है, लेकिन आज मुझे कारण पता चल गया। मुझे पता चला कि अमेरिका में एक अंकल हैं जो ‘शहजादा’ के दार्शनिक मार्गदर्शक हैं और क्रिकेट में तीसरे अंपायर की तरह, जिससे ‘शहजादा’ सलाह लेते हैं। इस दार्शनिक अंकल ने कहा कि जिनकी चमड़ी काली होती है वो अफ्रीका के होते हैं। इसका मतलब है कि आप देश के कई लोगों को उनकी चमड़ी के रंग के आधार पर गाली दे रहे हैं।
May 8, 2024प्रयागराज । कुछ समय पहले एक शख्स का वीडियो वायरल हुआ था, जिसने एक यूट्यूबर से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को धमकी देने के साथ ही आपत्तिजनक टिप्पणी कर दिया था। प्रयागराज के रहने वाले शख्स ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर एक्शन पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि हमारे यहां बुलडोजर लेकर आ जाएं तो हम बकरा बनाकर काटेंगे। शख्स ने कहा था कि मैं चैलेंज दे रहा हूं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। अब इस शख्स का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें ये शख्स माफी मांगते हुए कह रहा है कि उस दिन वह नशे में था और सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर कुछ ज्यादा ही बोल गया था। जब होश में आया तो उस यूट्यूबर या मीडिया वाले को खोजने लगा, जिसके सवालों के जवाब में सीएम योगी को धमकाया था। शख्स ने कहा कि मैंने उस पत्रकार को खोजा और अपना माफीनामा वाला वीडियो चलाने के लिए कहा लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। योगी जी प्रदेश का विकास कर रहे हैं, अच्छा काम कर रहे हैं, मुझसे गलती हो गई। मुझे माफ कर दें।
May 8, 2024लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान संपन्न होने के साथ ही 543 में से 283 पर जनता अपना फैसला ले चुकी है। अभी चुनाव के भले ही चार चरण शेष बचे हो लेकिन सीटों के दृष्टिकोण से अब आधे से भी कम सीटों पर चुनाव होना शेष बचा है। अभी तक तीन चरण के मतदान में उदासीनता इसके साथ ही मतदाताओं की खामोशी इस चुनाव में सभी दलों के लिए एक चिंतनीय सवाल बनी हुई है। मतदान के पहले चरण में ही मतदाताओं में अपेक्षित उत्साह की कमी और कम मतदान प्रतिशत को राजनीतिक विशेषज्ञों और पार्टियों के द्वारा कराए गए अपने इंटरनल सर्वे के आधार पर तमाम दलों के नेताओं की बॉडी लैंग्वेज और चुनावी भाषणों तथा उनकी भाषा श्ौली तक में जिस तरह का बदलाव देखने को मिला उसका विश्लेषण भी बड़ी बारीकी के साथ विभिन्न माध्यमों से किया गया। जिसके आधार पर इंडिया गठबंधन के नेताओं में थोड़ा अतिरिक्त उत्साह और जोश देखा गया तथा सत्तारूढ़ एनडीए के खेमे में खींचतान और उदासीनता का भाव साफ महसूस किया जा रहा था। सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर तमाम रुझान भी इंडिया गठबंधन की ओर जाते दिखे वहीं तमाम समाचार पत्रों और टीवी चैनलों पर सत्तारूढ़ भाजपा और एनडीए के पक्ष में माहौल बनाया जाता रहा है। जहां तक मतदान प्रतिशत की बात है तो उसमें पांच से सात फीसदी तक की कमी को एनडीए के विपरीत ही माना जा रहा है। जिसके पक्ष में यह तर्क यही दिया जा रहा है कि जिन राज्यों में भाजपा या एनडीए सभी सीटें पिछली बार जीती थी वहां विपक्ष के पास खोने के लिए कुछ नहीं था अपनी पूर्व स्थिति व प्रदर्शन को दोहराने का सारा दबाव सत्ता पक्ष पर ही था। एक हद तक यह तर्क संगत भी लगता है कोई दल हर बार तो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दोहरा नहीं सकता है। अब तक हुए चुनाव में समीक्षकों द्वारा एनडीए को 50 सीटों के नुकसान की बात कही जा रही है। लेकिन 4 जून को मतगणना के बाद ही इसका सच सामने आ सकेगा। ऐसा कोई पैमाना किसी के भी पास नहीं है जो यह बता सके कि किसे कितना नफा या नुकसान होगा या किसे कितनी सीटें मिलेगी। लेकिन इस चुनाव के बीच आए कुछ अदालती फैसलों और पूर्व पीएम देवगौड़ा परिवार के सेक्स कंाडों जैसी घटनाओं ने भी इस चुनाव पर गंभीर प्रभाव डाला है। इस चुनाव में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पहले ही दौर से ड्राइविंग सीट पर रही है। राहुल गांधी की पदयात्राओं के बाद कांग्रेस का जो घोषणा पत्र आया उसे लेकर भाजपा के नेताओं की जुबान में अभी तक इसकी चर्चाएं हैं। उनके चुनावी भाषण भी कांग्रेस के घोषणा पत्र के मुद्दों तक ही सिमट कर रह गए हैं। जो एनडीए और भाजपा के लिए चुनावी मुद्दे थे ही नहीं। वहीं विपक्षी दलों के नेता भी देश की जनता की उस नब्ज पर ही हाथ रखे हुए हैं जो बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई के जरिए उन तक पहुंचने का रास्ता है। अब तक का चुनाव कम से कम यह बताने के लिए काफी है कि इस बार भाजपा के लिए सत्ता की राह पहले जैसी आसान रहने वाली नहीं है। मुकाबला जोरदार होगा जीतेगा कौन यह तो 4 जून को ही तय होगा।
May 8, 2024उत्तरकाशी। अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गंगा व यमुना के मंदिर को रंग रोगन से भव्य रूप से सजाया गया है। गंगोत्री मंदिर 21 क्विंटल व यमुनोत्री मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा। इस बार गंगोत्री धाम में सुंदर प्रवेश द्वार भी बनाए गए हैं।श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि मंदिर की सजावट के लिए फूल—पत्तियां गंगोत्री धाम पहुंच चुकी हैं। आज से मंदिर की फूलों से सजावट का कार्य शुरू हो जाएगा। शुक्रवार 10 मई को अक्षय तृतीय के पर्व पर गंगोत्री धाम में विशेष पूजा—अर्चना होगी। जिसके बाद मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ हेतू खोल दिए जाएंगे।वहीं, यमुनोत्री मंदिर समिति ने यमुनोत्री धाम को रंग रोगन से सजा कर तैयार कर लिया है। मंदिर समिति तथा पंच पंडा समिति ने भी कपाट खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यमुनोत्री मंदिर समित के पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल ने बताया कि अक्षय तृतीय के पर्व पर सुबह यमुना के मायके से शनिदेव की अगुआई में मां यमुना की डोली शीतकालीन निवास खरसाली से रवाना होगी। इस बार होमगार्ड के बैंड भी डोली यात्रा की अगुआई करेंगे।
May 8, 202410 मई को खुल रहे हैं केदारनाथ धाम के कपाट देहरादून। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली द्वारा आज आठ मई को फाटा से तीसरे पड़ाव गौरामाई मंदिर गौरीकुंड को प्रस्थान किया गया। बीते छह मई को देवडोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रवास हेतु पहुंची तथा मंगलवार सात मई को दूसरे पड़ाव फाटा पहुंची थी।विदित हो कि केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 10 मई को खुल रहे हैं। भगवान केदारनाथ की चलविग्रह उत्सव पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को श्री बदरीनाथ—केदारनाथ मंदिर समिति के स्वयं सेवक एवं हक—हकूकधारी पांवों में बिना कुछ पहने पैदल चलकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से श्री केदारनाथ धाम तक पहुंचाते हैं। यह प्रक्रिया हर साल दोहराई जाती है।फाटा से प्रस्थान होते समय आज जगह— जगह श्रद्धालुओं तथा स्कूली बच्चों ने बाबा केदार का जय घोष कर पुष्प वर्षा की। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में देश—विदेश के श्रद्धालू भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे हैं।पंचमुखी डोली के गौरीकुंड प्रस्थान के समय विष्णु प्रसाद कुर्मांचली, केदारनाथ धाम के पुजारी शिवशंकर लिंग, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण एवं यदुवीर पुष्पवान, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, भरत कुर्मांचली,कुलदीप धर्म्वाण,संजय कुकरेती सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।