देहरादून। बन्द पडी बीमा पालिसी के नवीनीकरण एंव प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहकर लाखों की धोखाधडी करने वाले गिरोह के मास्टमाइन्ड को एसटीएफ साइबर क्राईम पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी दून की एक महिला से पिछले आठ सालों में 68 लाख का फर्जीवाड़ा कर चुका है।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सूचना मिली किं देहरादून क्षेत्रांर्तगत रायपुर निवासी एक महिला को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन से सम्पर्क कर स्वंय को बीमा पाँलिसी एजेन्ट बताते हुये उनके भाई की बीमा पाँलिसी की प्रीमियम जमा न होने के कारण पालिसी समाप्त होने की बात कही गयी। साथ ही प्रीमियम जमा करने व उक्त पाँलिसी की धनराशि को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहते हुये वर्ष 2014 से वर्ष 2021 तक 68 लाख रूपये की धोखाधड़ी कर ली गयी है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने तत्काल पीड़ित महिला की ओर से साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। आरोपी की तलाश में जुटी एसटीएफ द्वारा जब घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई—वालेट तथा बैंक खातों के बारे में जानकारी की गयी तो पता चला कि धनराशि दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के विभिन्न बैंक खातो में जमा करायी गयी है तथा आरोपियों द्वारा घटना को कारित करने के लिये उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलो के व्यक्तियों के फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर मोबाईल नम्बर का प्रयोग कर अपराध कारित किया गया है। इस पर एसटीएफ द्वारा बैंक, टेलीकॉम कम्पनियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश में आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी। अथक प्रयास के बाद एसटीएफ द्वारा आज सुबह फर्जीवाड़े के एक आरोपी देवेश नन्दी पुत्र अनूप नन्दी निवासी शहदरा दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके पास से घटना में प्रयुक्त बैक खातो के दर्जनों एटीएम कार्ड व छह मोबाइल फोन सहित एक लैपटाप भी बरामद किया गया है। आरोपी द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वह अपने साथी के साथ मिलकर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया करता था।