नई दिल्ली। ईरान के उत्तरी इलाके में गिलान राज्य में शुक्रवार सुबह को एक नशा मुक्ति केंद्र (ड्रग पुनर्वास केंद्र) में भीषण आग लग गई जिसमें कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा 12 लोगों के घायल होने की भी खबर है। मिज़ान ऑनलाइन समाचार वेबसाइट ने प्रांतीय मुख्य न्यायाधीश इस्माइल सादेघी के हवाले से कहा कि लैंगरोड शहर के नशा मुक्ति केंद्र में भीषण आग लगने से 27 लोग मारे गए हैं और 12 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं रॉयटर्स की रिपोर्ट में 32 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। केंद्र की क्षमता लगभग 40 लोगों की बताई जा रही है। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्तीय कराया गया है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। मौतों की संख्या अभी और अधिक बढ़ने की आशंका है। आग लगने का कारण तुरंत स्पष्ट नहीं है। स्थानीय खबरों के मुताबिक फिलहाल इसकी जांच चल रही है। घटना के बाद आरोप लग रहे हैं कि पिछली घटनाओं ने ईरान में उपचार केंद्रों के खतरों को उजागर किया है। फिर भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया। इससे पहले सितंबर में ईरान के रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व वाली एक कार बैटरी फैक्ट्री में आग लगी थी। हालांकि पहली घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं थी। इस बार काफी भीषण आग लगी है। इसलिए काफी संख्या में लोग झुलसकर मर गए। लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल पाया। इससे पहले अगस्त में, तेहरान के ग्रैंड बाज़ार में आग लग गई थी, जिसमें कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ था। अगलगी का इससे पहले सबसे बुरी घटना जनवरी 2017 में हुई थी जब तेहरान में 15 मंजिला प्लास्को शॉपिंग सेंटर में आग लगने से 16 अग्निशामकों सहित कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई थी।