नई दिल्ली । इराक़ में ताक़तवर शिया नेता और मौलवी मुक़्तदा अल-सद्र के राजनीति से संन्यास लेने के एलान के बाद उनके समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच बग़दाद में लगातार दूसरे दिन ज़ोरदार हिंसक झड़प हो रही है। हिंसा में अब तक कम-से-कम 20 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं। बग़दाद के अलावा बसरा, नजफ़, नासिरिया और हिल्ला शहरों से भी हिंसा की ख़बरें आ रही हैं। हिंसा की शुरूआत मुक़्तदा अल-सद्र के राजनीति से संन्यास लेने के एलान के बाद हुई। पिछले वर्ष अक्टूबर में इराक़ में हुए संसदीय चुनाव में उनके गुट को सबसे ज़्यादा सीटें मिली थीं, मगर उन्होंने सरकार बनाने के लिए दूसरे ईरान-समर्थित शिया गुटों से वार्ता करने से इनकार कर दिया। इऱाक़ में 10 महीने बाद भी नई सरकार नहीं बन पाने से कायम राजनीतिक गतिरोध के बीच महंगाई और बेरोज़गारी चरम पर है। इससे लोगों में अंतरिम सरकार के प्रति काफ़ी नाराज़गी है। सोमवार को मुक़्तदा सद्र के संन्यास के एलाने के बाद राजधानी बग़दाद में रात भर हिंसक घटनाएं होती रहीं। इसे पिछले कुछ सालों में वहाँ हुई सबसे बड़ी हिंसक घटनाओं में से एक बताया जा रहा है। इराक़ के अंतरिम प्रधानमंत्री और सद्र के सहयोगी मुस्तफ़ा अल-कदीमी ने लोगों से शांति क़ायम करने की अपील की है। बग़दाद के अलावा कई और शहरों में भी हिंसक घटनाएं होने के बाद सेना ने पूरे देश में कर्फ्यू लगाने का एलान कर दिया है।