January 17, 2025200 से अधिक मदरसे चिन्हित अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं करेंगेः धामी देहरादून। राज्य में अवैध धार्मिक संरचनाओं के बाद अब सरकार के निशाने पर अवैध मदरसे हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जाने वाले मदरसों की जांच के आदेश दिए जाने के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि राज्य में बड़ी संख्या में अवैध रूप से मदरसों का संचालन किया जा रहा है। राज्य में पंजीकृत मदरसों से भी कहीं अधिक संख्या में संचालित किये जा रहे इन अवैध मदरसों पर अब बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है की अतिक्रमण चाहे किसी भी तरह का क्यों न हो उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी द्वारा समाज कल्याण विभाग और सभी जिलों के जिला अधिकारियों व पुलिस कप्तानों को राज्य में चल रहे मदरसों की जांच के आदेश दिए गए थे। अभी हालांकि राज्य का पूरा डाटा सामने नहीं आया है लेकिन जिन तीन जिलों की रिपोर्ट आई है उससे मिली जानकारी के अनुसार उधम सिंह नगर, दून और हरिद्वार में 200 से भी अधिक अवैध मदरसों के संचालित किए जाने का पता चला है। जिसमें उधम सिंह नगर में सबसे अधिक 100 के आसपास तथा देहरादून में 57 व हरिद्वार में 39 अवैध मदरसे हैं।इन अवैध मदरसों की जांच उनके पंजीकरण और उस जमीन जिस पर इन मदरसों का संचालन हो रहा है तथा उनको मिलने वाली वित्तीय सहायता के आधार पर किया गया है अधिकांश मदरसोंंं के संचालकों द्वारा इन मदरसों के दान से संचालित होने की बात कही गई है। सरकार द्वारा अब उन सभी मदरसों जो सरकारी या वन भूमि पर बने हैं, के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि इन मदरसों की आय के स्रोतों के बारे में भी जानकारियां जुटाई जा रही है कि इनके संचालन के लिए धन कहां—कहां से आता है मुख्यमंत्री का कहना है कि यह देवभूमि है यहां किसी तरह के अतिक्रमण को कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा राज्य की डेमोग्राफी को प्रभावित करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
January 17, 2025हरिद्वार। भैंस चोरी मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो पशु चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से चुरायी गयी तीन भैंस व चोरी में प्रयुक्त पिकअप बरामद की गयी है।जानकारी के अनुसार बीती 14 जनवरी को अमीर हमजा पुत्र नूर हसन निवासी धनपुरा द्वारा थाना पथरी में तहरीर देकर बताया गया कि अज्ञात चोरों द्वारा उनकी भैंस चोरी कर ली गयी है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गयी। घटनास्थल व आसपास से साक्ष्य संकलन के साथ ही रहने वाले लोगों से पूछताछ करते हुए पुलिस ने एक सूचना के बाद सुभाषगढ़ तिराहे से एक पिकअप में सवार 2 संदिग्ध को दबोचते हुए पिकअप में लदी तीन भैंस बरामद की गयी। जिन्होने पूछताछ में अपना नाम जावेद पुत्र अरलम निवासी ग्राम धापुल थाना बिहारीगढ व तालीब पुत्र जहूर निवासी ग्राम धनपुरा थाना पथरी जनपद हरिद्वार बताया। जब उक्त भ्ौंसों के बारे में पूछा गया तो वह कोई सही जवाब नहीं दे पाए। कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होने भ्ौंसों को धनपुरा से चोरी करने की बात स्वीकार की गई। किए गए अपराध के मुताबिक तीनों संदिग्ध को पुलिस हिरासत में लिया गया है।
January 17, 2025पौड़ी। युवती से दुष्कर्म कर उसका वीडियों वायरल करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।जानकारी के अनुसार बीते 25 दिसम्बर को एक महिला द्वारा थाना पैठाणी में तहरीर देकर बताया गया था कि मेरी पुत्री के साथ उत्तम सिंह नेगी द्वारा 3 दिसम्बर को जोर जबरदस्ती कर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और उसकी अश्लील वीडियो बनाकर इन्टरनेट पर वायरल कर दिया गया है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जांच के दौरान मामला सही पाये जाने पर पुलिस ने अथक प्रयासों के बाद आरोपी उत्तम सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
January 17, 2025देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आइसलैंड के राजदूत डॉ. बेनेडिक्ट हॉस्कुलसन की गरिमामय उपस्थिति में उत्तराखंड में भूतापीय ऊर्जा के अन्वेषण और विकास के संबंध में समझौता संपन्न हुआ।आज यहां उत्तराखंड सरकार और आइसलैंड की कंपनी वर्किस कंसलटिंग इंजिनियर्स के मध्य सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आइसलैंड के राजदूत डॉ. बेनेडिक्ट हॉस्कुलसन की गरिमामय उपस्थिति में उत्तराखंड में भूतापीय ऊर्जा के अन्वेषण और विकास के संबंध में समझौता संपन्न हुआ। वर्चुअल माध्यम से उपस्थिति के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस समझौता ज्ञापन को उत्तराखंड के साथ—साथ देश की ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास के क्षेत्र में एक माइलस्टोन बताया। उन्होंने कहा कि भूतापीय ऊर्जा के इस एमओयू के माध्यम से न केवल स्वच्छ और नवीनीकरण ऊर्जा का लक्ष्य प्राप्त होगा बल्कि पर्यावरणीय सुरक्षा सुनिश्चित रहते हुए समावेशी विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि आइसलैंड भूतापीय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी देश है और इनके तकनीकी सहयोग और अनुभव से उत्तराखंड भूतापीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण राज्य बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से इसकी अनापत्ति भी प्राप्त हो चुकी है। कहा कि राज्य में भूतापीय ऊर्जा के व्यवहारिकता के अध्ययन का व्यय भार का वहन आइसलैंड सरकार द्वारा किया जाएगा। संदर्भित है कि भारतीय भू— वैज्ञानिक सर्वेक्षण एवं वाडिया हिमालय भू— विज्ञान संस्थान देहरादून के द्वारा किए गए आकलन के अनुसार उत्तराखंड राज्य में लगभग 40 भू— तापीय स्थल चिन्हित किए गए हैं, जिसमें भूतापीय ऊर्जा का दोहन किया जा सकता है। मै. वर्किस कंसलटिंग इंजिनियर्स आइसलैंड की प्रमुख कंपनी है जो भूतापीय ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक विशेषज्ञता रखती है। उनकी तकनीकी क्षमताएं और अनुभव उत्तराखंड में भूतापीय परियोजनाओं को तेजी से और कुशलता से विकसित करने में सहायक होंगे। इस दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, दिलीप जावलकर व दीपेंद्र चौधरी, विशेष सचिव /रेजिडेंट कमिश्नर अजय मिश्रा, अपर सचिव रंजना राजगुरु, प्रबंध निदेशक यू.जे.वी.एन. लिमिटेड संदीप सिंघल, प्रबंध निदेशक पिटकुल पी.सी. ध्यानी सहित वर्किस कंपनी से हैंकर हैरोल्डसन, रंजीत कुंना व आइसलैंड एंबेसी से राहुल चांगथम उपस्थित थे।
January 17, 2025आचार संहिता हटते ही राज्य में लागू होगा यूसीसी देहरादून। निकाय चुनाव प्रचार में जुटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आजकल ताबड़तोड़ जनसभा और रोड शो करने में जुटे हुए हैं। कल नैनीताल के भवाली और हल्द्वानी में चुनाव प्रचार के बाद आज मुख्यमंत्री ने टिहरी में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ट्रिपल इंजन सरकार का मतलब है विकास की गारंटी।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य की जनता का भरोसा भाजपा पर है। उन्होंने कहा कि जनता जनार्दन ने जिस तरह से भाजपा पर भरोसा करते हुए केंद्र में भाजपा और उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बनाई है अगर निकाय चुनाव में भी वह भाजपा की सरकार बनाती है तो इस ट्रिपल इंजन सरकार का मतलब होगा विकास की गारंटी। उन्होंने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि राज्य में तीन गुना अधिक तेजी से विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा।मुख्यमंत्री इन दिनों ताबड़तोड़ चुनावी दौरों में व्यस्त हैं आज टिहरी में भाजपा के समर्थन में जनसभा के बाद वह 2 बजे कोटद्वार पहुंचे और यहां भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में रोड शो किया, इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उनके साथ दिखीं। उन्होंने भाजपा के मेयर पद के प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील की। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी हरिद्वार के लिए रवाना हो गए जहां वह एक रोड शो भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में करेंगे। इसके बाद आज ही वह दून में शाम को भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलेंगे तथा उन्हें जीत का मंत्र देंगे।मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि राज्य में जैसे ही चुनाव आचार संहिता समाप्त होगी वह इसी माह यूसीसी लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य देश का पहला राज्य होगा जहां यूसीसी लागू होगा। उधर भाजपा नेता व संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि भाजपा जिस तरह से निकाय चुनाव में मेहनत कर रही है उससे उन्हें पूरा भरोसा है कि भाजपा सभी 11 निकायों में जीत दर्ज करेगी।उधर कांग्रेस भी निकाय चुनाव प्रचार में जी—जान से जुटी है पूर्व सीएम हरीश रावत आज हल्द्वानी पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता का भाजपा से भरोसा उठ चुका है। मेयर पद के प्रत्याशी ललित जोशी के अलावा यहां भाजपा प्रत्याशी गजराज सिंह बिष्ट के अलावा कुल 6 निर्दलीय सहित 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है।
January 17, 2025संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ का मेला इन दिनों विश्व भर में चर्चाओं के केंद्र में है। आस्था और सनातन के प्रतीक महाकुंभ का यह मेला महज एक मेला भर नहीं है। साधु—संतों और ऋषि—मुनियों के समागम और सनातन के धर्म संस्कृति के वाहक के रूप में आयोजित किए जाने वाला यह धार्मिक आयोजन विश्व का सबसे बड़ा आयोजन है। इसकी विशेषता का अंदाजा इस आयोजन में उमड़ने वाले श्रद्धा के जन सैलाब से लगाया जा सकता है। 13 जनवरी मकर संक्रांति के मंगल स्नान के साथ शुरू हुए इस महाकुंभ में अब तक लाखों की संख्या में लोग पवित्र संगम में स्नान कर चुके हैं। 45 दिन चलने वाले इस महाकुंभ में देश—विदेश के 40 करोड़ लोगों के आने की संभावना है जिसमें 15 लाख से अधिक विदेशी श्रद्धालु होंगे। खास बात यह है कि इस भव्य आयोजन के लिए केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तैयारी भी उतनी ही भव्य व उच्च स्तरीय की गई है। हर बार की तरह इस बार भी प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन में करोड़ों की संख्या में साधु—संत और ऋषियों तथा मुनियों का अद्भुत संगम देखा जा रहा है। सभी अखाड़ों और संप्रदायों के संत इस आयोजन में आए हुए हैं। पृथक—पृथक पूजा पद्धतियों और मान्यताओं के साथ किसी एक स्थान पर संतों की उपस्थिति तथा पेशवानी और शाही स्नान की परंपरा का जो अद्भुत दृश्य महाकुंभ में देखने को मिलता है वह सनातन की उन गौरवमई परंपराओं और संस्कृति का अनोखा नजारा पेश करता है। भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है लेकिन इस भीषण सर्दी के दौर में साधु—संतों की संगत के अनोखे रंग देखकर लोग दंग है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब देवताओं और असुरों द्वारा समुद्र मंथन किया गया तो उस मंथन से निकलने वाले रत्न में वह अमृत कलश भी था जिसके लिए देव व असुरों के बीच संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई थी इसी संघर्ष के दौरान अमृत कलश जिसे कुंभ या घड़ा भी कहा जाता है, से कुछ बूंद छलक कर पानी में गिर गई थी। मानता है इस दिन पवित्र नदियों का जल अमृतमय् हो जाता है जिसमें नहाने और दान पुन्न करने से समस्त पापों का नाश हो जाता है। इस महाकुंभ का आयोजन सदियों से अनावृत जारी है। इस महाकुंभ के आयोजन के दौरान सनातन और भारतीय संस्कृति की उस अद्भुत छठा के दर्शन भी होते हैं जिसका भारत ध्वजवाहक रहा है। कहा जाता है कि साधु—संतों की जाती नहीं होती है महाकुंभ में आने वाले लोगों की भी वास्तव में कोई जाति नहीं होती है धर्म जाति और सीमा के प्रतिबंधों से मुक्त महाकुंभ में किसी पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है। कोई भी बिना रोक—टोक इस आयोजन में भागीदार हो सकता है और स्नान कर सकता है। लेकिन यहां अराजकता का कोई स्थान नहीं होता है। 45 दिन तक चलने वाले इस बड़े आयोजन में 40 करोड लोगो के रहने खाने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का काम भी कम चुनौती पूर्ण नहीं है। इसके लिए पूरे मेला क्षेत्र में टेंट की व्यवस्था की गई है जो आधुनिक सुविधाओं से लैस है। एक समय था जब इस आयोजन में सीमित संख्या में लोग पहुंच पाए थे क्योंकि आवागमन के साधन सीमित थे। लेकिन समय के साथ अब महाकुंभ का स्वरूप भी बदल चुका है तथा यह एक धार्मिक पर्यटन का रूप ले चुका है। आपकी व्यय क्षमता के अनुरूप आप सुविधा भी हासिल कर सकते हैं। महाकुंभ को अब एक इवेंट के रूप में देखा जाने लगा है जिसका प्रचार प्रसार भी किया जाता है और मेहमानों को आमंत्रित भी किया जाता है जबकि पूर्व समय में महाकुंभ का यह मेला विशुद्ध रूप से एक धर्म और आस्था से जुड़ा आयोजन ही हुआ करता था। शासन—प्रशासन इस महाकुंभ को सुरक्षित व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करा सके यह एक बड़ी उपलब्धि होगी।