May 14, 2024गंगनानी और सुक्की, झाला क्षेत्र में निशुल्क भोजना व्यवस्था कराई तीर्थयात्रियों के चेकअप को एम्बुलेंस के साथ चल रही मेडिकल टीमें उत्तरकाशी। गंगोत्री मार्ग पर बढ़ते वाहनों के दबाव को देखते हुए प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की मदद को मोबाइल टीम तैनात कर दी है। टीम तीर्थयात्रियों को पीने का पानी, बिस्किट, ग्लूकोस और भोजना व्यवस्था करा रही है। इसके अलावा एम्बुलेंस के साथ मेडिकल टीम जरूरत पड़ने पर तीर्थयात्रियों का चेकअप और फर्स्ट एड दे रही है।यमुनोत्री धाम से रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों का जत्था गंगोत्री धाम को आने से हाईवे पर दबाव बढ़ गया है। यहां शहर के रामलीला मैदान, भटवाड़ी रोड, नेताला, मनेरी, भटवाड़ी, गंगनानी, सुक्की, झाला, हर्षिल, धराली, भ्ौरवघाटी से गंगोत्री तक संकरे मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। यहां रुक रुक कर वाहनों को आगे भेजा जा रहा है। ऐसे में तीर्थयात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन ने मोबाइल टीम बनाकर तीर्थयात्रियों को पानी, बिस्किट, फल और भोजन के पैकेट बांटे जा रहे हैं। मोबाइल टीम गंगोत्री से झाला और भटवाड़ी से सुक्की तक व्यवस्था संभाल रही है। टीम में तहसीलदार, पटवारी, पुलिस, एसडीआरएफ के जवान, होमगार्ड के अलावा स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं। इसके अलावा मेडिकल टीमें भी तीर्थयात्रियों की मदद को तैनात की गई है। जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि गंगोत्री मार्ग पर वाहनों का दवाव बढ़ने पर तीर्थयात्रियों को पानी समेत अन्य जरूरी मदद दी जा रही है। इसके लिए मोबाइल टीमों को मदद के निर्देश दिए गए। तीर्थयात्रियों को निःशुल्क भोजन की व्यवस्था नजदीकी होटल, ढाबों के अलावा कुछ जगह भंडारे लगाए जा रहे हैं।
May 14, 2024गैंग के अन्य सदस्यो की तलाश जारी देहरादून। देशभर में केडिट कार्ड के नाम पर फर्जी कॉल कर उनसे धोखाधड़ी किये जाने की घटनाओं का खुलासा करते हुए एसटीएफ द्वारा गैंग के सरगना को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके पास से साईबर ठगी में प्रयुक्त 6 मोबाइल सहित अन्य सामान भी बरामद किया गया है। गैंग द्वारा अब तक कई राज्यों के लोगों से 22 घटनाओं में लाखों रूपये की ठगी को अंजाम दिया गया था।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि विगत कुछ समय से देशभर में केडिट कार्ड के नाम पर फर्जी कॉल कर उनसे धोखाधड़ी किये जाने की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। जिस पर एसटीएफ द्वारा विभिन्न वेब पोर्टलो का अवलोकन करने पर पाया कि केडिट कार्डस व अन्य माध्यमों से आम जन मानस को धोखा देकर आनॅलाईन ठगी कर लाखों रूपये हड़पने की 22 घटनाओं में जो गिरोह संलिप्त है, वह वर्तमान में जनपद हरिद्वार क्षेत्रार्न्तगत् थाना सिडकुल में सक्रिय है। जिस पर एसटीएफ द्वारा इस गिरोह के सदस्यों को चिन्हित किया गया। जिनके द्वारा संदिग्ध बैंक खातों में राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बंगाल और देशभर के अन्य राज्यों से अलग अलग लोंगो के बैंक एकाउन्ट से पैसा गिरोह के खातो में निरन्तर स्थानान्तरित किया जा रहा था जो लगभग 70 लाख रूपये है। जिस पर एसटीएफ ने एक सूचना के आधार पर बीती शाम गिरोह के सरगना को मोहल्ला रामनगर, ग्राम रावली महदूद थाना सिडकुल हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है। जिसका नाम विपिन पाल पुत्र बृजपाल है। जिसके पास से 6 मोबाईल फोन,1—कम्प्यूटर मोनिटर, 1—सीपीयू, 14 डेबिट कार्ड, 3 रजिस्टर व 1 आईसीआईसीआई बैंक की चैकबुक, 1 फीनो पेमेंट बैंक की पीओएस मशीन बरामद हुयी है। जिसने पूछताछ मेें बताया कि वह हरिद्वार में वर्ष 2017 से रह रहा है, मूल रूप से ग्राम पिंडोरा जिला शामली का रहने वाला है। वह 10वीं पास है तथा पिछले कई सालों से केडिट कार्ड, इंश्योरेंस एवं विभिन्न लोन दिलाने के नाम पर फोन के माध्यम से काल कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। उसके साथ इस काम में 11 व्यक्ति एक गिरोह बनाकर ऑनलाइन ठगी का कार्य कर रहे थे। सभी को अलग अलग काम दिया गया था। उसने बताया कि उसने ठगी से प्राप्त धन से रामनगर रावली महदूद में ही अपने घर के पास ही एक दो मंजिला नया घर खरीदा गया है तथा फर्जी कॉल करने के लिये एक आफिस ब्रहमपुरी बाजार में खोला गया है। बहरहाल एसटीएफ द्वारा गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
May 14, 2024शासन—प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन बिना दर्शन किए ही वापस लौटने पर विवश जन सुविधायें शून्य, कोई देखने वाला नहीं उत्तरकाशी/रुद्रप्रयाग/चमोली। चार धाम यात्रा शुरू होते ही यात्रा व्यवस्थाएं ध्वस्त होने से श्रद्धालुओं को तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसे लेकर चार धाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं में भारी नाराजगी है। जिसे लेकर यात्रियों ने उत्तरकाशी व रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की है। खास बात यह है कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी संख्या में बिना दर्शन किए ही वापस लौटना पड़ रहा है।असल में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के दिन से ही यहां भारी अव्यवस्थाएं देखी जा रही है। भारी संख्या में श्रद्धालुओं के धाम में जाने से पैदल मार्गों पर जाम की जो स्थितियां पैदा हुई है वह अभी तक सामान्य नहीं हो सकी है। जगह—जगह यात्रियों को रोके जाने से यात्री परेशान हैं। उन्हें कोई यह भी बताने वाला नहीं है कि उन्हें कब तक रुकना पड़ेगा। जो पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं उनका भी हाल यह है कि वह इन यात्रियों से यहां तक कह देते हैं कि आए ही क्यों थे? यात्रा मार्ग पर इन यात्रियों के विश्राम के लिए न टीन शेड है न पेयजल और शौचालियों की समुचित व्यवस्था है। हार थक कर यह यात्री बिना दर्शन के ही वापस लौटने पर विवश है।असल में इन तमाम अव्यवस्थाओं के पीछे धामों में उमड़ने वाली भीड़ ही समस्या की असल वजह है। हर एक धाम में एक दिन में एक निश्चित संख्या में ही श्रद्धालुओं को भेजने की एक पुख्ता व्यवस्था सरकार द्वारा की गई होती तो इस हालात से बचा जा सकता था। दूसरे राज्यों से अपने निजी वाहनों से बिना पंजीकरण कराये ही बड़ी संख्या में लोग धामों तक पहुंच रहे हैं। अगर जांच में उन्हें कहीं रोक भी दिया जाए तो हंगामा खड़ा हो जाता है। पंजीकरण न ऑनलाइन आसान है न ऑफलाइन आसानी से हो पा रहा है। भारी संख्या में लोग पंजीकरण के लिए भटक रहे हैं और परेशान होकर वापस जा रहे हैं। तीर्थ पुरोहित, पंडा पुजारी चाहते हैं कि जितनी ज्यादा भीड़ आएगी उतना अच्छा है क्योंकि उनकी कमाई भी उतनी अधिक होगी। सरकार अगर रोक लगाती है तो फिर वह भी आंदोलन पर उतर आते हैं लेकिन मुसीबत यात्रियों को झेलनी पड़ रही है।उधर हालात का जायजा लेने पर्यटन मंत्री भी बद्रीनाथ धाम व केदारनाथ धाम पहुंच गए हैं लेकिन अब तक की तमाम बैठकों व कवायतों से कुछ हल नहीं हुआ तो वहां जाकर भी क्या होना है। ऊपर से मौसम भी खराब है। 25 मई से हेमकुंड साहिब की यात्रा भी शुरू हो रही है लेकिन यहां भारी बर्फबारी हो रही है गनीमत है कि गंगोत्री यमुनोत्री में अभी बारिश नहीं है अगर हुई तो यात्रियों का क्या हाल होगा यात्रा व्यवस्थाओं को अब कैसे दुरुस्त किया जाए समझ से परे हो गया है
May 14, 2024लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट के लिए तीसरी बार नामांकन दाखिल किया। जिलाधिकारी के समक्ष नामांकन दाखिल करते समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रस्तावक मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने नामांकन दाखिल करने से पहले गंगा तट पर दशाश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना की। साथ ही ‘काशी के कोतवाल’ बाबा काल भैरव का दर्शन-पूजन किया।प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह दशाश्वमेध घाट पर पुरोहितों के मंत्रोच्चार के बीच गंगा का पूजन किया और आरती की। यहां से प्रधानमंत्री क्रूज पर सवार होकर नमो घाट पहुंचे। प्रधानमंत्री नमो घाट से सड़क मार्ग से मैदागिन स्थित बाबा कालभैरव मंदिर में पहुंचे और उन्होंने मंदिर में दर्शन किया। पीएम मोदी के नामांकन दाखिल करने जाते समय उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्री, भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और अनेक पार्टी नेता मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी आज (14 मई) अपने लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सोमवार को वाराणसी पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार (13 मई) शाम अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद एक मेगा रोड शो किया। करीब 6 किलोमीटर लंबे इस रोड शो के दौरान लोगों ने पुष्प वर्षा करके उनका स्वागत किया। भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक काशी की सड़कों पर भगवा झंडे लहराते समर्थक कतार में खड़े थे। पीएम मोदी ने इसके पहले 2014 और 2019 में वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव जीता था।
May 14, 2024नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन केस की सुनवाई हुई। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। आज ही सुनवाई के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन चीफ आरवी अशोकन की टिप्पणियों खिलाफ दायर याचिका को भी सुना गया। दोनों मामलों में दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने भ्रामक विज्ञापन केस में फैसला सुरक्षित रख लिया।बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को सुनवाई के लिए व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दे दी। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के चीफ आरवी अशोकन की खिंचाई की और उनके माफीनामे को खारिज करते हुए निर्देश दिए कि वे बाबा रामदेव की तरह सार्वजनिक तरीके से माफीनामा प्रकाशित कराकर ही माफी मांगें। केस की सुनवाई जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच ने की। दोनों ने सहमति से पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव को जारी अवमानना नोटिस पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। कंपनी का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने हलफनामा दायर करने के लिए समय मांगा। हलफनामे में पतंजलि के प्रोडक्ट्स के उन विज्ञापनों को वापस लेने के लिए उठाए जा रहे कदमों का विवरण दिया गया है, जिनके लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं।
May 14, 2024रूद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विभिन्न विभागों द्वारा ध्यान रखा जा रहा है।आज यहां अधिशासी अभियंता जल संस्थान अनीश पिल्लई ने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों को पेयजल की कोई असुविधा न हो इसके लिए केदारनाथ यात्रा मार्ग से केदारनाथ धाम तक समुचित पेयजल व्यवस्था सुचारू की गई है। उन्होंने अवगत कराया है कि सोनप्रयाग से यात्रा ट्रैक रूट पर पेयजल व्यवस्था हेतु 78 स्टैंड पोस्ट लगाए गए हैं एवं 06 टैंक टाइप के स्टैंड पोस्ट भी स्थापित हैं तथा तीन स्थानों पर वाटर एटीएम स्थापित किए गए हैं जिसमें सीतापुर, सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड शामिल हैं। जनपद की सीमा से लेकर सोनप्रयाग तक विभिन्न स्थानों पर 175 हैंड पम्प स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि घोड़े—खच्चरों के लिए पानी की समुचित व्यवस्था हेतु गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव से केदारनाथ घोड़ा पड़ाव तक 39 चरहियां बनाई गई हैं। इसके साथ ही घोड़े—खच्चरों के लिए 13 स्थानों पर गीजर लगाते हुए गरम पानी की व्यवस्था की गई है। केदारनाथ यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक समुचित शौचालय की व्यवस्था सुलभ इंटरनेशनल के इंचार्ज धनंजय पाठक ने अवगत कराया है कि सुलभ इंटरनेशल द्वारा यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक श्रद्धालुओं के लिए समुचित शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ पैदल मार्ग में 82 स्थानों पर सुलभ शौचालय तैयार किए गए हैं। इसके साथ ही केदारनाथ धाम में 135 सुलभ शौचालय तैयार किए गए हैं। सुलभ शौचालय की साफ—सफाई व्यवस्था हेतु 74 पर्यावरण मित्र तैनात किए गए हैं इसी के साथ ही सीतापुर पार्किंग से लेकर केदारनाथ धाम तक साफ—सफाई हेतु 400 पर्यावरण मित्रों को लगाया गया है। इसी तरह जिला पंचायत द्वारा यात्रा मार्ग से लेकर सीतापुर तक साफ—सफाई व्यवस्था हेतु 70 पर्यावरण मित्रों को लगाया गया है। नगर पंचायत केदारनाथ द्वारा केदारनाथ धाम की साफ—सफाई व्यवस्था के लिए 51 पर्यावरण मित्रों को लगाया गया है। इसके साथ ही यात्रा मार्ग सिरोहबगड से लेकर सोनप्रयाग तक विभिन्न स्थानों पर सुलभ शौचालय स्थापित किए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचसीएस मार्ताेलिया ने अवगत कराया है कि तीर्थ यात्रियों को उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर एमआरपी स्थापित हैं जिसमें सोनप्रयाग, छौड़ी, चीरबासा, जंगलचटृी, भीमबली, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, भ्ौंरों ग्लेशियर छानी कैम्प, रुद्रा प्वाइंट, बेस कैम्प केदारनाथ (विवेकानंद) तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केदारनाथ में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।