May 7, 2024श्रीमती कमलेश उपाध्याय को बनाया नोडल अधिकारी देहरादून। ऑपरेशन स्माइल—2024 एक मई से दो माह के लिए शुरू हो गया जिसकी नोडल अधिकारी श्रीमती कमलेश उपाध्याय को बनाया गया तथा इस बार यह ऑपरेशन में गुमशुदा बच्चों के साथ—साथ गुमशुदा पुरूषों व महिलाओं को भी तलाश किया जायेगा।आज यहां पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में एक मई 2024 से 02 माह का ऑपरेशन स्माइल चलाया जा रहा है। इस अभियान में गुमशुदा बच्चों के साथ—साथ गुमशुदा पुरूषों व महिलाओं को भी तलाश किया जायेगा। मुख्यालय स्तर पर उक्त अभियान की नोडल अधिकारी श्रीमती कमलेश उपाध्याय, पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड हैं। जनपदों में पुलिस उपाधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुत्तQ किया गया है। जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में 05—05 तलाशी टीम व शेष जनपदों में 01—01 तलाशी टीम (प्रत्येक टीम में उपनिरीक्षक—1, आरक्षी—4) का गठन किया गया है। प्रत्येक तलाशी टीम में गुमशुदा/बरामद बच्चों व महिलाओं से पूछताछ हेतु एक महिला पुलिस कर्मी भी अनिवार्य रूप से नियुत्तQ की गयी है। प्रत्येक टीमों की सहायता हेतु उपरोक्त तलाशी टीमों के अतिरिक्त 01—01 विधिक एवं टेक्निकल टीम का भी गठन की किया गया है। उक्त अभियान हेतु अन्य सम्बन्धित विभागों/संस्थाओं यथा सीडब्लूसी, समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, अभियोजन, श्रम विभाग, आश्रय गृह, एनजीओ एवं चाइल्ड हेल्प लाईन का सहयोग भी लिया जा रहा है। एपी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक के साथ ऑपरेशन स्माइल की समीक्षा कर अभियान को सफल बनाये जाने हेतु वर्ष 2000 से बरामद हेतु शेष समस्त गुमशुदाओं को बरामद किये जाने हेतु सर्वसम्भव प्रयास किये जायें। गुमशुदाओं का मिलान प्रदेश/सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से भी अनिवार्य रूप से किया जाये। इसके साथ ही ऑपरेशन स्माइल में नियुक्त टीमों द्वारा अपने जनपदों के अतिरिक्त अन्य जनपदों के गुमशुदाओं को भी तलाश किये जाने का पूर्ण प्रयास किया जाये। गुमशुदाओं के बरामद होने पर उनकी सुपुर्दगी/पुनर्वास के सम्बन्ध में नियमानुसार कार्यवाही की जाये। बच्चों व महिलाओं से नियमानुसार पूछताछ की जाये। बरामद बच्चों/महिला/पुरूषों के सम्बन्ध में किसी अपराध के घटित होने की जानकारी मिलने पर नियमानुसार कठोर वैधानिक कार्यवाही की जाये।
May 7, 2024देहरादून। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्कूल में बच्चोें को आयरन फोलिक सिरप पिलाए जाने से 22 बच्चो की तबियत बिगड गयी जिनको दून चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां पर सभी को इंजेक्शन दवायें देकर उनकी हालत में सुधार आया। इस दौरान कांग्रेस नेता सूर्यकान्त धस्माना भी दून चिकित्सालय पहुंच गये।आज यहां रेस्ट कैंप स्थित होप प्रोजेक्ट स्कूल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को आयरन फोलिक सिरप पिलाए जाने से बाइस बच्चों की तबियत बिगड़ गई। दवाई देते ही बच्चों के पेट में दर्द उल्टी और बेचौनी शुरू हो गई जिससे बच्चे जोर जोर से रोने लगे और स्कूल में हड़कंप मच गया। बच्चों के माता पिता और अभिभावकों को पता चला तो स्कूल में बड़ी संख्या में वे पहुंच गए और बच्चों को स्कूटर मोटरसाइकिल व ऑटो रिक्शा में दून अस्पताल ले कर पहुंचे। इस बीच क्षेत्र में रहने वाले महानगर कांग्रेस के महामंत्री आदर्श सूद ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को घटना की सूचना दी। धस्माना ने तत्काल दून अस्पताल के प्रधानाचार्य डाक्टर सयाना को बच्चों के इलाज के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा और स्वयं दून अस्पताल पहुंच गए व बच्चों के डाक्टर मुकेश उपाध्याय से बातचीत कर उनका इलाज शुरू करवाया गया। सभी बच्चों को इंजेक्शन लगाए गए और दवा दी गई। धस्माना ने घबराए हुए अभिभावकों को ढांढस बंधाया और लगभग पौना घंटा बच्चों को देखरेख में रख कर जब सभी बच्चे सामान्य हो गए तो धस्माना ने सभी बच्चों से तबियत के बारे में पूछा और फिर डाक्टर मुकेश उपाध्याय से परामर्श किया और सभी बच्चों की छुटृी कर दी गई। इस अवसर पर धस्माना के साथ ब्लॉक अध्यक्ष धर्मपुर ललित भद्री, आदर्श सूद, पूर्व पार्षद अनूप कपूर और अनुजदत्त शर्मा उपस्थित रहे।
May 7, 2024नैनीताल। उत्तराखण्ड राज्य मेंं पुलिस का इकबाल कितना बुलंद हो चुका है इसकी बानगी एक बार फिर सामने आयी है। यहंा बेखौफ युवक ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मंडी चौकी प्रभारी को कुचलने का प्रयास किया। इस दौरान हादसे में चौकी प्रभारी घायल हो गए। उनका दाहिना हाथ फ्रैक्चर हो गया है। हादसे के बाद उन्हें इलाज के लिए एसटीएच में भर्ती कराया गया है। स्कूटी सवार मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश जारी है।जानकारी के अनुसार बीती शाम मंडी चौकी प्रभारी विजय मेहता सिपाहियों के साथ बरेली रोड पर अपनी चौकी के बाहर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान बिना हेलमेट के स्कूटी सवार एक युवक लालकुआं की ओर जा रहा था। चौकी प्रभारी ने उसे रुकने का इशारा किया लेकिन उसने स्कूटी सीधे चौकी प्रभारी के ऊपर चढ़ा दी। जिससे चौकी प्रभारी मौके पर ही गिरकर घायल हो गए। स्कूटी सवार युवक शनि बाजार के रास्ते स्कूटी लेकर वहां से भाग गया। हादसे के बाद साथी जवान चौकी इंचार्ज को एसटीएच ले गए। हादसे में उनका दाहिना हाथ टूट गया और शरीर पर भी कई जगह चोटें आईं। दो घंटे बाद विजय मेहता को डॉक्टरों ने अस्पताल से छुटृी दे दी। देर रात चौकी प्रभारी विजय मेहता की ओर से थाने में युवक के खिलाफ तहरीर दी गई। कोतवाल उमेश कुमार मलिक ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
May 7, 2024देहरादून। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ने आज 7 मई को प्रातः 8.45 बजे श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रवास हेतु दूसरे पड़ाव फाटा को प्रस्थान हुई। बता दें कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 10 मई को खुल रहे है।बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान केदारनाथ की चलविग्रह उत्सव पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को श्री बदरीनाथ—केदारनाथ मंदिर समिति के स्वयं सेवक एवं हक— हकूकधारी पांवों में बिना कुछ पहने पैदल चलकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री केदारनाथ धाम तक पहुंचाते है।बताया कि आज गुप्तकाशी से प्रस्थान होते समय जगह—जगह श्रद्दालुओं तथा स्कूली बच्चो ने बाबा केदार का जय घोष कर पुष्प वर्षा की। बताया कि देश—विदेश के सैकड़ाें श्रद्धालु भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे है। डोली प्रस्थान के समय बीकेटीसी सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, केदारनाथ धाम के पुजारी शिवशंकर लिंग, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल,प्रबंधक भगवती सेमवाल कुलदीप धर्म्वाण,संजय कुकरेती आदि मौजूद रहे।
May 7, 2024नैनीताल। उत्तराखंड परिवहन निगम की बस से यात्रा के दौरान रामनगर के एक दम्पति का दिल्ली जाते समय लाखों रुपए के जेवरात चोरी हो गए, पीड़ित पक्ष द्वारा रामनगर डिपो व रामनगर कोतवाली में शिकायत कराने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।रामनगर के एक दम्पति ने आरोप लगाया है कि उत्तराखंड परिवहन निगम की बस में सफर के दौरान चोरों ने उनके लाखों रुपए के जेवरों पर हाथ साफ कर दिए। जिसकी सूचना उन्होने रामनगर डिपो पर दी लेकिन उनके द्वारा इसमें कोई सहयोग नहीं किया गया बल्कि उन्हें उल्टा परेशान किया गया। इस मामले में पीड़ित यात्री द्वारा रामनगर कोतवाली पुलिस एवं परिवहन निगम के अधिकारियों पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है।जानकारी के अनुसार हेम सिंह निवासी ग्राम चौपड़ा अमगढी ने बताया कि 23 अप्रैल को वह अपनी पत्नी के साथ रामनगर से उत्तराखंड परिवहन निगम की रामनगर डिपो बस से दिल्ली के लिए रवाना हुए। जब अगले दिन वे दिल्ली पहुंचे तो उन्होंने देखा की सूटकेश से उनके सोने के 2 लाख रुपए के जेवर गायब थे। उन्होंने बताया कि सूटकेश में लॉक भी था लेकिन इसमें साइड से कट का निशान लगा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि चोरों ने यहीं से उनके जेवर चुराए होंगे।हेम सिंह ने बताया कि उन्होंने इस मामले में दिल्ली से लौटकर रामनगर कोतवाली पुलिस एवं सहायक महाप्रबंधक उत्तराखंड परिवहन निगम रामनगर में लिखित शिकायत दर्ज करवाई लेकिन इसपर कोई कार्रवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि रोडवेज में दो कैमरे लगे हुए थे लेकिन उनमें से एक खराब तो दूसरे में चिप ही गायब थी। इससे परिवहन निगम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं। पीड़ित ने बसों में सफर करने वाले यात्रियों से सावधान व सतर्क रहने की अपील की है। व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि रामनगर पुलिस द्वारा न तो इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है और न ही उनकी तहरीर को रिसीव किया गया। इस घटना पर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि इस प्रकरण में घटना स्थल रामनगर क्षेत्र का नहीं है, लेकिन फिर भी पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
May 7, 2024एक बार फिर देवभूमि उत्तराखण्ड केे लोगों को एक दारोगा की बेटी की हत्या के सनसनी खेज मामले ने दहला दिया है। महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा को लेकर भले ही शासन—प्रशासन के स्तर पर कुछ भी दावे किये जाये लेकिन इस तरह के जघन्य अपराधों का सिलसिला लगातार जारी रहने से एक बात तो साफ हो गयी है कि इस तरह के अपराधों को अंजाम देने वाले लोगों में पुलिस और कानून का कोई डर नहीं रह गया है। कल पुलिस को हरिद्वार दून हाईवे पर जिस आरती डबराल नाम की युवती का शव पुलिस को मिला है उसके पिता शिव प्रसाद डबराल दून कोतवाली में दारोगा के पद पर तैनात है। आरोपी युवक श्ौलेन्द्र भट्ट जिसकी सालों से इस युवती के साथ दोस्ती थी वह अच्छी तरह से यह जानता था कि आरती के पिता एक पुलिसकर्मी है। इसके बावजूद उसके द्वारा अपनी इस दोस्त को मौत के घाट उतारने का एक सुनियोजित षडयंत्र न सिर्फ रचा गया अपितु उसे अंजाम देने में कोई भी हिचक नहीं दिखायी गयी। जो आरोपी की आपराधिक मानसिकता का प्रतीक है। पुलिस अभी यह सुनिश्चित नहीं कर पायी है कि आरोपी जिसके बारे में यह पता चला है कि घटना को अंजाम देने के बाद उसने चीला नहर में छलांग लगा दी थी, मर चुका है या फिर चीला नहर में कूद कर आत्महत्या करना भी उसके इस हत्याकांड के षडयंत्र का ही एक हिस्सा था। क्यों पुलिस को उसके बारे मेंं जो तैराक होने की जानकारी मिली है वह सच है तो फिर उसके मरने की संभावना बहुत कम है। इसलिए इस मामले की सभी कड़ियों का खुलासा अभी बाकी है। लेकिन यह सच है कि एक और परिवार की बेटी एक दंरिदे की हैवानियत का शिकार हो चुकी है। यह संयोग ही है कि ऋषिकेश क्षेत्र और यह चीला शक्ति नहर जो इस मामले से जुड़े घटनास्थल के रूप में सामने आये है यहीं अंकिता भण्डारी हत्याकांड से भी जुड़े रहे है। ऋषिकेश के जिस वनांतरा रिजार्ट की कर्मचारी अंकिता भण्डारी की हत्या के खुलासे से पूरा प्रदेश सन्न रह गया था और अभी तक इस मामले की गूंज विधानसभा सदन से राजनीतिक गलियारों में सुनाई देती रहती है। वर्तमान में प्रकाश में आया आरती हत्याकांड का मामला कम चौकाने वाला नही है। भले ही अंकिता भण्डारी जिसकी हत्या शक्ति नहर में फेंककर किये जाने की बात सामने आयी हो और हत्यारोपी रसूखदार रहे हो लेकिन आरती के पिता का पुलिसकर्मी होने के बाद भी बेटी की हत्या का यह मामला कम दुस्साहसिक नहीं है। अभी बीते दिनो उत्तरकाशी के होम स्टे में भी एक युवती के फांसी लगाये जाने का मामला सामने आया था, जो उसी होम स्टे में काम करती थी। इस तरह महिला अपराधों के मामलों का लगातार जारी रहना निश्चित रूप से एक चिंतनीय सवाल है। बीते कल ही राजधानी दून में एक महिला द्वारा अपने यौन उत्पीड़न का मामला राजपुर थाने मं दर्ज कराया गया है। जिसमें दोस्ती और अवैध सम्बन्ध बनाने का वीडियों बनाकर उसका उत्पीड़न किया जा रहा था। दरअसल इस तरह के अपराधों में सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती भी एक अहम कारण के रूप में सामने आ रही है। लड़कियों और महिलाओं इस तरह के सम्बन्धों से सर्तक रहने की जरूरत है।