देहरादून। हरिद्वार में ज्वालापुर स्थित मोरा तारा ज्वैलर्स में हुई करोड़ों की डकैती का खुलासा करते हुए पुलिस ने अब तक ताऊ गैंग के आठ बदमाशों को लाखों की जेवरात, नगदी व भारी मात्रा में हथियार सहित गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों के दो साथी फरार है जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
पुलिस मुख्यालय में वारदात का खुलासा करते हुए आईजी अमित सिंन्हा व डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि आठ जुलाई को ज्वालापुर क्षेत्रांर्तगत मोरा तारा ज्वैलर्स के यहंा दिन दहाड़े अज्ञात बदमाशों द्वारा हथियारों के बल पर करोड़ों की डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था। मामले की गम्भीरता को देखते हुए उसके खुलासे हेतू पुलिस की दस बेस्ट टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों द्वारा संयुत्तQ कार्यवाही करते हुए 11 जुलाई को उक्त डकैती में शामिल सचिन उर्फ गुडडू पुत्र संजय निवासी सहारनपुर, हिमाशुं त्यागी पुत्र मामचन्द त्यागी निवासी बुलन्दशहर व हंसराज सैनी उर्फ टिंकू पुत्र निर्मल सैनी निवासी मुजफफरनगर को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से दो तमंचे, कारतूस, 11 छोटी—बडी चांदी की मूर्तियां, दो लाख ग्यारह हजार रूपये की नगदी व, एक मोटर साइकिल स्पलेण्डर बरामद की।
आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रकाश में आये अन्य पांच बदमाशों को बीते रोज खतौली बार्डर से गिरफ्तार कर लिया। जिनमें सतीश चौधरी पुत्र महेन्द्र सिह निवासी बुलन्दशहर, अमित उर्फ फौजी पुत्र किरणपाल निवासी शामली, संजय उर्फ राजू पुत्र तेजवीर सिह निवासी बुलन्दशहर(बर्खास्त सिपाही उ0प्र0) नितिन मलिक पुत्र सुरेन्द्र सिह निवासी शामली व सतेन्द्र पाल सिंह पुत्र शेरपाल सिंह निवासी बुलंदशहर, शामिल है। जिनके कब्जे से पुलिस ने 1.3 किलोग्राम सोने के आभूषण, 6 किलोग्राम चांदी व दस लाख की नगदी सहित एक पिस्टल, तीन तमंचे व कारतूस बरामद किये है। बताया कि घटना में सम्मलित दो लोग विकास उर्फ हिमाशुं निवासी—रोहणी दिल्ली व जैकी उर्फ प्रदीप राठोर निवासी बुलन्दशहर फरार है जिनकी गिरफ्तारी के सम्बन्ध में दविशें दी जा रही है।
पुलिस के अनुसार उक्त डकैैती की घटना ताऊ गैग से सम्बन्धित है जिनका मुख्य सरगना इन्द्रपाल चौधरी उर्फ ताऊ का जेल में होना ज्ञात हुआ है जिसका सरगना वर्तमान में सतीश चौधरी है। इस गैग ने आगरा, मथुरा, दिल्ली, फरीदाबाद, हरियाणा, सूरत, गुजरात में लूट व डकैती की कई घटनाएं की है। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिदेशक द्वारा बीस हजार के नगद ईनाम व इस घटना के खुलासे मेंं उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मिकों को मेडल देने की घोषणा की गयी है।