आप नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तार
देहरादून। आम आदमी पार्टी ने आज उत्तराखंड में बिजली की महंगी दरों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बिजली दरों को लेकर अब तक सोशल मीडिया और बयानबाजी से सरकार पर वार कर रही आम आदमी पार्टी ने आज सीएम आवास कूच किया। इस दौरान आप कार्यकर्ताओं की पुलिस से जम कर नोंकझोंक हुई। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि प्रदर्शन के दौरान ही पार्टी के दो कार्यकर्ता सीएम आवास के गेट पर पहुंच गये और वहीं धरने पर बैठ गये।आज आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिलाराम चौक से सीएम आवास के लिए कूच किया। जिनको पुलिस ने हाथीबड़कला के निकट बैरियर पर रोक दिया जिस पर कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। काफी देर तक कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर प्रदर्शन किया। वहीं इस दौरान कुछ लोग सड़क पर ही लेट गये और कुछ उनके पास ही बैठकर नारेबाजी करने लगे। जिस पर पुलिस ने दर्जनों आप नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्ता कर लिया।
इसी दौरान सुरक्षा व्यवस्था को गच्चा दे कर पार्टी के दो कार्यकर्ता सीएम आवास के गेट पर पहुंच गये और वहीं धरने पर बैठ गये। आम आदमी पार्टी उत्तराखंड को 300 यूनिट फ्री बिजली देने के साथ ही बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने की मांग कर रही है। पार्टी का कहना है कि कोरोनाकाल में उत्तराखंड में हर वर्ग आर्थिक रूप से कमजोर हुआ है। ऐसे में सरकार ने राहत की बजाय उन पर बिजली की कीमतें बढ़ाकर आर्थिक हमला बोला है। कई लोग बेरोजगार हुए, व्यापार चौपट हो गया। वहीं, लोगों को बढ़ाचढ़ाकर बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं।
आप नेता रविंद्र जुगरान ने भाजपा की 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा को चुनावी जुमला करार दिया। आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में केवल भ्रष्टाचार किया है और अब चुनाव नजदीक आने पर जनता को मुफ्त बिजली देने का झांसा दिया जा रहा है। कहा कि उत्तराखण्ड में आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर जनता को उनका हक मिलेगा।
आप के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरसाली ने कहा कि ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत घोषणा करते हैं कि 100 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे लेकिन 24 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री कहते हैं कि अभी कोई प्रस्ताव नहीं आया, कोई योजना नहीं है। इससे यह साफ हो गया कि भाजपा आगामी चुनाव को देखते हुए केवल जुमलेबाजी कर रही है। इनकी प्रदेशवासियों को मुफ्त बिजली देने की कोई मंशा नहीं है। कहा कि दिल्ली माडल की तर्ज पर उत्तराखंड में भी 300 यूनिट तक बिजली उपभोत्तQाओं को मुफ्त मिलनी चाहिए।
प्रदर्शन करने वालों में कर्नल (सेनि) अजय कोठियाल, अमित रावत, प्रवक्ता रविंद्र आनंद सहित दर्जनों लोग शामिल हुए।