देहरादून। तमाम चुनौतियों के बीच उत्तराखंड के सीएम की कुर्सी संभालने वाले पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि सरकार और पार्टी में सब कुछ ऑल इज वेल है और अब की बार साठ के पार जाने के इरादे से हम चुनाव मैदान में उतरेंगे।
अपने तीन दिन के दिल्ली दौरे से दून पहुंचे मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि मेरे पास काम करने का कितना मौका या समय है यह बात मायने नहीं रखती है, महत्वपूर्ण यह है कि वह काम करने की भावना रखते हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार की समस्या का हल उनकी प्राथमिकता है। पहली ही कैबिनेट बैठक में 24 हजार भर्तियों का निर्णय लिया गया है साथ ही वह स्वरोजगार के माध्यम से यह प्रयास करेंगे कि अधिक से अधिक युवाओं को काम मिल सके।
कोरोना के कारण राज्य को हुए भारी नुकसान और पर्यटन की खराब स्थिति के बारे में उनका कहना है कि आपदा किसी के बस में नहीं है लेकिन इससे जो प्रभावित हुए हैं उनकी हर संभव मदद का प्रयास किया जा रहा है तथा तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर ली गई है। तीन—तीन मुख्यमंत्री बदले जाने पर जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी अपनी जरूरत के हिसाब से ऐसा करती है तो उन्होंने कहा कि यह पार्टी के शीर्ष नेताओं का विषय है। उन्हें पार्टी ने अब प्रमुख सेवक बनाया है तो वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे कि वह पार्टी की अपेक्षाओं पर खरा उतर सके। उन्होंने कहा कि चेहरे बदलने के पीछे असंतोष जैसी कोई बात नहीं है। पार्टी संगठन और सरकार में सब कुछ ऑल इज वेल है। हम पूरी टीम के साथ एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और इस बार साठ के पार जाएंगे।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सीएम धामी के सामने इन दिनों विकास कार्यों से जुड़ी तथा मानसूनी आपदा से निपटने, राज्य की सड़कों की बदहाल स्थिति, कर्मचारियों की नाराजगी तथा बदहाल अर्थव्यवस्था को सुधारने जैसी कई समस्याएं हैं लेकिन उनका कहना है कि वह स्थितियों को सुधारने में लगे हुए हैं। उनका कहना है कि उनकी भावना काम करने की है।
चार धाम यात्रा और कांवड़ यात्रा शुरू करने पर उनका कहना है कि आस्था से ज्यादा जरूरी लोगों की जान की सुरक्षा है वह सही समय पर सही फैसला लेंगे। वही नौकरशाहों की मनमानी के सवाल पर उनका कहना है कि हमने मुख्य सचिव बदलकर इसकी शुरुआत कर दी है यह बदलाव आगे भी जारी रहेगा।