हरिद्वार। महाकुंभ के दौरान फर्जी कोरोना जांच का मामला दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस ने आज इस बहुचर्चित जांच घोटाले को लेकर गंगा किनारे उपवास और प्रदर्शन किया।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने हरिद्वार में जहां गंगा किनारे उपवास किया वहीं दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी उपवास किया। इस अवसर पर प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने आपदा काल में जनता की जान के साथ खिलवाड़ करने का जो घोर अपराध किया है उसके लिए जनता और मां गंगा भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि अब भाजपा एसआईटी और प्रशासनिक टीम से जांच का जो नाटक कर रही है वह इस अति गंभीर मामले को रफा—दफा करने का प्रयास है। जो कांग्रेस कभी पूरा होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा अगर वास्तव में चाहती है कि इस मामले की सही से जांच हो तो वह इस मामले की जांच हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज से कराने का साहस दिखाएं जिससे सच्चाई सामने आ सके।
प्रीतम सिंह ने कहा कि जब भाजपा के नेता खुद इस मामले को संवेदनशील बता रहे हैं तो फिर वह सिटिंग जज से जांच कराने को तैयार क्यों नहीं है उन्होंने कहा कि भाजपा ने गंगा किनारे जो महा पाप किया है भाजपा को उसके लिए गंगा किनारे बैठ कर प्रायश्चित करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि इस मामले में हाईकोर्ट में कई जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं जिन पर सुनवाई जारी है।
महाकुंभ के दौरान सरकार के साथ अनुबंध करने वाली मैक्स कारपोरेट के साथ—साथ डॉ लाल चंदानी लैब और नलवा लैब भी आरोपित है। जिन्होंने कागजों में फर्जी जांच दिखाकर सरकार को आर्थिक चूना लगाने का प्रयास किया और जनजीवन के साथ खिलवाड़ किया। इस मामले में अब एसआईटी और प्रशासनिक टीम की जांच गतिमान है लेकिन यह मुद्दा न सिर्फ एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन चुका है बल्कि सरकार के लिए गले की फांस बना हुआ है। जिसे लेकर कांग्रेस और आप के कार्यकर्ताओं ने उग्र रुख अख्तियार कर रखा है।