महिला ने करवायी प्रेमी से पति की हत्या, तीन गिरफ्तार

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देहरादून। गुमशुदा व्यक्ति की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक की पत्नी व प्रेमी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा व अन्य सामान बरामद किया है। आरोपियों ने पुलिस को भरमाने के लिए उसका एक्सीडेंंड हो जाना भी दर्शाया था।
आज इसकी जानकारी देते हुए डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि बीती 13 फरवरी को इन्द्रा देवी पत्नी सन्तराम निवासी ाल धनवन्तरी अस्पताल रसूलपुर द्वारा कोतवाली विकासनगर मे अपने पति सन्तराम पुत्र मेहर सिह की गुमशुदगी दर्ज कराते हुए बताया था कि वह 12 फरवरी को घर से काम के लिए हर्बरटपुर के लिए गये थे लेकिन वह तब से ही गुमशुदा है। मामले में पुलिस ने संन्तराम की गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गयी। इस बीच पुलिस को 13 फरवरी को पता चला कि सहिया रोड जजरेड के पास एक एक्सीडेन्ट हो रखा है। जिसमे एक शव व एक बाइक खाई से बरामद हुए है। जिसकी पहचान परिजनों द्वारा सन्तराम के रूप में की गयी। घटना के सम्बन्ध में मृतक के परिजनो द्वारा हत्या की आंशका जताए जाने पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस को मृतक के मोबाइल नम्बरों की सीडीआर से पता चला कि आशीष नामक एक व्यक्ति की लोकेशन भी उस दिन घंटनास्थल पर ही थी। इस पर पुलिस ने आशीष से पूछताछ शुरू की तो वह टूट गया उसने बताया कि उसने अपने साथी मुकेश कुमार के साथ मिलकर हथौड़े से संतराम की हत्या की है तथा उसके शव व मोटर साईकिल को सहिया रोड जजरेड के पास खाई में फेकना स्वीकार किया। बताया कि सन्तराम की हत्या की साजिश उसकी पत्नी इन्द्रा देवी व मुकेश द्वारा रची गयी थी। जिस पर पुलिस ने मुकेश को उसके वाहन मैजिक सहित बाईपास रोड़ से त्रिशला धर्मशाला जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार कर लिया गया। वहंीं मृतक की पत्नी व मुकेश से की गयी पूछताछ के बाद उन्होने बताया कि मुकेश हर्बटपुर से कालसी रोड पर मैजिक वाहन चलाता है जबकि आशीष उसका दोस्त है। बताया कि 7—8 वर्ष पूर्व मेरी पहचान इन्द्रा पत्नी संतराम के साथ हुई थी। इस दौरान हमारी आपस में फोन पर बाते होने लगी तथा हम एक दूसरे से प्यार करने लगे । हम दोनो साथ रहना चाहते थे परन्तु संतराम के जिन्दा रहते यह सम्भव नही था इसलिए मैने व इन्द्रा ने संतराम को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई। जिसमें मैने अपने साथी आशीष की मदद ली योजना के मुताबिक घटना के दिन मैने आशीष के माध्यम से संतराम को बडे काम का ठेका दिलाने के बहाने आशीष के घर बुलाया। जहाँ पहले से मै आशीष के साथ मौजूद था । संतराम बताये हुये स्थान पर अपनी बाइक सहित आया। उसके बाद हम संतराम को लेकर आशीष के घर पँहुचे तथा घर पर घुसते ही मैने संतराम के सर पर हथौडे से कई वार किये जिससे संतराम की मौत हो गयी। उसके पश्चात मैने व आशीष ने संतराम के शव को चुन्नी से लपेट कर मेरे मैजिक वाहन के माध्यम से ले जाकर कालसी से आगे सहिया रोड पर जजरेड के पास खाई में फेक दिया तथा वापस आकर संतराम की बाइक को भी उक्त स्थान पर ले जाकर खाई में डाल दिया गया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा व अन्य सामान बरामद कर लिया है।

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