थानाध्यक्ष और जिला आबकारी अधिकारी पर गिरी गाज
हरिद्वार। लक्सर के पथरी थाना क्षेत्र में जहरीली शराब से 4 लोगों की मौत की खबर ने पुलिस और आबकारी विभाग को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। जिले में पंचायती चुनाव के दौरान जहरीली शराब से अगर लोगों की मौत हुई है तो यह सवाल स्वाभाविक है कि यह जहरीली शराब आई कहां से? और आबकारी विभाग तथा पुलिस अवैध शराब की तस्करी को क्यों नहीं रोक पा रही है?
चुनाव के दौरान मतदाताओं को रिझाने के लिए शराब बांटे जाने का चलन कोई नया नहीं है। लेकिन इस शराब से अगर मौतें होती है तो कई सवाल खड़े हो जाते हैं। डीजीपी द्वारा अब इस मामले का संज्ञान लेते हुए पथरी थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए गए हैं वहीं जिला आबकारी अधिकारी को भी सस्पेंड कर दिया गया है। आबकारी विभाग व पुलिस की जिम्मेदारी है कि वह अपने क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी को रोके।
चार लोगों की मौत से क्षेत्र वासियों में भारी आक्रोश है। लोग पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर नाराज हैं वहीं पुलिस अधिकारी अब यह पता लगाने में जुटे हैं कि मृतकों को शराब किसने उपलब्ध कराई और यह शराब कहां से लाई गई थी। पुलिस का कहना है कि मृतकों के पोस्टमार्टम के बाद ही यह पता चलेगा कि इन लोगों की मौत किस कारण से हुई है। लेकिन चुनावी दौर में एक गांव के चार लोगों की मौत के इस मामले को लेकर क्षेत्र में भारी तनाव बना हुआ है और लोगों में भारी नाराजगी है।