देहरादून। सरकार द्वारा जहां एक तरफ कहा जा रहा है कि आज बेरोजगार सघंं का एक डेलिगेशन मुख्यंमत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला और मुख्यमंत्री के आश्वासन पर आंदोलनकारी आश्वस्त हो गये है, वहीं दूसरी तरफ आज भी कचहरी स्थित शहीद स्थल पर धरने पर बैठे बेरोजगार संघ के लोगों का कहना है कि हमारे किसी डेलिगेशन ने सीएम से मुलाकात नहीं की ऐसे में यह सवाल उठता है कि सरकार और बेरोजगार संघ की यह खीचतान कहंा तक जारी रहती है।
बता दें कि राज्य मे हुए भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की सहित अन्य मांगों को लेकर बेरोजगार संघ के बैनर तले युवा बेरोजगार व छात्रों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। दो दिन पूर्व युवा बेरोजगारों व छात्रों के इस धरना प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया। जिसके चलते सड़कों पर पथराव भी देखने का मिला और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस मामले में बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाबी पंवार सहित 13 लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई। मामले ने जब तूल पकड़ा तो सरकार द्वारा त्वरित गति से कार्य करते हुए राज्य में नकलरोधी कानून बनाने की प्रक्रिया अमल में लायी गयी।
इस मामले में सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि आज बेरोजगार संघ के एक प्रतिनिधि मण्डल द्वारा सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की गयी जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा नकलरोधी कानून लाये जाने के बाद बेरोजगार संघ के लोग आश्वस्त नजर आये। वहीं शहीद स्थल पर धरने पर बैठे बेरोजगार संघ द्वारा इस मामले में सोशल मीडिया के माध्यम से कहा गया है कि हमारे किसी प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात नहीं की है। उन्होने सरकार की मशंा पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि क्या सरकार ने अपना खुद का डेलिगेशन बना दिया है। सरकार के ऐसे कार्यो की वजह से ही माहौल बिगड़ने की आंशका है। बहरहाल देखना होगा कि राज्य सरकार और बेरोजगार संघ की यह खंींचतान कहंा तक जारी रहती है?