इंदौर। इंदौर में दो पुलिस वाले लुटेरे बन गए। उन्होंने 14 लाख रुपए की लूट कर डाली और मामले का जब खुलासा हुआ तो दोनों आरोपी पुलिस कर्मियों की वर्दी उतरवा कर उन्हें जेल में डाल दिया गया। दरअसल पूरा मामला इंदौर के चंदन नगर थाने का है। जहां पर पदस्थ दो पुलिसकर्मियों को लूट के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मामला 23 दिसंबर का है जब सिपाही ने बस को रोककर चालक नरेंद्र तिवारी से 14 लाख रुपए से भरा एक पार्सल छीन लिया था। इतना ही नहीं आरोपी पुलिस कर्मियों ने चालक को धमकाते हुए कहा था कि पहले इस पार्सल की जांच की जाएगी। इस पार्सल को थाने ले जाया जाएगा और इसकी जब्ती दिखानी होगी। इस मामले के बाद आरोपियों ने ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की और पैसे आपस में ही एक दूसरे को बांट दिए। इस मामले में मंगलवार (26 दिसंबर) को थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल ने बस चालक नरेंद्र तिवारी को पूछताछ के लिए बुलाया तो बस चालक ने बताया कि रुपए तो पुलिस वालों ने ही लूटे हैं। यह सुनकर पुलिस अफसर के होश उड़ गए। दरअसल पुलिस ने स्कीम नंबर 51 निवासी अंकित जैन के शिकायत पर ड्राइवर नरेंद्र के खिलाफ हेरा फेरी का मामला दर्ज किया था। वहीं अंकित के कर्मचारी भाविक ने पार्सल बस चालक को सौंपा था, जिसे अहमदाबाद के कन्हैयालाल को देना था, लेकिन यह पार्सल कन्हैयालाल तक नहीं पहुंचा। इसके बाद इस मामले में अंकित ने चंदन नगर थाने में बस चालक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी।
इधर मंगलवार को जब तिवारी से पूछताछ की गई तो उसने उन दो पुलिस वालों के नाम बताएं जिन्होंने उससे पैसे लिए थे। एडीशनल डीसीपी जोन 4 अभिनव विश्वकर्मा थाने पर पहुंचे और पूरे स्टाफ की परेड करवाई। जहां बस चालक ने दिनेश और योगेश को पहचान लिया। पुलिस ने महिला यात्रियों से भी पुष्टि की तो उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों ने करीब 20 मिनट तक बस की तलाशी ली थी। वही इस मामले में जब पुलिस अफसर ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो सिपाही टूट गए और कहा कि हमसे गलती हो गई दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।