अच्छा होता कांग्रेस भाजपा का समर्थन करती
देहरादून। धामी सरकार द्वारा राज्य के कुछ हिस्सों में हो रहे जनसांख्यिकीय परिवर्तनों तथा समुदाय विशेष के लोगों द्वारा अवैध तरीके से जमीनों की खरीद—फरोख्त करने व धार्मिक स्थलों के निर्माण की सूचनाओं पर संज्ञान लेते हुए जिलों के अफसरों को जो दिशा निर्देश जारी किए गए हैं उस पर अब सियासी घमासान छिड़ता दिखाई दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस मुद्दे को भाजपा नेता अजय कुमार ने सीएम को पत्र लिखकर इस तरफ उनका ध्यान आकर्षित कर कहा गया था। जिस पर बीते कल सरकार ने बाहरी लोगों द्वारा क्षेत्र विशेष में की जा रही जमीनों की खरीद—फरोख्त और उनके आपराधिक इतिहास को खंगालने व नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। उनके व्यवसाय और मूल निवास से संबंधित जानकारियां व फर्जी वोटर कार्डो को बनवाने की छानबीन करने को कहा गया है। सरकार के इस कदम की कांग्रेसी नेता हरीश रावत द्वारा यह कहकर चिंता जताई गई थी कि सरकार एक सांप्रदाय विशेष को निशाना बना रही है तथा इसके लिए सरकारी मशीनरी का प्रयोग किया जाना चिंतनीय विषय है।
भाजपा ने कांग्रेस की इस प्रतिक्रिया पर गंभीर नाराजगी जताते हुए कहा है कि कांग्रेसी हर काम में तुष्टीकरण की राजनीति ढूंढ लेते हैं। भाजपा विधायक दिलीप रावत का कहना है कि देश भर में इन दिनों हिंदू संस्कृति के खिलाफ एक धर्म युद्ध चल रहा है। कुछ असामाजिक तत्वों व संगठन हिंदू संस्कृति को नष्ट करने पर आमादा हैं। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस ऐसे लोगों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। उनका कहना है कि कांग्रेस को तो भाजपा के इस काम का समर्थन करना चाहिए था। उधर कांग्रेसी नेता भी इस मुद्दे पर एकमत नहीं है। पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने इस मुद्दे पर प्रीतम सिंह के बयान को गलत बताते हुए कहा है कि उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए।